समझौता – अनिता मंदिलवार “सपना” : Moral Stories in Hindi
राधा, किस सोच में डूबी हो, कहते हुए सुधीर अंकल कब उसके केबिन में आ गये उसे पता ही नहीं चला । जी अंकल, कहिए । आप कब आए ? राधा, तुम इतनी उदास क्यों रहती हो । बताओ क्या बात है? कुछ दिनों से देख रहा हूँ । किसी से बातचीत नहीं करती । … Read more