जमाना बदल रहा है -रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

नमिता ने घर पहुंच सौरभ को मां की गोद में दिया… बैग रखे… मां पापा के पैर छूकर… सीधा अपने कमरे में घुस गई….!  मां ने आवाज लगाया….” क्या हुआ नम्मो… इतनी जल्दी में क्यों है…. चाय बनाऊं …! नमिता बोली…. “नहीं मां… रुको… आती हूं….”  थोड़ी देर बाद एक ढीला ढाला गाउन डाले अंदर … Read more

कैसा जमाना आ गया -पूजा शर्मा : Moral stories in hindi

अरे जीजी दिन चढ़ आया है और तुम्हारी बहू अब तक ना उठी।,  न जाने कैसा जमाना आ गया है बहू के होते सास काम कर रही है?  हमारे जमाने में तो  जरा सी खटर पटर  सुनकर घर की बहुएं सुबह-सुबह उठ जाती थी। सुबह से देख रही हूं आप कितनी जल्दी उठकर काम में … Read more

कैसा जमाना आ गया – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

 सुलभा जबसे शादी समारोह से आई थी तबसे उसका मन बड़ा खिन्न सा था ।वो सोंच रही थी कैसा जमाना आ गया है। आजकल लड़के लड़कियों में लाज शर्म बिल्कुल रह ही नहीं गया है। उसके मन में विचारों का तर्क वितर्क चल रहा था , साथ ही उसे किटी में भी जाना था सो … Read more

कथनी-करनी में अंतर – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

    ” मित्रों….ना जाने कैसा जमाना आ गया है…लोग अपने घर के बुजुर्गों का आदर-सम्मान करना ही भूल गये हैं।जिन्होंने हमें ज़िंदगी दी है…हमें चलना- बोलना सिखाया है..आज वे हमसे सिर्फ़ थोड़ा प्यार चाहते हैं…अगर ये भी हम उन्हें भी न दे सके तो हमें इंसान कहलाने का कोई हक नहीं है।परिवार में इन बुजुर्गों की … Read more

किस्मत के खेल निराले – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

अमर को उसके माता पिता ने बड़े अरमानों से कोटा कोचिंग करने के लिए भेजा था ताकि वह जिदगी में कुछ बन सके। उसे एक PG में कमरा दिलाकर, कौचिंग में प्रवेश कराकर फीस भर उसके लिए आवश्यक सामान जुटाकर  सुदेश जी (पिता) लौट गए और बेफिक्र हो गए कि अब तो उनका बेटा डाक्टर … Read more

जाने कैसा जमाना आ गया है – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

आज खुशी के मारे कुन्ती के पांव जमीन पर नहीं पड़ रहे थे,मन ही मन अपनी बहू सुलभा को ढेरों आशीर्वाद दे डाले ,हे प्रभु ऐसी मन को समझने वाली बहू सबको मिले। टॉकीज की टिकट लाइन में कुन्ती पिक्चर की टिकट लेने खड़ी थी,तभी उसे अपने नाम की आबाज सुनाई दी ।अरे कुन्ती तू … Read more

गिन गिन कर पैर रखना – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

बहुत मुश्किल से पापा ने आज मुझे आगे की पढ़ाई के लिए शहर भेजने की बात को मान लिया ,अम्मा आज मैं बहुत खुश हूं प्यारी अम्मा कहकर मैं गले में लग गई।      कमला भी चाहती थी की बेटी पढ़ लिखकर अपने पैरो पर खड़ी हो तभी उसका विवाह करेंगे ,लेकिन पढ़ाई के लिए शहर … Read more

झूमका – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 क्या बात है छोटी …जब से दिल्ली से आई है खोई- खोई रहती है अपने आप हँसती है…… मुस्कुराती है…. और बार-बार ये अपने कान के झुमके को क्यों छु कर शरमा जाती है…..I तू तो खेलने गई थी ना दिल्ली , कौन सा खेल ……खेल के आ रही है कहीं दिल के खेल में … Read more

माँ का फ़ैसला – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

आभा प्रकाश राव के सामने उनके ऑफिस में बैठी हुई थी । प्रकाश कह रहे थे आभा जी आपका बेटा हर महीने पच्चीस हज़ार रुपए भेजता है ताकि आश्रम के सबसे अच्छे कमरे में आप आराम से रह सके । देखिए प्रकाश जी मैं संयुक्त परिवार में पली बड़ी हूँ और शादी भी संयुक्त परिवार … Read more

ननिहाल – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

अपनी मां को मायके जाने की उत्सुकता में हड़बड़ाते देखकर सुषमा इस बार पूछ ही बैठी”मां,हर साल तो जाती हो नानी के घर।इतनी गर्मी में तीन-तीन ट्रेन बदलकर जाने में क्या तुक है हर साल?अबकी तुम अकेली ही जाना,मुझे नहीं जाना।”मां का खिला चेहरा पल भर में मुरझाकर पीला पड़ गया था उस दिन। जाने … Read more

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