*इम्तिहान* – *नम्रता सरन “सोना”*
*आशी-एक कोरोना योद्धा* “ट्रिंग ट्रिंग…”रात साढ़े तीन बजे मोबाईल की घंटी सुनकर आशी का दिल हिल गया। “ह..ह..हेलो” “मिस्टर चौधरी इज़ नो मोर, बॉडी आपको नही मिलेगी, इलेक्ट्रिक क्रिमिएशन के बाद एशेज़ कलेक्ट करने के लिए आप कल आ जाईए” “पापा….” हाथ से मोबाइल छूट गया, आशी कटी पतंग की तरह निढाल बेड पर गिर … Read more