Moral stories in hindi : दीपा की शादी को अभी कुछ महीने ही हुए थे पर उसको, और जेठानी को देख कोई नही कह सकता की ये देवरानी ,जेठानी है
ससुराल मैं जब दीपा नई नई थी तो उसकी जेठानी कीर्ति ने उसे ससुराल के तौर तरीके बड़े प्यार से सिखाए जिस से सास की बातें नही सुननी पड़े दीपा की सास का स्वभाव बहुत तेज था उन्हे अपने घर की इज्जत और उसूल की बहुत परवाह थी कीर्ति ने ये सब सहा था तो उसे लगा दीपा इस से ना गुजरे इसी प्यार की वजह से दोनों मैं अच्छी दोस्ती हो गई दीपा अब आंख मूंद कर कीर्ति पर विश्वास करती थी
दीपा ने धीरे धीरे सबके दिल मै जगह बना ली दीपा का पति राकेश भी उसे बहुत प्यार करता उसकी छोटी से छोटी खुशी का ध्यान रखता ये सब बातें दीपा कीर्ति को बड़े खुश हो कर बताती
पहले तो कीर्ति भी मजे लेती उन बातों के लेकिन धीरे धीरे उसे जलन होने लगी क्योंकि उसके पति विनोद स्वभाव से गंभीर थे उन्हे ये सब पसंद नही था और दीपा घरवालों के दिल मै भी जगह बना चुकी थी तो उसकी पूछ ज्यादा होने लगी
अब कीर्ति खुद को दीपा से दूर करने लगी इस बात से अंजान दीपा जीजी ,जीजी करते हमेशा की तरह सब बातें बताती।
राकेश ,दीपा के लिए सुंदर सी शार्ट ड्रेस ले कर आया उसका मन था उसे उस ड्रेस मैं देखने का उसने दीपा से कहा भी इस बारे मैं किसी को मत बताना पर आदत से मजबूर उसने कीर्ति को ड्रेस दिखा दी अब तो कीर्ति की जलन बढ़ गई फिर भी जलन छिपाते हुए उसने कहा तुम कितनी खुश नसीब हो तुम्हें इतना प्यार करने वाला पति मिला है ।
दीपा ,कीर्ति पर अब विश्वास करने लगी थी तो उसने सच बता दिया दीपा बोली हां जीजी आप सही कह रही हो पहले मुझे राकेश पसंद नही थे मेरे लिए एक रिश्ता और आया था लड़का बहुत हैंडसम और परिवार भी अच्छा था बात पक्की सी हो गई थी पर किसी कारण रिश्ता हो नही पाया फिर राकेश का आया तो मम्मी ,पापा की इज्जत की वजह से मैने हां कर दी पर अब मैं बहुत खुश हूं मुझे इतना अच्छा ससुराल और पति मिला है ।
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कीर्ति ने अपनी जलन के कारण ये बात अपनी सास को बता दी उनकी सास ने बात का बतंगड़ बना दिया की मायके वालों ने ये बात छिपाई पता नही क्या कमी थी लड़की मैं , राकेश को भी इस बात का बुरा लगा वो भी दीपा से दूर रहने लगा
दीपा को इस बात का बहुत बुरा लगा उसने कहा जीजी मैने आप को बहन समझा था आप पर विश्वास करके मैने बहुत बड़ी भूल करी है दीपा ने अपनी कोशिश से राकेश और बाकी लोगों के दिल तो जीत लिए पर एक रिश्ता हमेशा के लिए खत्म हो गया बहन का ,
अब कीर्ति को अहसास हो रहा था की उसने कितनी बड़ी गलती कर दी पर अब वो रिश्ता पहले जैसा नहीं बन सकता क्योंकि विश्वास टूट चुका था।
#तुम पर विश्वास करना मेरी सबसे बड़ी भूल थी
स्वरचित
अंजना ठाकुर