अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 40) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

मनीष कोयल की ओर मुड़ते हुए विनया को दिल से चाहने के अहसास का अनुभव कर रहा था, परंतु अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में संकोच कर रहा था। उसकी नजरें विनया पर होने के बावजूद, वह अपनी भाभी की ओर उन्मुख होता हुआ कोयल की ओर बढ़ रहा था। इसी बीच, विनया तेजी से … Read more

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