रॉकी, शहर के सबसे अमीर आदमी का बेटा.. जिसने कभी हारना नही सीखा, वो जो चाहता वो चीज उसके कदमों में होती थी.. और जिसे वो हासिल नहीं कर पाता था, उसे वो मिटा देता था.. दिन भर घूमना फिरना और रातों में पार्टी उसकी आदत थी.. शराब और शबाब दोनो से दिन रात घिरा रहता था.. जो लड़की उसको पसंद आ जाए उसको अपने पैसों के दम पर वो हासिल कर ही लेता था.. और लड़कियां तो वो रोज के कपड़ों की तरह बदलता था.. कई नेताओं और पुलिस वालों को वो अपनी जेब में रखता था.. जिसके कारण वो पूरे शहर को अपने बाप की प्रॉपर्टी समझता था..
पर उसका दिल अपने बाप के ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की सीमा पर आ गया था, सीमा बहुत ही सिंपल और खुद्दार लड़की थी, वो एक गरीब घर से थी.. पर दिखने में बहुत सुंदर थी..
रॉकी ने जब से सीमा को देखा था, बस उसको पा लेने की ख्वाहिश उसके दिमाग में घूम रही थी.. उसने कई बार, कई तरह से कोशिश करके देख ली थी की सीमा बस एक रात के लिए ही सही पर उसकी बात मान ले, वो उसको मुंह मांगी कीमत देने को तैयार था, पर सीमा के लिए पैसों से ज्यादा उसका आत्मसम्मान था..
रॉकी को लाइफ में पहली बार हारा हुआ महसूस हो रहा था, पर कहते हैं ना की हवस का कोई अंत नहीं होता है, और जैसे जैसे दिन बीत रहे थे, रॉकी की वासना की आग भी बड़ती जा रही थी..
पर सीमा उसके इरादे अच्छे से समझ गई थी.. इसलिए एक दिन जब रॉकी सुबह ऑफिस आया तो उसकी टेबल पर एक मिठाई का पैकेट रखा था, और साथ में सीमा की शादी का कार्ड था.. और एक खबर और थी की अब सीमा ऑफिस नही आयेगी.. ये सब देख कर रॉकी के गुस्से की हद पार हो चुकी थी.. उसने तुरंत ही ऑफिस से सीमा के घर का Address निकलवाया और उसके घर एक पैकेट पहुंचाया.. जिसमे 5 लाख रुपए थे, और साथ में थी एक चिट्ठी.. जिसमे लिखा था, “बस एक बार मिलना चाहता हूं, बदले में सारे पैसे तुम्हारे, और बिना मिले भी तुम ये पैसे रख सकती हो, पर तब मैं हिसाब अपने तरीके से चुकाऊंगा”..
सीमा ने सोचा की आगे की जिंदगी में उसको कोई प्रोब्लम नही चाहिए, क्योंकि ये तो उसको भी पता था की रॉकी क्या क्या कर सकता है.. तो उसने तय किया की वो उससे मिलने जायेगी और उसको पैसे वापस करेगी.. तो उसने रॉकी को Call किया.. और रॉकी ने मिलने की जगह और वक्त उसको बता दिया..
सीमा तय जगह पर पहुंची तो देखा की रॉकी वहां पहले ही खड़ा है, रॉकी ने सीधे ही सीमा को कहा कि, तुम मुझसे शादी कर लो.. मैं तुम्हे सारी खुशियां दूंगा.. तुम अगर मुझे नही मिली तो मैं तुम्हे किसी और की भी नही होने दूंगा.. सीमा उसकी बातें चुपचाप सुनती रही.. फिर उसने पैसे रॉकी को वापस करते हुए कहा की, हर चीज पैसे से नही मिलती है.. और पलट कर वापस जाने लगी.. तो रॉकी ने उसके चेहरे पर एसिड डाल दिया.. और चिल्लाने लगा.. जो चीज मेरी नही, वो किसी और की भी नही हो सकती.. और वहां से चला गया..
आज सीमा हॉस्पिटल में है, और पैसों की कमी के कारण उसका ठीक से इलाज भी नही हो पा रहा है.. पुलिस ने साबित कर दिया है की उस दिन रॉकी शहर में ही नही था, और सीमा पर ऑफिस के 5 लाख रुपए चुराने का इल्जाम भी लगा है.. अभी आगे जांच चल रही है.. और सीमा की जगह ऑफिस में नई लड़की रोशनी ने Join किया है.. वो भी एक गरीब परिवार से है.. और दिखने में सुंदर भी है..
लेखक : पृथ्वीराज