यह सब तो मेकअप और हाई हील का कमाल है – स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

यह क्या अंजली  तेरी बहू पुनम शादी में तो ठीक – ठाक लग रही थी , आज तो बहुत सिंपल और सादी लग रही हैं , नैना अपनी सहेली अंजली से बोली !!

अंजली जी बोली हां नैना , सब हाई हिल्स और मेकअप का कमाल था , जो हम लोगो ने करवाया था मगर पुनम को तो ऐसे ही बहनजी जैसे रहना पसंद हैं , तुझे तो पता ही हैं मेरे बहू को लेकर क्या अरमान थे मगर मेरे बेटे संजय ने इस मिडल क्लास लड़की से शादी कर मेरे सारे अरमानों पर पानी फेर दिया !!

संजय को बिजनेस में बहुत तरक्की मिली थी जिस कारण अंजली जी ने अपने बेटे की तरक्की की खुशी में पार्टी रखी थी जिसमें उन्होंने अपने सारे बिजनेस क्लाइंटस , दोस्तों और रिश्तेदारों को बुलाया था !! शाम को पार्टी में जाने के लिए अंजली जी ने बहुत सुंदर गाउन पहनी थी मगर जब अंजली जी ने देखा कि पुनम अनारकली सुट पहनकर पार्टी में आ रही हैं तो उन्होंने संजय को कमरे में ले जाकर कहा – संजय यह तुम्हारी बीवी पार्टी में मेरी नाक कटवाएगी क्या ?? वहां सब लोग मार्डन कपड़ों में होंगे और यह ऐसे बहन जी बनकर जाएगी क्या ??

संजय बोला – मम्मी , पुनम सादगी पसंद लड़की हैं , उसे दिखावा बिल्कुल नहीं पसंद और पुनम की इसी बात पर तो मैं उस पर फिदा हो गया था !!

बेटा संजय भी पूनम का ही साथ दे रहा था इसीलिए पूरे रास्ते अंजलि जी का मुंह चढ़ा हुआ रहा क्योंकि उनका सारा फ्रेंडसर्कल बहुत मॉर्डन था और आज उनकी बहू की वजह से उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी !!

अंजली जी के दो बेटे थे संजय और सुरज !! पति के गुजरने के बाद दोनों बेटो के पालन पोषण की जिम्मेदारी अंजली जी पर आ गिरी थी !! पति के हाथ का छोटा सा कपडो का बिजनेस था जिसे ऊंचे मुकाम पर ले जाने के लिए अंजली जी ने कड़ी मेहनत की , घर के सारे काम काज छोड़कर वे पुरी तरह अपने बिजनेस को बढ़ाने में लगी रही और आखिर वह मुकाम आ ही गया कि वे टॉप बिजनेस वुमन में आ गई !! बड़े होकर दोनों बेटो ने मां के बिजनेस को ओर फैलाया !!

इस बिजनेस की जद्दोजहद में अंजली जी में बहुत बदलाव आया !! उनका किट्टी ग्रूप , उनकी फोरेन ट्रीपस ने उनको एक मिडल क्लास वुमन से बहुत हाई क्लास वुमन बना दिया था !!

अंजली जी को तो बहुत समय हो गया था खाना अपने हाथ से बनाए , काफी समय से उनका पुरा परिवार कुक या बाहर का खाना मंगवाकर खा लेते थे मगर हां जब से पुनम घर में बहू बनकर आई थी घरवालों को स्वादिष्ट भोजन नसीब हो रहा था !!

पार्टी चल ही रही थी कि अंजली की सहेली सीमा अपनी बेटी सिम्मी के साथ पार्टी में आ गई !! अंजली जी सिम्मी को देखकर बहुत खुश हुई क्योंकि वे अपने बेटे संजय की शादी सिम्मी से करवाना चाहती थी , उन्होंने तो सीमा से सिम्मी को अपने घर की बहू बनाने की बात भी कर दी थी मगर संजय ने अपने बचपन के प्यार पूनम से शादी करने की जिद की जिसके सामने अंजली जी को हार माननी पड़ी !! सिम्मी को बिल्कुल अपने जैसी गाउन पहने देख अंजली जी खुश होकर बोली – सिम्मी तुम्हारा और मेरा टेस्ट बहुत मैच करता हैं !!

सिम्मी भी हंसते हुए बोली – आंटी जी , इतनी उम्र होते हुए  आप भी तो आंटी नहीं लगती , फिर दोनों हंस पडे और थोड़ी देर बाद ही उन्होंने अपने छोटे बेटे सुरज और सिम्मी की एंग्जेमेंट की घोषणा कर दी !!

सूरज अकेले में अंजली जी को ले जाकर बोला – मम्मी यह सब क्या है , मेरी इंग्जमेंट और वह भी मुझसे बिना पूछे !!

अंजलि जी बोली देख बेटा मैं नहीं चाहती कि तू भी तेरे बड़े भाई संजय की तरह एक फूहड़ और मिडल क्लास लड़की ले आए , क्या तुझे सिम्मी पसंद नहीं ??

सुरज वैसे भी मां की बात टालता नहीं था और सिम्मी इनके परिवार के लायक भी थी !!

सुरज ने भी सिम्मी से शादी करने का फैसला कर लिया !! अंजली जी ने सोचा चलो , अब बड़ी तो नहीं मगर छोटी बहू तो हमारे परिवार के लायक हैं जिसे मैं अपने साथ घमंड से ले जा पाऊंगी !!

थोड़े महिनों बाद उन्होंने धूमधाम से सुरज और सिम्मी की शादी करवा दी !!

