सुखद परिवर्तन – नीरजा नामदेव

●◆●●●◆●●   वीरा एक साधारण घर की लड़की थी लेकिन बहुत ही सुंदर थी । इसलिए एक बहुत ही बड़े घर से उसके लिए रिश्ता आया।जब उसकी शादी हुई और उसने अपने ससुराल पहुंच कर देखा कि वह तो एक बहुत बड़ी और पुरानी हवेली है। उनका घर तो साधारण दो कमरों का  था ।वह इतनी … Read more

कांच में हीरे का एहसास – गोमती सिंह

—- सुबह सुबह गेट का ताला खोल कर मैं वहीं भोर का मनमोहक नजारा देखने में खोई हुई थी,  तभी देखती हूँ कि छोटे छोटे बच्चे नादान,मासूम लगभग 5-7वर्ष की उम्र के दौडते हुए तेजी से आए और सड़क के किनारे पर बने कूड़ेदान में सब के सब घुस गये ।    सभी बच्चे मैले कुचैले … Read more

किन्नर – भगवती सक्सेना गौड़

पति पत्नी में छोटे मोटे झगड़े होते ही रहते हैं, उसमे नीता और शेखर एक दिन कुछ ज्यादा ही बहस करने लगे। शेखर जोर से बोले, “इस उम्र में भी तुम्हारा हैं मटक्का चालू रहता है। जरा शर्म करो।” “हां, तुम तो दूध के धुले हो, याद करो, शादी के 10 वर्षों तक अपनी लैला … Read more

त्रिकोण – गीतांजलि गुप्ता

वरुण निशा के मुँह बोले भाई वीरेन का दोस्त था। साहिल की बहन निशा के साथ ही पढ़ती थी। निशा वरुण से आकर्षित थी और अपनी सहेली उर्मि के साथ किसी न किसी बहाने उस के घर आती जाती रहती। साहिल को भाई भी बना रखा था। वरुण अक़्सर छुट्टी वाले दिन वीरेन के घर … Read more

मेरे हीरो – भगवती सक्सेना गौड़

#ख्वाब कल एक अरसे के बाद मौका मिला, दूरदर्शन के दर्शन करने का, सब काम और मोबाइल को अलग फेंककर सोचा चलो, आज देखा जाए, इस पुरानी दुनिया मे क्या चल रहा है। आश्चर्य हुआ, फिर से  “कौन बनेगा करोड़पति” शुरू होने वाला है और उसके होस्ट भी मेरे प्रिय हीरो अमिताभ बच्चन जी हैं, … Read more

फिल्म – शालिनी दीक्षित

आशिकी के गाने सुन सुन कर मेरे ऊपर भी आशिकी का भूत चढ़ा था; अरे भाई राहुल राय वाली मूवी आशिकी की बात हो रही है कहीं आप श्रद्धा कपूर वाली आशिकी तो नहीं समझ रहे, अब हम इतने भी नन्हे-मुन्ने नहीं है कि श्रद्धा कपूर की फिल्म देखकर आशिकी का भूत सवार हो; अब … Read more

ये प्यार न होगा कम – प्रीती सक्सेना

 आज मन कुछ व्याकुल था,, कारण भी ज्ञात नहीं,, सोचने बैठी तो,,,, इतने सालों की दबी परतें,,, खुलती चली गई,,, कुछ बातों को यादकर,, मुस्कुराहट खेल गई चेहरे पर,, कुछ को यादकर,,, गुस्सा आने लगा,,, बात भी क्या,,, बताऊंगी,,, तो आप सब हंसने लगोगे पर,,, अब तो अपना,, रोज़ का साथ हो गया है,,, आप … Read more

नम्बर दो – रीटा मक्कड़

आज अकेले बैठे हुए नीरजा फिर से अतीत की यादों में खो गयी थी । उसे वो सब बातें याद आने लगी जिन बातों ने कदम कदम पर उसके दिल को गहरे जख्म दिए थे। हालांकि देखने वालों को यही लगता था कि वो अपने घर संसार और अपने पति बच्चों के साथ बहुत खुशहाल … Read more

प्यार की जिद.. – दिव्या  शर्मा

“वृंदा….!!” “छनाक…।” एक आवाज हुई और उसकी हथेली लहुलुहान हो गई।दर्द की लहर नसों में दौड़ गई।वह यथार्थ में लौट आया।हाथ में पकड़ा शराब का गिलास उसकी ऊंगलियों के दबाव से चकनाचूर हो चुका था।बिल्कुल उसके दिल की तरह। वह भी तो रीस रहा था… रो रहा था…. वृंदा की फोटू को सीने से लगाए … Read more

बेटे का फर्ज़ – पूजा मनोज अग्रवाल

मोहिनी के पति फौज में थे ,,,विवाह के मात्र तीसरे वर्ष में ही वे मोहिनी और उनके बेटे हर्ष को छोड़कर इस दुनिया से अलविदा कह गए । मोहिनी की जिंदगी की असल परीक्षा तो अब प्रारंभ होने वाली थी ,,,,पति के जाते ही उनकी  जिंदगी का नया नारकीय अध्याय शुरु हुआ । सास ननंद … Read more

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