शक्ति – Short Inspiring Story In Hindi

“वो देख आ रहा है साहिल हाय कितना हैंडसम है? “ क्लास में स्वाति की दोस्त पल्लवी ने उसके चयूंटि काटते हुआ बोला “हाँ तो आने दे कहाँ का राजकुमार है ? तू भी ज्यादा आयें मत भरा कर उसे देखकर “ तभी क्लास में सर की एंट्री हुयी और साहिल को जगह न मिलने … Read more

नियति के खेल, कोई नहीं जानता… – रोनिता कुंडु

अरे सुषमा..! पद्मिनी को नहीं बुलाया, बबलू के जन्मदिन की पार्टी में..? रमा जी ने अपनी बहू सुषमा से कहा…  पद्मिनी उन लोगों की पड़ोसी थी…  सुषमा:   मम्मी जी..! आप तो जानती है उनका… आ जाएंगे एक प्लास्टिक का गिफ्ट लेकर और खाना भरपेट खाकर चले जाएंगे… रमा जी:   सुषमा..! जिसकी जितनी औकात … Read more

नियति को तो बदला भी जा सकता है – सुषमा यादव

शालू अपने पति के साथ सरकारी दौरे पर गई थी।  वहां एक छोटे से कस्बे में उनके पहचान के एक अधिकारी मिल गये थे। उन्होंने अपने घर में उन्हें आमंत्रित किया।शालू ने देखा,उनकी सीधी सादी पत्नी बड़े ही चाव से सबको जलपान करवा रही थी। पति विनोद तो बहुत ही हैंडसम लग रहे थे,पर पत्नी … Read more

नियति का खेल – रश्मि सिंह

शिखा-मम्मी कल सुमन की शादी है, मेरे पास कोई ढंग के कपड़े नहीं है, आप तो जानती हो कितने बड़े घर की है वो तो थोड़ा ठीक ठाक बनकर जाऊँगी। उमा (शिखा की माँ)-जानती हूँ तुम दोनों बचपन की सहेलियाँ हो, उसने कभी अपनी अमीरी को तुम दोनों की दोस्ती के बीच नहीं आने दिया, … Read more

फूटा आक्रोश ,चूर हुआ मां का दंभ

“बेटा ,मैं जा रही हूं। जो भी जरूरत हो, आंटी से बोल देना। एक किस्सी दे दो.. ऊऽऽ….अहाऽऽ…. मैं चलती हूं बाय बेटा।”किस्सी ले प्रेमा हाथ हिलाती हुई कमरे से बाहर निकली।  “पारू  देखना मेरी बच्ची को कोई दिक्कत ना हो।” जी मालकिन , आप बिल्कुल चिंता ना करना।” कहती हुई पारू हल्की मुस्कान बिखेर … Read more

कश नियति बन जाता है

टेबल से फ़ाइल पास करके आखिरकार आज का कार्य मैंने पूरा कर लिया था। ऑफिस का समय पूरा होने में केवल आधा घंटा बचा था तो मैंने कल की पूरी करने वाली फाइल्स की टू डू लिस्ट बनानी शुरू कर दी।  कार्य यदि पहले से तय हो तो पूरा कर पाना आसान होता है।  लिस्ट … Read more

मेरी कहानी

सात दिन तक आईसीयू में मौत से संघर्ष के बाद चार दिन वेंटिलेटर पर रखने से भी कोई फायदा नही हुआ… और शकुंतला मुझे अकेला छोड़ के इस दुनिया से चली गई.. शायद यही मेरी नियति है..इस उम्र में ऐसा गम. सत्तर साल के आलोक बाबू अपने आप से बातें कर रहे थे.. हार्ट अटैक … Read more

आत्मविश्वास

  पथरीली,कंटको से भरी राह पर हवाई चप्पल पहने रमेश तेजी से चला जा रहा था।पैरो में कांटो की चुभन भी शायद उसे महसूस ही नही हो रही थी। पर पावँ और मष्तिष्क तेजी से चल रहे थे।मष्तिष्क में उठे झंझावात ही रमेश के कदमो को गति दे रहे थे।        सम्पन्न पिता की संतान रमेश ने … Read more

नियति

क्या बाबू जी अब तो मान लो कि मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं, कब तक यूं मां का फोटो लिए उसे दर दर ढूंढते रहोगे? आज आठ महीने हो गए पर आप हैं कि मानने को तैयार नहीं की मां…….अपने पिताजी से इतना कहने के बाद प्रभात आगे ना बोल पाया, वह खुद … Read more

ममता – Moral Short Story In Hindi

रमिया की शादी को दस वर्ष हो चुके थे , लेकिन वो अभी भी संतान के सुख से वंचित थी । उसके सास-ससुर भी बहुत परेशान रहते थे ,क्योंकि शान्तनु उनका इकलौता बेटा था । अगर उसकी कोई औलाद नही हुई तो हमारा वंश आगे कैसे बढ़ेगा ?? ऐसा नही की रमिया और शान्तनु ने … Read more

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