मलाल – प्रियंका त्रिपाठी ‘पांडेय’

नीता ने ससुर जी के देहांत के बाद नौकरी करने का फैसला किया.एक अच्छी कंपनी मे उसकी नौकरी लग गई.आफिस जाते वक्त वह अपने बच्चे को बहन के पास छोड़ जाती थी. मां थी कसक तो रहती ही है दिन भर बच्चा मां से दूर रहता है पर बहन के पास रहता है यही सोच … Read more

“समर्पण” – *नम्रता सरन “सोना”*

आज विदाई की वेला मे पाखी अपनी दोनों माँओं से लिपट कर फफककर रो रही थी…।दोनों माँओं ने उसे कलेजे से चिपका रखा था… ऐसा अद्भुत दृश्य था कि देखने वालों की आँखें भर आईं। बाईस वर्ष पूर्व मेघा बहू बनकर इस घर में आई थी।चार भाईयों के इस परिवार में वह दूसरे नंबर की … Read more

 एक वेश्या की जुबानी !! – मृदुला कुशवाहा

अमर रोज ऑफिस आते-जाते एक बूढ़ी भिखारन औरत को रेलवे स्टेशन पर भीख माँगते देखता था। वह रोज देखता कि शाम को दो व्यक्ति आकर पैसे ले लेते थे उस औरत से। वह बूढ़ी औरत उन दोनों व्यक्तियों को देखते ही डरने लगती थी। अमर ने सोचा- ‘हो सकता है इनका भीख मांगना ही इनका … Read more

 लक्ष्मण रेखा – सरला मेहता

दो पीढ़ियों से परिवार में कुल का नाम रोशन करने वाले बेटे का आगमन नहीं हुआ। बेटे अथर्व की एक बेटी प्रिया थी। इस बार बहू शुचि की गोद में बेटी व बेटे के रूप में जुड़वाँ बच्चे आए। दादा दादी को मिठाइयाँ बाँटने से फुर्सत नहीं। दादी कहती परी ही अपने साथ कान्हा लाई … Read more

साथ हो तुम मेरे – विजया डालमिया  

तुमसे बिछड़ने का कोई गम नहीं है मुझे । मेरे खयालों की दुनिया में हमेशा साथ हो तुम मेरे । कनिका पार्क की बेंच पर अनमनी सी बैठी थी। उसके कानों को और कोई आवाज सुनाई ही नही दे रही थी ,सिवाय इसके कि……” लड़की पसंद नहीं “। वह खुद से ही कई सवाल करने … Read more

टुकड़े- टुकड़े जिंदगी – ज्योति अप्रतिम

आज फिर पापा मन भर कर कोस रहे थे। शायद उन्हें पता नहीं था मैं सब सुन रही थी। कोई चारा नहीं आँसू बहाने के अलावा। उफ़्फ़ !कभी सोचा नहीं था जिंदगी इतनी जोर से बैंड बजाएगी। पापा एक दम विरोध पर उतर आए हैं।एक भी मौका नहीं छोड़ते बेइज्जती करने का। और अमेय! कहने … Read more

जंग जीत ली – रीटा मक्कड़

अनिता , उसके पतिदेव और बेटा तीनो में से कोई भी पूरी रात सो नही पाए थे।बेटी पूरी रात रो रो कर उन्हें फोन करती रही और आगे से उसकी आवाज़ सुन कर अनिता भी रोने लगती।पति और बेटा दोनो को समझा रहे थे ।लेकिन बिटिया जो हर मुश्किल घड़ी में सबसे ज्यादा मजबूती से … Read more

“प्लीज़ !मां-बाप के त्याग और प्यार को पैसों के तराजू में मत तौलो – कुमुद मोहन 

 “मां मुझे भी राहुल जैसा पेंसिल बाक्स चाहिए ये टीन वाला पेंसिल बाक्स देख कर सारे दोस्त मेरा मजाक उडाते हैं,कल अगर नया नहीं लाई तो मै स्कूल नहीं जाऊंगा”मनु ने मुँह बनाकर अपनी मां शीला से कहा!शीला लोगों के घर चौका बर्तन,झाड़ू पौंछा करती थी!मनु के पिता जीवन ड्राइवर थे! दोनों का सोचना था … Read more

बड़े भैया – नीरजा नामदेव

चार भाई बहन साकेत, निकेत और रिद्धि, सिद्धि हंसी खुशी अपने माता-पिता के साथ रहते थे।  साकेत और उनके भाई निकेत के बीच 8 वर्ष का अंतर था ।इसी प्रकार रिद्धि और सिद्धि उनसे बहुत छोटी थी। तीनो भाई बहन उन्हें बड़े भैया कहते थे। बचपन से ही साकेत अपने तीनों भाई बहनों पर जान … Read more

फ़र्ज़ का क़र्ज़ – प्रेम बजाज

सुरेश मोची का बेटा अभी अमित शादी को एक साल हुआ, ईश्वर ने चांद सा बेटा दिया, सब बहुत खुश हैं लेकिन अमित को चिंता सता रही है।  एक तो दादा जी ने ज़िद के कारण 20 साल की उम्र में शादी कर दी उसकी, उस पर पड़पोते का मुंह देखना चाहते हैं मरने  से … Read more

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