किस्सा साड़ी का – डॉ. पारुल अग्रवाल
आज जब सिया की बेटी सिद्धि अपने कॉलेज से घर आई तो खुशी से चहक रही थी। उसने आते ही बताया कि उसके विद्यालय का वार्षिक उत्सव है जिसमें उसको मंच संचालन और कार्यक्रम के प्रबंधन का कार्य सौंपा गया है। उसको कार्यक्रम के दिन साड़ी पहनकर जाना है। साड़ी की बात सुनकर सिया को … Read more