गृहणी की भी उम्र बढ़ती है – लतिका पल्लवी
सुनाइ नहीं दे रहा है? कब से डोरबेल बज रहा है।कहाँ हो खोलना नहीं है?सुन रही हूँ।आ ही रही हूँ। मुकुंद जी की बात को सुनकर उनकी पत्नी कालिंदी जी नें जबाब देते हुए दरवाजा खोला। दरवाज़े पर पड़ोस के वर्मा जी खडे थे। उन्हें देखकर कालिंदी जी नें कहाँ आइये भाई साहब अंदर आइये. … Read more