बुजर्गों को भी हक है अपने फैसले लेने का – संगीता अग्रवाल 

” बेचारी शांति भरी जवानी में विधवा हो गई वो तो शुक्र है बेटे है उसके सहारे जी लेगी वरना क्या करती ये!” शांति के पति मानव की सर्पदंश से मौत के बाद गांव की औरतें आपस में बात कर रही थी। ” और नहीं तो क्या कुछ सालों में लड़का बड़ा हो जाएगा और … Read more

पराये रिश्ते अपना सा लगे – नेहा गुप्ता

रिद्धि की नई-नई शादी सभी सुख सुविधाओं से संपन्न गुप्ता परिवार में हुई।छोटी बहू के रूप में उसने घर में गृह प्रवेश किवया। वह एक पढ़ी-लिखी,सभी कामों में दक्ष,व्यवहार कुशल,समझदार लड़की थी।वह नये माहौल में सब के साथ सामंजस्य बनाने में लगी हुई थी।  अपने व्यवहार से उसने सभी का दिल जीत लिया।सासू मां तो … Read more

जिम्मेदारी – कमलेश राणा

बीनू.. ओ बीनू.. सुन कल की छुट्टी ले लेना स्कूल से..  क्यूँ मां.. कल क्या है..  कल लड़के वाले आ रहे हैं तुम्हें देखने.. कौन.. वो.. जो क्लर्क है एजी ऑफिस में..  मना ही कर दो उससे तो आप.. उससे ज्यादा सैलरी तो मेरी ही होगी.. कम से कम मुझसे ज्यादा कमाने वाला तो हो..  … Read more

मज़हबों से ऊपर प्यारा सा रिश्ता – गुरविंदर टूटेजा

   आ जाओ सकीना…ध्यान से आना…!!  फरहान ! वैसे कौन से फ्लोर पर है फ्लैट..?? पाँचवें फ्लोर पर है…लिफ्ट है दिक्कत नहीं आयेगी…!!!!      अरे वाह..कितना अच्छा जमा दिया है…!!   हाँ मुझे पता था ना..तुम्हारा सातवाँ महीना चल रहा है..ऐसे में तुम्हें बहुत ध्यान रखनें की जरूरत है…. अच्छा तुम खाना खा लो और आराम कर … Read more

समिधा  – ऋतु अग्रवाल

           रंजू सुबह से एक पैर पर इधर से उधर भाग रही थी। उसके घर में नवमी पर कन्या पूजन से पहले हवन कराने की परंपरा रही है। पति सूरज आराम से पंडित जी के पास बैठे थे और बच्चे अपने अपने मोबाइल में व्यस्त थे।         पंडित जी हवन के लिए जो भी सामग्री मंगाते, … Read more

अपनों नें हाथ छोडा पराये नें थाम लिया – चंद्रकांता वर्मा

आज छोटू की पोस्टिंग भी अमेरिका हो गई । डाक्टर बन गया थी आगे के लिये विदेश पसंद था मेरे बच्चों को। हम पति पत्नी बहुत खुश थे बच्चों का केरिमर बन गया। बडी सी हवेली नुमा घर था बडे सरकारी  पद पर रहे थे पेसे की कमी नहीं थी।समय निकलता रहा अपनीं रफ्तार से … Read more

 कुछ रिश्ते ऐसे – अनिता गुप्ता 

अचानक किसी ने जोर से दरवाजा खटखटाया और लगातार खटखटाता रहा। ” इस वक्त कौन हो सकता है ?” प्रिया ने सोचा और बगल में सो रहे अपने पति हर्ष को जगाया। हर्ष भी इतनी जोर से दरवाजा खटखटाने की आवाज से जगा — जगा सा तो हो ही गया था और  प्रिया के हिलाने … Read more

अलबेली का अलबेला रिश्ता – सीमा वर्मा

यह सत्य कहानी उन गाढ़े दिनों की है। जब प्रकृति प्रदत्त भयंकर आपदा से त्रस्त मानवता जा़र-जा़र रो रही थी। हां आपने बिल्कुल सही समझा है। भयंकर एपीडेमिक ‘कोरोना काल’ की जिसने एक ओर मां को बेटे से तो बेटा को पिता से जु़दा कर भावनाओं को तार -तार कर रही थी । वहीं दूसरी … Read more

आजाद जिंदगी में संघर्ष भी होते हैं – चाँदनी झा

सिविल इंजीनियर क्या होता है मम्मा? आठ साल के रोहित का मासूम सवाल सुन, हंसने लगी, रोशनी। क्यों बेटा आप क्यों पूछ रहे हो यह सवाल? मम्मा मैं समझता था आप सिर्फ मम्मा हो, पर आप तो, सिविल इंजीनियर भी हो। किसने कहा बेटू को? मम्मा इसमें लिखा है।  एक पुरानी सी कागज को दिखाते … Read more

बीती यादें – डा.मधु आंधीवाल

रीना खो गयी इस गाने में ” गुजरा  हुआ जमाना आता नहीं दोबारा ” क्योंकि आज ये गाना कौन बजा रहा है। आज की इस युवा पीढ़ी को ये गाने कहां पसंद आयेंगे । वह भी क्या दिन थे स्कूल से आते ही रेडियो चालू होता दोपहर को सुनिये ये विविध भारती है आपकी मन … Read more

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