अपनों की पहचान – मधु वशिष्ठ : Moral stories in hindi
—————- मैं अपने ही घर में हूं और यहां सब मेरे अपने ही हैं परन्तु मां को ख्याल क्यों नहीं आ रहा कि वह कह क्या रहीं है? मैं 30 साल की होने को आई हूं, परंतु वह कह रही हैं कि शीतल जो कि। मुझसे 4 साल छोटी है, क्यों ना उसका विवाह कर … Read more