लाश़ोत्शव – विनोद सिन्हा ‘सुदामा’
अभी एक लाश़ पूरी तरह जली भी नहीं थी कि दूसरी आ गयी..दूसरी को चिता पर लिटाता कि तीसरी..फिर चौथी फिर पाँचवी….करते करते…डोम राजा के सामने लाशों की कतार लग गयी…!! डोम राजा खुश भी हो रहा था कि आज अग्निदान के अच्छे पैसे मिल जाऐ़गे …अतः इस आशा में बार बार एंबुलेंस से उतरती … Read more