रिश्तों की कसक – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

चेहरा सब कुछ व्यक्त कर देता है,सरोज के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।वो अपना दर्द किसी के सामने जाहिर नहीं करना चाहती थी,फिर भी ना जाने क्यों उसके चेहरे पे एक उदासी सी छा गई।वो बीच फंक्शन में से उठकर अपने रूम में आ गई। दरअसल सरोज अपने बेटे रोमिल के साथ नन्द के … Read more

आंसू बेबसी के – बालेश्वर गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

             सेठ जी,एक अर्ज थी।       कहो रामदीन क्या बात है?    सेठ जी,वो क्या है,छत पर जो टीन पड़ा है,वह 14 आदमियो के सोने के लिये छोटा पड़ता है।यदि साइड में एक टुकड़ा टीन का और डलवा दे,तो मेहरबानी होगी।       देखो रामदीन,अभी नई मशीनें खरीदी है, काफी खर्च हुआ है, अभी और खर्च की कोई गुंजाइश नही … Read more

विश्वासघात – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ :  Moral Stories in Hindi

रीवा और साक्षी की दोस्ती कॉलेज की दहलीज़ पर पनपी थी। पहली ही मुलाक़ात में दोनों के बीच ऐसा जुड़ाव हुआ कि बाकी लड़कियाँ उन्हें अक्सर ‘जुड़वाँ’ कहकर चिढ़ातीं। चाहे कैंटीन में बैठकर कॉफी पीना हो या लाइब्रेरी में घंटों किताबों के बीच खो जाना—दोनों हर जगह साथ दिखाई देतीं। रीवा मेहनती, शांत और गहराई … Read more

विश्वासघात – सीमा सिंघी :  Moral Stories in Hindi

आज सुबह-सुबह ही घर में नई बहू कायरा का गृह प्रवेश हो चुका था। विवाह के बाद की एक के बाद एक रस्में चल रही थी । घर मेहमानों से खचाखच भरा हुआ था। हंसी ठिठोली का माहौल था। परिवार के सभी सदस्य बहू कायरा को लेकर बहुत खुश थे क्योंकि बला की खूबसूरत थी … Read more

ये गँवार औरत मेरी माँ है – संध्या सिन्हा :  Moral Stories in Hindi

द ग्रैंड हीवेन फार्म हाउस  मेहमानों से खचाखच भरा हुआ था…  हो भी क्यों ना हो… आज रेवा और शशांक की शादी के बाद का रिसेप्शन जो था । शशांक एक आकर्षक और शानदार  व्यक्तित्व के साथ -साथ एक बेहतरीन कलाकार भी था । कभी किसी होटल या किसी छोटी-मोटी पार्टी में अपनी आर्क्रेस्ट्रा पार्टी … Read more

एक अदद घर – ऋतु गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

मिडिल क्लास के सपने क्या होते हैं? कैसे होते हैं? और कब पूरे होते हैं? इन सपनों को पूरा करने में कितना संघर्ष होता होगा? कितना मायने रखता है….. हर वह पल जो किसी जरूरत को जुटाने के लिए खर्च होता है। छोटे छोटे सपने पूरा करने के लिए एक मध्यम वर्ग के परिवार को … Read more

विश्वासघात – के कामेश्वरी :  Moral Stories in Hindi

सौजन्या अपने छोटे बेटे रवि से कह रही थी कि तुम भी अपने बड़े भाइयों की तरह इंजनीयरिंग की पढ़ाई कर ले अच्छी नौकरी मिल जाएगी । वह टस से मस नहीं हो रहा था वह कहता है कि मैं पापा की तरह टीचर बनूँगा । पांडुरंगा राव ने कहा ठीक है उससे जबरदस्ती मत … Read more

विश्वासघात – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नंदन एक कॉलेज में पढ़ने वाला नवयुवक था जो बहुत मिलनसार और भविष्य में ऊंचाई छूने का जिसका सपना था वो अपने साथ पढ़ने वाली रीना से बहुत प्रेम करता था और हमेशा उससे कहता मैं अपने जीवन में इतनी तरक्की करूंगा कि तुम्हे हर सुख दे सकूं बस तुम मेरा इंतजार करना। नंदन ने … Read more

जिन आंखों में काजल का घेरा था, उनमें आंसुओं का बसेरा नहीं होने दूंगा मैं…… – सिन्नी पाण्डेय :  Moral Stories in Hindi

स्वाति अपने कमरे में लेटी हुई अपने अतीत और वर्तमान समय में आये हुए परिवर्तन का आंकलन कर रही थी और उसे अपने मन में एक सघन पीड़ा का अनुभव हो रहा था। अभी कुछ महीनों पहले की ही तो बात है कि स्वाति की आलोक से शादी हुई थी और वो भी प्रेम विवाह…स्वाति … Read more

विश्वासघात – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

सूरज पाॅंच साल बाद अपने गाॅंव वापस लौटा है।उसके गले में सोने की मोटी चेन , कलाईयों में मॅंहगी घड़ी,प्रिंटेड कमीज और नीली जींस देखकर गाॅंव वाले अच्छे -खासे प्रभावित लग रहे थे। उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि पाॅंच वर्ष पूर्व आवारागर्दी करनेवाला सूरज एकाएक इतना शरीफ और अमीर कैसे बन गया? गाॅंव … Read more

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