दोनो भाभियों में फर्क क्यों ? – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

“दिव्या ! ये तुमने क्या किया बेटा , ऐसे कोई करता है भला ? दोनों तुम्हारी भाभियाँ ही हैं फिर दोनों में इतना फर्क क्यों ?  दिव्या की मम्मी सुमित्रा जी दिव्या  को  टोकते हुए बोलने लगीं  जो अभी – अभी अपने भाई- भाभी के कमरे से उपहार देकर निकल रही थी ।  दिव्या ने … Read more

आन बान या अवसान – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

भैय्या-भैय्या, आज रक्षाबंधन है,क्या मैं आपको राखी बांध दूँ?        अरे,भैय्या-भैय्या पुकारती हो,तो फिर राखी क्यो नही बाँधोगी, इसमें पूछने वाली कौनसी बात है?ले बांध ना राखी?        शायद 1973-1974 का ही घटनाक्रम है,मेरे ही घर के एक पोर्शन में हमारे ही कस्बे के पास के एक गांव का किसान परिवार किराये पर रहने को आया।मेरे पिता … Read more

एक महान पुरुष की गाथा – नेकराम : Moral Stories in Hindi

भैया राजौरी गार्डन जाने वाली बस कौन से नंबर की है और किस बस स्टैंड से मिलेगी सड़क किनारे खड़े गुब्बारे बेचने वाले एक अधेड़ से व्यक्ति से मिस्टर अभिषेक ने पूछा मिस्टर अभिषेक का राजौरी गार्डन के बैंक में मैनेजर के पद पर आज पहला दिन था बड़ी मुश्किल और संघर्षों के बाद उसे … Read more

ऐसी भी क्या ग़लती! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

घर में अशांति मची हुई थी।सबके अपने अपने बोल थे। रीमा बुआ अलग मुंह फुलाकर बैठी हुई थी। उधर बड़ी चाची का पारा वैसे भी चढ़ा हुआ था। बाबाजी गुस्से में गर्म हुए जा रहे थे और अम्मा का तो कहना ही क्या!हाई बीपी की मरीज उसपर सबके तलवार उनके ही सिर पर लटक रहे … Read more

रिश्ते तकरार से नहीं प्यार से चलते हैं – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

सुषमा अपनी सहेली मीरा के घर आई हुई थी।बड़े दिनों बाद दोनों मिली तो बातों का सिलसिला शुरू हो गया।तभी मीरा की बहु चाय नाश्ता लेकर आ गई पहले उसने सुषमा के पैर छुए फिर दोनों सहेलियों को चाय सर्व की।वो वहाँ ज्यादा देर रुकी नहीं चली गई शायद जल्दी में थी। सुषमा चुस्कियाँ लेकर … Read more

अशांति – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

अविनाश को जैसे ही पता चला कि…. बाऊजी की तबीयत बिगड़ रही  है…. वह बिना सोचे समझे ,,जल्दी ही दौड़ पड़ा उन्हें देखने…. अपने बड़े भाई साहब देवेंद्र के यहां …. अंदर जाते ही जो नजारा देखा… उसे देख वो बुत बन गया…. बेचारे बाऊजी …. बाहर आंगन में खाट पर हाथ में बीजना (हाथों … Read more

अशांति – चम्पा कोठारी : Moral Stories in Hindi

सीमा ट्रेन से भोपाल  जा रही थी सेकेंड AC में उसकी बर्थ बुक थी अकेली ही जा रही थी इसलिए उसने आसपास नजर डाली सामने एक अकेले शख्स को बैठे देखा थोड़ी असहज हो रही थी। परंतु ट्रेन चलने से ठीक 10 मिनट पहले ही एक जवान दंपत्ति बदहवास से जल्दी-जल्दी ट्रेन में सवार हुआ … Read more

लोग क्या कहेंगे – मनीषा भरतीया : Moral Stories in Hindi

सुरेंद्र शर्मा जी का 3 मंजिला मकान फूलों की लताओं और बिजली की लड़ियों से घिरा हुआ था.हॉल सुंदर,आकर्षक बड़े हैलोजन, डिजाइनर फूलों के टब,और फ्लोटिंग कैंडल से सजा हुआ था. पूरा मकान जगमगा रहा था. बाहर लॉन में फूलों की सुंदर बागवानी तो थी.. साथ ही साथ शर्मा जी ने एक्सपेंसिव फूलों के ढेरों … Read more

ये गलती न होगी दुबारा – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

मिन्नी जा भाग कर चार कप चाय बना ला “सुमन ने अपनी बेटी मिन्नी से कहा। “मम्मी मै फेल हो जाऊँगी, इस तरह आप काम करवाओगी “मिन्नी चिढ़ कर बोली। पास बैठे सुकेश जी चौंक पड़े.. . बोले “ये बात तो कोई और भी बोला था, कुछ साल पहले…..मुझे छुटकी याद आ गई “।सुकेश जी … Read more

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नसीहत जिसने जीना सिखा दिया… – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

आज क्लाइंट की अचानक से मीटिंग होने से रीना को ऑफिस से निकलते रात हो गई, ऑफिस की कार उसे घर तक छोड़ने आई, अपनी बिल्डिंग के नीचे उतरते ही उसे मिसेज वर्मा मिल गई, जो डिनर के बाद वाक कर रही थी,उनके साथ वाक करती सोसाइटी की कुछ और महिलायें भी रीना को देखते … Read more

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