सिम्मी दहेज में बहुत महंगी चीजें लेकर आई थी जिसे देखकर अंजली जी ओर खुश हुई !! आज उन्होंने सुरज और सिम्मी की शादी के बाद पहली पार्टी रखी थी जिसमें जाने के लिए अंजली जी ने एक महंगी गाउन पहनी थी मगर जब उन्होंने सिम्मी को देखा तो दंग रह गई , सिम्मी ने घुटने के उपर बहुत छोटा सा वन पीस पहना था !! अंजली जी बोली – सिम्मी यह क्या इतना छोटा वन पीस ?? तुम भी मेरी तरह गाऊन पहन लो बेटा !!

मम्मा , प्लीस मैं कोई आंटी नहीं आपकी तरह जो आपके जैसी गाउन पहनूं , मैं भी आपकी तरह गाउन पहनूंगी तो आपमें और मुझमें क्या फर्क रह जाएगा ??

सुरज बोला – हां मम्मी सिम्मी बिल्कुल सही कह रही हैं !!

अंजली जी कुछ बोली नहीं और वे लोग पार्टी में चले गए !! पार्टी में सिम्मी और सुरज एक मिनट भी अंजली जी के साथ नहीं रहे , वह लोग बस अपने टीनएजर ग्रुप के साथ इंजाय करते रहे !!

सिम्मी रोज सुबह दस बजे से पहले उठती नहीं थी , एक दिन जब अंजली जी सिम्मी से बोली – बेटा , थोड़ा जल्दी उठने की आदत डालो तो सिम्मी भड़ककर बोली – मेरे परिवार ने आप लोगो को इतना सारा दहेज दिया हैं ताकि आप लोग मुझ पर कोई रोक टोक ना लगाए !!

मैं सुबह जल्दी नहीं उठ सकती और घर का काम तो मुझसे बिल्कुल ना होगा !!

अंजली जी बोली – सिम्मी , भले तुम घर का काम ना करो , मेरे साथ बिजनेस में तो हाथ बंटा सकती हो ना , उसके लिए तो जल्दी उठना पड़ेगा ना !!

मम्मा , प्लीज मुझसे यह उम्मीद मत रखिएगा कि मैं आप लोगो के बिजनेस का हिस्सा बनूंगी , मुझे मेरी लाईफ इंजाय करनी हैं आखिर अभी मेरी उम्र ही क्या हैं !!

अंजली जी सिम्मी की इन बातों से बहुत दुःखी हुई , जिस बहू से उन्हें बहुत उम्मीदे थी वह सारी पानी में बहती नजर आ रही थी !! पुनम को तो वैसे भी पहले से वह पसंद नहीं करती थी पर अब सिम्मी भी सारे नापसंदगी वाले ही काम करती थी !!

एक रोज पुनम के पापा की तबीयत बहुत खराब हो गई जिस वजह से पुनम को अचानक मायके जाना पड़ा !!

पुनम के जाते ही सबको स्वादिष्ट खाना मिलना बंद हो गया , अंजली जी बहुत साल बाद रसोई में खाना बनाने गई मगर उन्हें भी अब आदत नहीं रही थी इसलिए उन्होंने वापस कुक रख दिया !!

यहां घरवालो को कुक के हाथ का खाना भी पसंद नहीं आ रहा था , सभी लोग पुनम की वापसी का इंतजार कर रहे थे कि अचानक अंजली जी बाथरूम में फिसल पड़ी जिस वजह से उन्हें फेक्चर आया और वे बेड़ रेस्ट की कंडीशन में आ गई !!

अब सासू मां की सेवा सिम्मी को मन मारकर भी करनी पड़ रही थी मगर यह क्या सिम्मी तो दो दिन में ही परेशान हो गई और अंजली जी को इसी अवस्था में छोड़कर अपने पति सुरज को लेकर अपने मायके चली गई , दूसरी तरफ पुनम अंजली जी की तबीयत की खबर सुनते ही  दौडी दौडी ससुराल चली आई !!

अंजली जी बोली – पुनम ,तुम्हारे पापा भी तो बीमार हैं !!

पुनम बोली – मम्मी जी उनकी तबीयत अब बेहतर हैं , आपको यहां मेरी जरूरत थी !!

पुनम अंजली जी की सेवा में लग गई !!

पुनम के आ जाने से घर में रौनक लौट आई थी !!

सभी को घर का स्वादिष्ट खाना मिल रहा था , घर के सारे काम भी नियमित समय पर हो रहे थे और सबसे महत्वपूर्ण अंजली  जी की तबीयत में जल्दी जल्दी सुधार हो रहा था !!

अंजली जी को अब समझ आ चुका था कि जरूरी नहीं जो चीज ज्यादा चमके वही हीरा हो , कभी कभी छुपे हुए हीरे को पहचानना पड़ता हैं !!

अंजली जी के ठीक होते ही सिम्मी और सुरज वापस आ गए !! अंजली जी बोली अब तुम दोनों हमेशा वहीं रहो जहां से वापस आए हो , इस घर से तुम्हारा दाना पानी उठ गया हैं !! तुम दोनों का मेरे बिजनेस , मेरे घर और मेरी जायदाद पर कोई अधिकार नहीं हैं !!

अंजली जी को आज अपने बडे बेटे संजय और बड़ी बहु पुनम की कीमत समझ आ चुकी थी !!

दोस्तों , ऐसा बहुत बार होता हैं कि हम कोयला जमा करने में इतने व्यस्थ हो जाते हैं कि असली हीरा पहचान नहीं पाते !!

इस कहानी को लेकर आपकी क्या राय हैं ??

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आपकी सहेली

स्वाती जैंन

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