Moral Stories in Hindi : मेघना आज ऑफिस आई तो उसका चेहरा खुशी से खिला हुआ था यह देखकर उसकी सहेली राखी उससे मुस्कुराते हुए बोली” क्या बात है आज तेरा चेहरा इतना खिला हुआ क्यों हैं लगता है आज तुम्हारे पति देव ने तुम्हें कोई अच्छा सा गिफ्ट दिया है? यह सुनकर मेघना हंसते हुए बोली “मेरे पतिदेव ने मुझे कोई गिफ्ट नहीं दिया बल्कि यह मेरी सास के प्यार का असर है अब मेरी सास मेरी कदर करने लगी है आज मेरी सास ने अपने हाथ से मुझे लंच में मेरा पसंदीदा आलू ,पनीर के पराठे बना कर दिये है ले तू भी खा कर देख” यह कहकर उसने एक पराठा राखी की तरफ बढ़ा दिया था राखी भी खुश होकर पराठे खाने लगी।
दरअसल कुछ साल पहले ही मेघना की शादी धूमधाम से मोहित के साथ हुई थी मेघना शिक्षित और सर्वगुण संपन्न थी घर के सभी कार्य में पूर्णदक्ष थी वह यह सोचकर बेहद खुश थी कि वह अपनी सेवा भावना और मधुर व्यवहार से वह सब का दिल जीत लेगी परंतु, फिर भी सुबह से शाम तक घर का काम करने के बाद भी उसकी सास उसके काम से खुश नहीं होती थी वह बेहद फुर्ती से खाना बनाती थी
फिर भी उसकी सास उसके काम की तारीफ करने की बजाय यही कहती देख कैसे सैजो की तरह टूटे टूटे हाथों से सैज – सैज (धीरे-धीरे) काम कर रही है जल्दी-जल्दी से अपने हाथ नहीं चला सकती एक बार उसकी ननंद पिंकी अपनी सास के साथ अपनी मम्मी से मिलने आई तो वह उनके लिए कई प्रकार के व्यंजन तैयार कर रही थी तब उसकी सास उसका हाथ बटाने की बजाय उसका मजाक उड़ाते हुए बोली ” कितना धीमे-धीमे काम कर रही है सैजो जल्दी-जल्दी से अपने हाथ चला नहीं तो नाश्ते के लिए देर हो जाएगी।”
यह सुनकर वह दुखी मन से और भी जल्दी नाश्ता बनाने लगी थी नाश्ता करने के लिए उसने नाश्ता लगाया तो उसकी सास एक समोसा खाकर बुरा सा मुंह बनाते हुए बोली” कितने बेकार समोसे बनाई है तूने इनमें कुछ भी स्वाद नहीं है” तभी पिंकी की सास मुस्कुराते हुए उससे बोली” बेटा समौसे तो बहुत स्वाद है लगता है तुम्हारी सास का जायका खराब है इसलिए इन्हें तुम्हारे द्वारा बनाई समोसे पसंद नहीं आए “उनकी बात सुनकर मेघना के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई थी सबके नाश्ता करने के बाद उसने खाना तैयार किया खाना खाने के बाद उसकी ननंद अपनी सास के साथ खुशी-खुशी अपनी ससुराल चली गई थी।
एक दिन उसकी ननंद पिंकी अकेले ही अपनी मम्मी से मिलने आई तो उसका चेहरा काफी उतरा हुआ था बेटी का उतरा हुआ चेहरा देखकर उसकी मम्मी उससे प्यार से बोली” बेटी क्या बात है तू दुखी क्यों है? यह सुनकर पिंकी थोड़ा गुस्से में अपनी मम्मी से बोली” मम्मी जी लगता है आपका असर मेरी सास पर भी आ गया है पहले मेरी सांस मुझे बहुत प्यार करती थी कभी मेरे काम में कोई कमी नहीं निकालती थी परंतु, जिस दिन से उन्होंने भाभी के प्रति आपका व्यवहार देखा वो भी आपकी तरह मेरे साथ ऐसा ही व्यवहार करने लगी है
