चाहत एक स्वेटर की – सुषमा यादव
एक साल बहुत अधिक ठंड पड़ रही थी,,उस पर पूस की हड्डी तोड़ कंपकंपाती ठंड,, एक तो करेला ऊपर से नीम चढ़ा कहावत सार्थक करती वर्षा की फुहारें,, स्कूल में पूरा स्टाफ अपने को ठंड से निजात पाने के लिए खूब पहन ओढ़ कर सिसियाते बैठा था ।। मैं भी किसी तरह पानी से बचते … Read more