छत्रछाया – डॉ. पारुल अग्रवाल
वैशाली के मायके की तरफ आज एक विवाह था, वो बहुत दिनो बाद अपने मायके की तरफ के किसी कार्यक्रम में जा रही थी। वो बहुत खुश थी क्योंकि उसे लगता है वहां उसको अपने पुराने रिश्तेदार मिलेंगे। जिन लोगों को बहुत समय से वो नहीं मिल पाई है,उनसे भी मुलाकात होगी। वो दिल में … Read more