बुजर्गों को भी हक है अपने फैसले लेने का – संगीता अग्रवाल
” बेचारी शांति भरी जवानी में विधवा हो गई वो तो शुक्र है बेटे है उसके सहारे जी लेगी वरना क्या करती ये!” शांति के पति मानव की सर्पदंश से मौत के बाद गांव की औरतें आपस में बात कर रही थी। ” और नहीं तो क्या कुछ सालों में लड़का बड़ा हो जाएगा और … Read more