रंगरेज़ (भाग 7 ) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. अजय अनी के साथ रामनगर उसके घर आता है और कुछ समय बिता कर दिनों वापस चले जाते है…. अब आगे… समय अपनी रफ़्तार से बढ़ रहा था … अनी हर छुट्टियों में आता और कुछ दिन रह कर चला जाता…… उसने अभी तक अपने मन की बात मनु को नहीं … Read more

रंगरेज़ (भाग 6 ) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा… अनि की दोस्ती कॉलेज में अजय से होती है और वो मनु के बारे में उसको बताता है… अब आगे…. अनिरुद्ध अतुल को बता देता है कि वो सेमिनार attend कर के आयेगा…. वो अजय को early morning की फ्लाइट बुक करने के लिए बोल देता है अजय फ्लाइट का टिकट … Read more

रंगरेज़ (भाग 5 ) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. अतुल और वृंदा की शादी तय हो जाती है… अनी का भी रिज़ल्ट आ जाता है और उसे दिल्ली के एम्स में एडमिशन मिल जाता है.. अब आगे… दीनदयाल जी और सुमित अनी  को दिल्ली छोड़ने l के लिए जाते है…..उन्होंने कैब बुक की थी….सब अनी को छोड़ने के लिये घर … Read more

रंगरेज़ (भाग 4 ) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा… विषम्भर दास जी  के परिवार से दीनदयाल जी के  परिवार की मुलाक़ात और उनकी बढ़ती हुयी नजदीकियों के साथ मनु और अनी के बीच  एक खूबसूरत सा रिश्ता शुरू हुआ…. अब आगे…. अनिरुद्ध ने अतुल से जो रिपोर्ट मांगी थी अतुल ने वो उसे मेल कर दी थी….. अनिरुद्ध ने रिपोर्ट्स … Read more

रंगरेज़ (भाग 3 ) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. मनु फ्लाइट में बैठ जाती है … पुरानी यादें उसे घेर लेती हैं…. अनिरुद्ध पार्टी से लौट कर घर आता है तो उसे भी कुछ पल याद आते है….. अब आगे…… रामनगर उत्तराखंड का छोटा सा शहर  आबादी भी ज़्यादा नहीं …..लोग मिलनसार एक दूसरे की मदद करने वाले और एक … Read more

रंगरेज़ (भाग 2) – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा… मनु को उसके अतुल दादा का फोन आता है और वो उसे वापस आने को कहते है….. दूसरी तरफ अनिरुद्ध को डॉ.बिजॉय घोष सम्मानित करते है … अब आगे….. पार्टी में अनिरुद्ध और विधि बातें कर ही रहे थे कि…… किसी ने उनके पास आते हुए कहा……” क्या बात है आज … Read more

रंगरेज़ – अनु माथुर  : Moral Stories in Hindi

न्यूयोर्क सिटी …. क्वीन रेस्टुरेंट .. …  गहरे नीले रंग के सूट में  आधे भरे और आधे खाली पानी के  गिलास पर हाथ फेरते हुए एक लड़की बार – बार दरवाज़े की तरफ देख रह थी…. तभी उसका फोन बजा….. उसने देखा फोन पर अतुल दादा लिखा हुआ था…. उसने फोन उठाया और बोली “हैलो…. … Read more

रत्तीभर हक – संध्या त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

अरे , ये सब क्या फैला के रखी हो सुमन ….?  जाने की तैयारी करनी थी …. कपड़े वगैरह रखती… तो तुम ये सब फालतू में …..तबीयत ठीक नहीं रहती  , क्यों बना रही हो बेकार में….. आजकल कौन खाता है ये सब…. सूर्य दत्त जी ने पत्नी सुमन से कहा….।         आप चुप रहिए जी…. … Read more

विश्वासघात – मधु वशिष्ठ  : Moral Stories in Hindi

राघव की दो बहने और एक भाई और भी था लेकिन  राघव के माता पिता ने सब बच्चों को बराबर मात्रा में अधिक गहने गढ़वाए थे। जब राघव की सिलेक्शन हैदराबाद के लिए हुई तो नीता ने अपने सारे गहने सासु मां के पास रखवा दिए थे ।अपना बहुत सारा सामान भी जो कि वह … Read more

क्या मेरा कोई हक नहीं – अर्चना कोहली अर्चि  : Moral Stories in Hindi

“कहाँ खोई हो नीलिमा, कितनी आवाजें दीं, पर तुमने कोई उत्तर ही नहीं दिया। कई दिनों से देख रहा हूँ, तुम्हारा चेहरा भी उतरा- उतरा है। कोई बात है क्या?” सुजीत ने नीलिमा से पूछा। “ऐसी तो कोई बात नहीं है। आजकल ऑफिस में काम बढ़ गया है, इसलिए जल्दी थक जाती हूँ।”   “क्यों झूठ … Read more

error: Content is protected !!