वह एक पल – विजया डालमिया
आकाश से मेरी मुलाकात एक कवि सम्मेलन में हुई थी ।हर कविता पर उसका सटीक वाहवाही करना, बरबस ही मेरा ध्यान उसकी तरफ आकर्षित कर गया ।मेरी निगाहें उसकी तरफ उठी और मैं अचंभित रह गई। गोरा चिट्टा ,लंबा पूरा, घुंघराले बाल। होंठ ऐसे जैसे जन्मजात लिपस्टिक लगी हो ।आँखों में वो आकर्षण जो किसी … Read more