मेरे द्वारा बनाये खाने में पहले कभी वह कमी नहीं निकलती थी परंतु, अब बात-बात पर खाने में कमी निकलती है बेहद फुर्ति से घर का सारा काम करने के बाद भी मुझ पर धीरे-धीरे काम करने का आरोप लगाते हुए मुझे सैजो कहते हुए मेरा मजाक उड़ाती है जब मैं मम्मी से ऐसा न करने के लिए बोलती हूं तब मम्मी मुझे हंस कर कहती है “तेरी मम्मी भी तो तेरी भाभी का ऐसे ही मजाक उड़ाती है तुने अपनी मम्मी को क्यों नहीं रोका? अपनी भाभी का मजाक उड़ाने से इतनी अच्छी बहू मिली है
तेरी मम्मी को की कभी भी वह तेरी मम्मी को कोई उल्टा जवाब नहीं देती आजकल की बहू तो किसी की सुनती ही नहीं है एक बात के जवाब में चार बातें और सुनाती हैं फिर भी तेरी मम्मी उसकी कदर नहीं करती” सास की बात सुनकर मैं शर्मिंदा हो गई थी क्योंकि आप भाभी के साथ ऐसा ही तो करती हैं काश! आप भाभी का मजाक उड़ाने की बजाय उनकी कदर करती तो आज मेरी सास का व्यवहार मेरे प्रति बदलता नहीं पहले की तरह प्यार और सहयोग भरा होता मेरी सास मेरे काम में सहयोग करने के साथ-साथ मुझे कई बार मेरी पसंद की चीज बनाकर भी खिलाती थी आप तो दिन पर बिस्तर पर पड़े पड़े बस भाभी पर हुकुम चलाती रहती हो।”
पिंकी की बातें सुनकर उसकी मम्मी शर्मिंदा हो गई थी और मेघना जो वहीं पर खड़ी सारी बातें सुन रही थी उस की आंखें भर आई थी क्योंकि आज उसकी ननंद ने अपनी मां को अच्छा सबक सीखा दिया था वरना उससे पहले तो जब उसकी मम्मी मेघना की बुराई करती थी तब वह भी उसका मजाक उड़ाती थी परंतु ,जब अपने ऊपर बात आई तो उसे बुरा लग गया था
उसकी मम्मी उसे प्यार से समझाते हुए बोली” आज के बाद मैं तेरी भाभी का मजाक नहीं उडाऊंगी बल्कि उसकी कदर करूंगी जैसे वह हमें नए-नए व्यंजन बनाकर खुशी से खिलाती है वैसे ही कभी-कभी अब से मैं भी उसकी पसंद का खाना बनाया करूंगी ताकि तेरी सास फिर से पहले की तरह हो जाए अब तो खुश आज मैं तुम दोनों को अपने हाथ से खाना बना कर खिलाऊंगी।” अरे कहां खो गई तू भी पराठे खा।ना ठंडे हो जाएंगे” राखी ने मुस्कुराते हुए कहा तो मेघना भी उसके साथ पराठे खाने लगी थी।
आज भी हमारे समाज में ऐसे बहुत से लोग रहते हैं जो दूसरे का मजाक उड़ाते वक्त बेहद खुश होते हैं परंतु ,जब कोई उनका मजाक उड़ा देता है तो वे बुरा मान जाते हैं इसलिए किसी का मजाक उड़ाने की बजाय उनकी कदर करो और उसे प्रोत्साहित करो ताकि समाज के लोग आपकी भी कदर करें क्योंकि कभी ना कभी बुरे आचरण का असर भी लोगों पर पड़ ही जाता है जिसका शिकार कभी-कभी अपना भी बन जाता है।
#सासू जी तूने मेरी कदर न जानी
बीना शर्मा