सबक जिंदगी का! – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

 रिद्धि की विवाह के समय की बात है…  उसके स्वयं के विवाह में सगाई में इतनी खराब साड़ियां आई थी कि सब देख कर कहा उठे थे इससे अच्छी साड़ियां तो तुम्हारी ननदें पहन कर आई हैं,और होने वाली  बहू के लिए इतनी देहाती जैसे कपड़े लाए हैं?  मगर रिद्धि की मां,… वो  तो उदार … Read more

प्रायश्चित – डाॅ  संजु झा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ठाकुर शमशेर सिंह नम आँखों से पिता को अग्नि में विलीन कर घर वापस लौटते हैं।माँ तो कुछ वर्ष पूर्व  ही गुजर गई थी।बगल में चाचा का परिवार है,परन्तु उनके मन और घर में सन्नाटा पसरा हुआ है।वे एकटक से दीवार में टँगी हुई माता-पिता की तस्वीर को निहार रहे … Read more

पश्चाताप – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : घनश्याम जी एक सरकारी माध्यमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक थे। उनके विद्यालय में आठवीं क्लास तक के बच्चे पढ़ते  थे क्योंकि उनका विद्यालय माध्यमिक श्रेणी तक ही था। उनके घर पर, वे  स्वयं उनकी पत्नी रमा देवी और उनकी तीन संताने थीं।  दो बेटे, सूरज और गौरव और एक बेटी  … Read more

बड़े अच्छे लगते हैं – जयसिंह भारद्वाज

तुम कहती हो कि कुछ तुम पर लिखूँ। कितना तो लिखा है तुम पर किन्तु तुम हो कि अघाती ही नहीं अपनी कहानी पढ़ पढ़ कर… ऐ सुनो! सच्ची बात बोलूँ, मन तो मेरा भी नहीं भरता है तुम पर लिख लिख कर.. कसम से! याद करता हूँ जब हम पहली बार मिले थे फेसबुक … Read more

पश्चाताप – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज सोना का बर्थडे है पर सोना नही है मुखर्जी बाबू और दीपाली उसकी फोटो के आगे कैंडल जलाते केक काटते और पास के अनाथालय में बच्चो को खाने के गिफ्ट पैक देने जाते ।     दोनो अपनी इकलौती बेटी से दूर होने का जिम्मेदार खुद को समझते हुए पश्चाताप से … Read more

भाई -बहिन का रिश्ता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘नीर! यह तुम ठीक नहीं कर रहै हो बेटा,माना कि स्वाति तुम्हारी इकलौती बहिन है, मगर बेटा हमेशा अपनी चादर देखकर पॉंव पसारना चाहिए। उसकी शादी में पहले ही तुमने बहुत खर्चा कर दिया है,और अब राखी पर ये जड़ाऊ कंगन? बेटा हमने उसकी शादी अच्छे परिवार में की है, … Read more

काश ? – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : भारती भाभी के आंसू अभी भी रूकने का नाम नहीं लेते। दरअसल हुआ यों कि अभी तीन महीने पहले राजेन्द्र भाई का स्वर्गवास हो गया सदमे में इसलिए है कि वो बिल्कुल स्वस्थ थे कोई परेशानी नहीं थी ।                   राजेन्द्र भाई रोजमर्रा की तरह सुबह दस बजे तैयार होकर दुकान … Read more

पिंडदान – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सरिता को पंडितों ने बार-बार समझाया था कि माता-पिता का पिंडदान भाई ही करता है।सरिता ने जिद पकड़ ली थी कि उसे भी जाना है गया।भाई ने भी समझाया उसे” तेरा जाना जरूरी नहीं दीदी।बच्चों और पति को परेशानी हो जाएगी। तू घर से ही मां-पापा को अर्घ अर्पित कर … Read more

खुशी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” सुनो सरला एक बहुत अच्छी खबर है !” जितेंद्र जी दरवाजे से ही चिल्लाते हुए बोले। ” अरे ऐसी क्या खबर है जो आपको अंदर आने का सब्र भी नही हो रहा ?” सरला जी रसोई से निकलते हुए बोली। ” अरे भाग्यवान बात ही ऐसी है ! अपनी … Read more

‘ पुरुष अहं ‘ – विभा गुप्ता

  सुमेश को आज लड़की देखने जाना था।वह स्वयं एक मल्टीनेशनल कम्पनी में मैनेजर के पद पर चेन्नई में कार्यरत था।अपने लिये वह वर्किंग वाइफ ही चाहता था।पहले तो उसके माता-पिता वर्किंग बहू के लिये ना कह दिये थें लेकिन फिर सोचे,घर में बेटे के साथ बहू की आमदनी भी आये तो क्या बुराई है।            सुमेश … Read more

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