नाजायज रिश्ता (भाग -21)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि आपने अभी तक कहानी “नाजायज रिश्ता” में पढ़ा कि सुबोध की पत्नी रोशनी अपने परिवार के प्रति बिल्कुल संवेदनहीन  है …..उसे अपने बच्चों और पति से कोई प्यार नहीं…बस अपने शौक श्रिंगार में ही लगी रहती हैं …वहीं सुबोध  समझदार और जिम्मेदार पति है  ..वह अपने बच्चों की पूरी देखभाल करता है …इधर रिया ने अपनी नौकरी छोड़ दी है ….

विभू की रिपोर्ट आ चुकी है….रिय़ा  सुबोध के बेटे   को बर्थडे विश करने के लिए कॉल लगाती है ….तभी सुबोध की पत्नी रोशनी फोन उठाती है ….

अब आगे….

हेलो….

आप कौन…??

रोशनी बोली….

उसकी पत्नी की आवाज सुनकर रिया एक पल को तो चुप हो गई….

जी …

आप कौन …?

अभी आप कुछ कह रही थी …

रोशनी फिर बोली….

जी ….

सुबोध हैं ….

और आप कैसे हो …??

रिया ने कहा ….

पहले …

आप बताइए ….

आप कौन बोल रही हैं….??

जी  मैं रिया बोल रही हूं….

सुबोध की फ्रेंड….

ओह  तो वही बच्चलन फ्रेंड….

जो कॉलेज फ्रेंड थी ..

आपके और इनके इश्क के चर्चे मैंने  बहुत सुन रखे हैं….

शर्म नहीं आती आपको ….

जो शादी से पहले हो गया …

वो  हो गया…

अभी आप शादी के बाद भी मेरे पति को फोन कर रही हैं….

आज के बाद मेरे पति को फोन करने की बिलकुल जरुरत नहीं है….

समझी…

रोशनी तिलमिलाकर बोली…

रिया की आंखें नम थी….

रोशनी जी….

आप मुझे गलत समझ रहे हैं….

मैंने इसलिए फोन नहीं किया ….

वो तो बस कल सुबोध इन्हें देखने आया था होस्पिटल  में …..

तो वही बताना था……

कि इनकी तबीयत अब ठीक है….

ओह  तो आपकी इतनी बातें होने लगी है …..

और सुबोध अपने बेटे का जन्मदिन छोड़कर आपके पति की सेवा में लगा हुआ था…..

तभी मैं सोचूं कि इनको रात इतनी देर कैसे हो गई ….

रोशनी बोली…..

आगे से आप मेरे पति से बिल्कुल भी ताल्लुकात नहीं रखेंगी …..

आपकी भी शादीशुदा जिंदगी है …..

क्यों दखल दे रही हैं…..

रोशनी एकटूक बोली ….

जी  माफ कीजिएगा रोशनी जी ….

आगे से मैं कभी फोन नहीं करुंगी….

वह तो बस अनजान शहर में सुबोध मिल गया….

तो उससे  बातें हो गई …..

मैं कभी फोन नहीं करती ….

सॉरी वंस अगेन …..

अगर आपको बुरा लगा हो …..

रिया नम्रता से बोली…..

गो टू हेल…

यह बोलकर रोशनी ने फोन काट दिया …..

रोशनी की बात से रिया एक पल को बुत सी  बन गई ….

पर अगले ही पल विभू  के बोलने पर वह बोली…..

हां जी ….

कहिए ….

क्या हुआ….

तुम्हे क्या हुआ रिया… ..

रिया तुम इतनी शांत कैसे हो….??

जी….

कुछ नहीं….

बस ऐसे ही ….

अच्छा ये  बताइए आपकी रिपोर्ट्स आ गई ….

आप रिपोर्टस लेने गये थे ना ….??

रिया बोली….

हां रिया….

ईश्वर ने तुम्हारी सुन ली….

रिपोर्ट में कुछ ऐसा नहीं है…

जिससे कोई घबराने वाली बात हो….

बस खून थोड़ा सा कम है ….

तो डॉक्टर ने बोला है….

कि अच्छे से खाना पीना खाईये….

आयरन की उन्होंने टैबलेट दी  है ….

वह लेनी है….

हे भगवान…

आपका बहुत-बहुत शुक्रिया….

मैं तो बस यही सोच रही थी….

कि आपकी रिपोर्ट अच्छे से आ जाए ….

रिया बोली….

तुम जैसी पत्नी जिसे भी मिल जाए रिया वह तो सच में भाग्यवान है….

विभू बोला….

उतनी देर में उनकी बेटी भी दोनों की बातों पर हंस  पड़ी….

रिया  ने अपनी बेटी को गोद में ले लिया …..

और विभू  के गालों पर अपना हाथ रख दिया ….

और मन ही मन निश्चय किया कि अब बस मैं और मेरा परिवार ही मेरे लिए सब कुछ है…..

कोई भी मेरे जीवन में दखल नहीं दे सकता….

इधर सुबोध ऑफिस के लिए निकल रहा था….

रोशनी गुस्से में थी….

वह कुछ नहीं बोली ….

सुबोध अपना फोन लेकर के ऑफिस की ओर चला गया ….

वह ऑफिस आया ….

उसने अपना फोन देखा….

उसे कॉल हिस्ट्री में रिया का कॉल दिखा….

उसने अगले ही पल बिना सोचे समझे रिया को फोन लगा दिया…..

लेकिन रिया ने  फोन नहीं उठाया….

उसने कई बार कॉल किया ….

रिया  नहीं उठा रही थी फ़ोन….

रिया ने सुबोध का  नंबर ब्लॉक में डाल दिया…..

सुबोध बेचैन हो गया….

उसने अपना फोन फिर से  चेक किया….

ओह इस पर तो 10 मिनट तक बात भी हुई है…..

शायद रोशनी ने ही बात की होगी….

उसने रिया से क्या बुरा भला कहा होगा ….

पता नहीं ….

और रिया क्या सोच रही होगी ….

वैसे ही वो पहले से परेशान है ….

ये  तो बहुत ही गलत हुआ……

सुबोध  मन ही मन बहुत ही पछता रहा था…

उसने रिया को कई मैसेज भी किए व्हाट्सएप पर ….

पर रिया  ने वहां से भी उसका नंबर ब्लॉक किया….

अब तो सुबोध का मन किसी काम में नहीं लग रहा था …..

वह सोच रहा था बस रिया से किसी तरह बात हो जाए ….

शाम को अपना काम खत्म कर सुबोध अपने घर की ओर लौट रहा था ….

रास्ते में ही रिया का घर पड़ा….

उसका मन हुआ….

चलो ….

एक पल को रिया के घर हो लूँ….

उसकी गलतफहमी दूर कर दूं….

सुबोध ने रिया के घर की डोर बेल  बजाई…….

रिया ने  दरवाजा खोला ….

वह सामने सुबोध को देखकर के स्तब्ध हो  गई …..

और फिर दरवाजा बंद करने लगी ……

सुबोध ने जबरदस्ती दरवाजा खोलने का प्रयास किया…..

सुनो तो रिया…….

तुमसे कुछ कहना है …..

अगला भाग

नाजायज रिश्ता (भाग -22)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

तब तक के लिए जय श्री राधे….

मीनाक्षी सिंह

आगरा

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