सोयाबीन भी एक तरह का दाल होता है जिसका उपयोग हम खाने और उसके तेल निकालने में करते हैं सोयाबीन प्रोटीन से भरपूर होता है. जो लोग शाकाहारी भोजन करते हैं उनको अवश्य रूप से सोयाबीन का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसके अंदर मांस जितना पोषक तत्व विद्यमान रहता है.
सोयाबीन के अंदर प्रोटीन और आइसोफ्लेवोन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने मैं हमारी मदद करते हैं इससे हमारे हड्डियां जल्दी फ्रैक्चर नहीं हो पाती हैं. तो इस पोस्ट में सोयाबीन के और ढेर सारे फायदों के बारे में जानते हैं.
⇒ सोयाबीन के बीज में कई सारे विटामिन जैसे कि विटामिन बी, विटामिन सी और कई सारे मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारे सिर के बालों के विकास में सहायता करते हैं. सोयाबीन में आयरन की प्रचुर मात्रा होती है जो हमें बालों के झड़ने से रोकती है.
⇒ सोयाबीन के बीच में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है इससे हमारी त्वचा हमेशा निखरा हुआ और ग्लो करता हुआ दिखाई देता है. सोयाबीन के अंदर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, अल्ट्रावायलेट किरणों से भी हमारी रक्षा करता है.
⇒सोयाबीन में पाए जाने वाला एक प्रकार का हार्मोन जिसे हम फाइटोएस्ट्रोजन कहते हैं. जो हमें अच्छी नींद लाने में लाभकारी होता है. कहा जाता है कि अगर हमारी नींद सही तरह से पूरी हो तो हम कई तरह के मानसिक तनाव से मुक्ति पा सकते हैं बड़े बुजुर्गों में नींद नहीं आने की बीमारी हो जाती है वैसे लोगों के लिए सोयाबीन काफी फायदेमंद हो सकता है.
⇒ अगर आप सोयाबीन का नियमित रूप से अपने खाने में प्रयोग करती हैं इससे आपके पीरियड नियमित रूप से आते हैं. कई सारी महिलाओं में पीरियड के समय असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है. अगर वह महिला सोयाबीन का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें तो उसे दर्द से राहत मिल सकता है.
⇒ यह तो सर्वविदित है कि सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा ही पाई जाती है प्रोटीन से बनी हुई सप्लीमेंट को लेने से हमारे शरीर के सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलता है. हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर की सोयाबीन से बने सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं.
⇒ आजकल मोटापा एक बहुत बड़ी समस्या हो गई है मोटापा हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण होता है अगर हम सोयाबीन के तेल का अपने खाने में प्रयोग करें तो हमें कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद मिलेगी क्योंकि सोयाबीन के बीज में आइसोफ्लेवोन्स पाए जाते हैं जो हमारे कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करते हैं.
⇒ सोयाबीन कैंसर की बीमारी के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है जितना की अन्य बीमारियों के लिए सोयाबीन को फाइटोकेमिकल्स के समूह का भी मुख्य स्रोत माना गया है एंटी कैंसर के रूप में हमारे शरीर के लिए सहायक होते हैं सोयाबीन के नियमित सेवन करने से गर्भाशय और स्तन के कैंसर के खतरों को कम करने में सहायता मिलती है.
⇒ अगर हम सोयाबीन का नियमित रूप से सेवन करें तो यह हमारे शरीर का वजन और चर्बी को कम करने में भी सहायता करता है प्रवीण के अंदर पाए जाने वाले प्रमुख जैनिक प्रभाव के कारण हमें वजन कम करने में लाभ मिलता है लेकिन शिव सोयाबीन के सेवन करने से ही हम अपना वजन कम नहीं कर सकते हैं हमें पहले की तरह ही साथ साथ एक्सरसाइज और योगा भी करना चाहिए.
⇒ दिल के बीमारी में भी सोयाबीन समान रूप से उपयोगी है इसके अंदर ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे ह्रदय रोग को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सोयाबीन का सेवन लगातार करने से ब्लड सरकुलेशन के प्रभावित करने वाले कण को कम किया जा सकता है, अगर एक शब्दों में कहा जाए तो सोयाबीन के उपयोग से हम दिल की बीमारी को ठीक कर सकते हैं.
⇒ सोयाबीन का नियमित प्रयोग करने से हमारे शरीर की हड्डियां मजबूत होती है क्योंकि इसके अंदर पाए जाने वाले एस्ट्रोजन हार्मोन जो कि महिलाओं के अंदर पाए जाते हैं उनके हड्डियों की सुरक्षा करने में सहायक होता है.