राहुल हर रोज सुबह उठ कर नहा धोकर पूजा करना बिल्कुल नहीं भूलता था और हर मंगलवार को हनुमान जी के दर्शन करने के लिए जाता था, अंजलि मंदिर जाना ज्यादा पसंद नहीं करती थी,जब भी राहुल और अंजलि के ऑफिस की छुट्टी होती तो अंजलि केवल मॉल मार्केट या फिल्में देखना पसंद करती थी,
दोनों विपरीत स्वभाव के थे लेकिन एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे, कभी कभी दोनों में इन बातों को लेकर नोकझोंक भी हो जाती थी लेकिन हमेशा राहुल ही बात को संभाल लेता था।
उसी बीच करवा चौथ व्रत आया अंजलि तो व्रत वगैरह में विश्वास नहीं करती थी लेकिन अंजली की मां ने उसे यह व्रत रखने की सख्त हिदायत दी थी इसीलिए उसने राहुल के लिए करवा चौथ का व्रत रख लिया,
राहुल ने भी अंजलि के लिए व्रत रखा हुआ था, अंजलि ने व्रत रख तो लिया लेकिन दिन भर उसे भूख बर्दाश्त नहीं हो रही थी, और साथ मे बहुत कमजोरी भी महसूस हो रही थी, तब राहुल ने अंजलि को अपने हाथों से पानी पिलाया और उससे कहा अंजलि तुम कुछ खा लो , तुम्हारा प्यार ही मेरे लिए सब कुछ है ,तुम मेरे लिए व्रत करो ना करो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मुझे मालूम है कि तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो,ये सुनकर अंजली की आंखें भर आई और उसने राहुल के बहुत जिद करने पर पानी तो पी लिया लेकिन उसने कुछ खाने से इंकार कर दिया,
चांद आने पर दोनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया और पानी पिला कर व्रत खोला, आज पहली बार अंजलि को पूजा करते देख राहुल बहुत खुश था और अंजलि राहुल का प्यार देखकर।
दोस्तों भले ही पति-पत्नी दोनों विपरीत स्वभाव के विपरीत माहौल में पले बढ़े हुए हो लेकिन यदि पति पत्नी दोनों एक दूसरे की भावनाओं को अच्छे से समझते हो और एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करते है तो दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें अलग नहीं कर सकती।
दोस्तों यह मेरी स्वरचित मौलिक कहानी आपको कैसी लगी पढ़कर जरूर बताइएगा आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार करूंगी
धन्यवाद🙏
#प्रेम
लता उप्रेती