किसी को तो बदलना पड़ेगा – रोनिता : Moral Stories in Hindi

बहू…! आज खाना मिल जाएगा क्या..? 1:30 बज गए हैं… तुम्हें नहीं पता मुझे दवाई भी लेनी होती है..? कमला जी ने आवाज लगाई, तभी अंदर से रागिनी अपने 8 महीने के बेटे बबलू को लेकर बाहर आई… बबलू रोए जा रहा था और रागिनी उसे थपकी देते हुए कमला जी से कहती है… मम्मी … Read more

नमकहराम – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 1960 के दशक में मेरे घर मे काम करने के लिये मेरे पिता ने दुर्गा नामक अधेड़ व्यक्ति को नियुक्त किया था।मेरे पिता का ईंटो के भट्टो का व्यापार था,सामाजिक होने के कारण घर पर काफी लोगो का आवागमन रहता था, इसलिये मेरे पिता ने अपने विश्वासपात्र दुर्गा को भट्टे पर मजदूरी करने से हटाकर … Read more

गाजर ,मूली समझना – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चमेली आज सुबह से बर्मा जी के घर काम में लगी थी , सिर्फ एक कप चाय पीकर वह भी विना किसी नाश्ते के।जानती थी कुछ कहने का मतलब बर्मा मैडम का लैक्चर चालू हो जाता। तुम लोगों को चाहे कितना भी पैसा देदो,जरासा काम आजए तो नतीजा वही ढाक के तीन पात आज मिसिज … Read more

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