तमन्नाओं की अपनी एक अलग ही दुनिया होती है,,जहाँ न तो कोई बंदिश होती है और न ही कोई सीमा,,,
कभी-कभी तो दुनियाँ को ठेंगा दिखाते हुए ये उन चीजों के भी ख्वाब देखने लगतीं हैं,,जिसे पाना मुश्किल होता है,,
जैसे कभी-कभी चट्टान के बीच में कोई पौधा मुंह चमकाता दिख जाता है,,ठीक उसी तरह तमन्नाएं भी चुपके से मन के किसी कोने में अंकुरित होने लगतीं हैं,,,
इन पर इंसान का वश नहीं होता,,,कई बार ऊंचे पदों को पाने में असमर्थ होने पर इंसान किस तरह से अपने मन को समझा कर खुश हो लेता है,,उसे ही प्रस्तुत करने का प्रयास किया है,,,मैने इस कहानी के माध्यम से,,,
हमारे गाँव में एक परिवार है,,जिनके जीविकोपार्जन का साधन गाँव में मेहनत मज़दूरी करना है,,उनके पुरखे भी यही काम करते आये हैं,,,
बात काफी पुरानी है,,उनके यहाँ ईश्वर की कृपा से पुत्र का जन्म हुआ,,प्रसूता की देखभाल करने के लिए उनकी ननद आई हुईं थीं,,गाँव में यह परम्परा रही है कि भतीजे का नाम बुआ ही रखती है,,
जिस दिन नामकरण होना था,उसी दिन गाँव में दरोगा जी का आगमन हुआ,,बुआ को नाम जंच गया और उन्होने भतीजे का नाम दरोगा रख दिया,,
2 साल बाद फिर भतीजा हुआ,,इस बार नाम मुंशी रखा गया,,अब तो और लोग भी मज़ाक करने से नहीं चूकते,,भाई इस बार नाम क्या नाम रखोगे,,इस तरह उनके पाँच बेटे हुए और क्रमशः उनके नाम तहसीलदार,हवलदार और दीवान रख दिये गये,,,
एक या दो साल का अंतर था सबमें,,,जवान भी साथ ही हुए,,मेहनत मज़दूरी करते,,कसरती बदन ,,किसी से भी भिड़ जाते,,वैसे सज्जन थे पर गलत बात सहन नहीं थी किसी की,,
और होना भी नहीं चाहिए,,
एक बार किसी से झगड़ा हो गया,,पुलिस आई,,थानेदार साहब ने सब को हाज़िर करने के लिए कहा,,
जैसे-जैसे वो आते,,नाम बताते,,थानेदार साहब के चेहरे की मुस्कान गहरी होती जाती,,अन्त में बोले,,कमाल है,,सारा थाना घर में ही इकट्ठा कर रखा है 😂
एक दिन हवलदार हमारे घर ट्रेक्टर ले कर आया,,वो गाँव में हमारे खेतों की देखभाल करता है,,,पुलिस उसको पकड़ने की फिराक में थी,,,
उस समय मेरी नई-नई शादी हुई थी तो मैं किसी को जानती नहीं थी,,
अनाज उतारने के बाद हवलदार घर के बाहर बने कुएं पर नहाने लगा,,उसी समय पुलिस उसको पकड़ कर ले गई,,,
तभी मेरे देवर अंदर आये और बोले,,हवलदार को तो पुलिस पकड़ कर ले गई,,मैं पागलों की तरह अविश्वसनीय नजरों से 🤔उन्हें देखते हुए बोली,,ऐसा कैसे हो सकता है कि हवलदार को पुलिस पकड़ कर ले जाए,,,
तब हँसते हुए उन्होने बताया कि वो हवलदार नहीं है,,,उसका नाम हवलदार है,,,इसके अलावा उसके घर में दरोगा,मुंशी,तहसीलदार और दीवान भी हैं,,अब हँसने की बारी मेरी थी 🤣🤣
कमलेश राणा
ग्वालियर