नमक का हक अदा करना – लक्ष्मी त्यागी : Moral Stories in Hindi

संतोष और उनके पति कन्हैयालाल जी , आज बड़ी ही दयनीय हालत में, एक मंदिर के सहारे बैठे हुए थे। मन अत्यधिक दुःखी था। बेचारे ! विवश थे, क्या करें ? इस उम्र में कहां जाए ? कुछ समझ नहीं आ रहा था। जिस परिवार के लिए उन्होंने रात- दिन एक कर दिया। आज वही … Read more

।। शुभ विवाह ।। – प्रतिक्षा हरिपूरकर : Moral Stories in Hindi

मैडमजी, आज ये फ़ाइलें पूरी करनी हैं, हाथ चलाइए फटाफट, ऐसा कहकर महेश ने मज़ाक किया तो रूपा हँसी, और काम में लग गई। रूपा और महेश एक ही कॉलेज में पढ़े थे, लेकिन उनकी गहरी पहचान उनकी मल्टीनेशनल कंपनी के इंटरव्यू के दौरान हुई थी। महेश सीधा-सादा, मेहनती और बहुत प्यारा लड़का था। किसी … Read more

कसूर – निरुपमा कपूर : Moral Stories in Hindi

उसकी छोटी-छोटी आँखों में नमी भर गई थी। पलकें भीग रही थीं, उसे बहुत दर्द हो रहा था। आज वह अपनी माँ के लिए बहुत बेचैन हो रही थी। माँ को सबसे ज़्यादा झकझोर कर उसे बचाने की कोशिश में लगी थी। वह दिखाना चाहती थी कि, “माँ, मैं तेरे साथ हूँ, तू टूट मत, … Read more

नमक की नदी – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

गाँव के पश्चिम में बहती नदी का नाम था “शुक्रिया”। लोग कहते, यह नदी नमक के आँसू बहाती है, क्योंकि इसके किनारे बसे हर घर की दास्तान में कोई न कोई ऐसा था, जिसने किसी न किसी के नमक का हक चुकाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। आज भी जब नदी … Read more

प्रायश्चित – सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

कविता और राहुल की शादी को १० साल हो चुके थे | उनके बीच बातचीत बहुत कम हो गई थी  | रोज की जिम्मेदारी,  आफिस का तनाव सब रिश्ता बोझ सा बन गया था |  राहुल को लगता था कि मेरी बात नहीं समझती और कविता को लगता था कि अब उन्होने दिलचस्पी लेना बंद … Read more

नमक का कर्ज – हरिओम बाजपेई : Moral Stories in Hindi

ब्रह्माखेड़ा  (काल्पनिक) नामक गाँव में एक दंपत्ति रहते थे जिसमे व्यक्ति का नाम हरि गौतम (काल्पनिक) पत्नी का नाम का नाम रेनुका (काल्पनिक) था वे दोनो बहुत गरीब थे फिर भी वे हमेशा खुशी के साथ रहते थे वे कृषि मजदूर के रूप में कार्य करते थे उन्हें बस एक ही दुःख था कि उनकी … Read more

लकी मैडम – डॉ गुंजन कुमार झा : Moral Stories in Hindi

स्टाफ रूम में सुगबुगाहट आम थी . “आए सोने कि थी ? “ “ न जी हीरे की थी बतावें हैं “ . कौण वापस देण आओगा इब ..इब न मिले “ मलिक मैडम पिछली सीट से बोलीं . मालिक मैडम का वाक्य हमेशा एक फुल स्टॉप होता था. उसके बाद वाक्य हो या वाकया, … Read more

 सम्मान किसका? – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

समीर की उंगलियाँ जब भी ब्रश थामती थीं, रंग जैसे सांस लेने लगते थे। कैनवास पर फैला हर रंग, उसकी आत्मा की गहराइयों से निकला एक भाव लगता था। लेकिन हैरत की बात थी कि इन रंगों की आवाज़ कभी किसी ने सुनी ही नहीं। बीते बीस वर्षों से समीर अपनी कला में रमा था।खेलने … Read more

 इज्जत का बाज़ार – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

मेट्रो शहर की चकाचौंध में “स्टार र्लाइट टावर्स अमीरी का प्रतीक था। बिल्डर विशाल मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की, “यह टावर समाज के ‘एलीट’ को समर्पित है! ” कैमरों की फ्लैश लाइट्स के बीच उसके चेहरे पर अकड़ थी। उधर, सोसाइटी के पिछवाड़े बसे झुग्गी-झोपड़ी में रोशनी बच्चों को पढ़ाती थीं। जब एक … Read more

 तकदीर फूटना – अलका शर्मा : Moral Stories in Hindi

“तुम्हारी रोज की चिक चिक से तंग आ गया हूँ। बाहर से काम करके आता हूँ तो घर में सुकून नहीं मिलता। हर समय बस शिकायत। ‌” राहुल ने गुस्सा होकर कहा।राहुल का बोस गुस्से वाला था उसके साथ काम करना आसान नहीं था।जैसे तैसे वह निभा रहा था साथ ही दूसरी जोब भी देख … Read more

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