तकरार – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

निशी के दरवाजे पर लोगों की भीड़ लगी थी… कॉलेज जाते समय तो सब कुछ सामान्य था पर अभी ये भीड़ कैसी… अनहोनी की आशंका से मन कांप उठा… थोड़ा पास जाने पर पड़ोस की रमा चाची ने बताया निशी का तीन साल का बेटा सीढ़ियों से गिर कर.. निशी रिल्स बनाने में व्यस्त थी और बच्चा मां मां करता कब सीढ़ियों पर से लुढ़क गया…ओह… कैसे हुआ ये सब….

         पांच साल पहले पड़ोस में नए शादीशुदा जोड़े रेंट पर रहने के लिए आए… पति रेलवे में था… खूबसूरत सी नवब्याहता पत्नी….  ड्यूटी में जाता तो दो या तीन दिन पर वापस आता… फिर दोनो घूमने चले जाते.. खा पीकर हंसते मुस्कुराते वापस आते… धीरे धीरे पता चला निशी रिल्स बनाने के लिए दिवानगी की हद तक पागल थी…

इसलिए मुहल्ले में फेमस हो गई थी.. अब कभी कभी पति पत्नी में बहस की आवाज घर से बाहर आ रही थी.. छोटे छोटे ड्रेस पहन कर जब रील्स बनाती तो मुहल्ले के छिछोरे इंतजार में रहते तो बुजुर्ग बहुत नाराज होते… कुछ गृहणियां आहें भरती… हम खाना बनाने और बच्चे पैदा करने पालने में रह गए और ये… कितने फॉलोअर्स हैं.. तरह तरह के कॉमेंट आते हैं ..

               निशी मां बनने वाली थी… निशा अभी बच्चा नहीं चाहती थी पर उसका पति राहुल एबॉर्शन के लिए राजी नहीं था.. आपस में बहुत #तकरार #होने के बाद  बेमन से निशा मां बनने के लिए राजी हो गई… बच्चा होने के समय राहुल की मां आई… राहुल निशी को लेकर चेकअप के लिए डॉक्टर के पास गया था…

तभी राहुल की मां से मिलने गई मकान मालकिन सुनयना जी.. राहुल की मां ने संक्षेप में  बताया ये मेरे घर में किराए में रहती थी.. अपनी खूबसूरती के जाल में मेरे बेटे को फांस कर शादी के लिए मजबूर कर दिया.. न पढ़ाई में इसका मन लगता था ना हीं घर के काम में…. बस मोबाईल लिए रील्स बनाती…

राहुल न जाने कैसे फंस गया… कोर्ट में जाकर शादी कर ली और वहीं से इसे लेकर यहां आ गया.. राहुल से छोटा एक भाई और बहन है जो पढ़ रहे हैं… राहुल के पिताजी एक गद्दी पर हिसाब लिखने का काम करते हैं. कर्ज लेकर पढ़ाया राहुल को.. इसका छोटा भाई पढ़ भी रहा है और ट्यूशन भी पढ़ा रहा है… बहुत आरजू मिन्नत किया मां आ जाओ कैसे संभालूंगा मैं अकेला.. मां की ममता आ गई… इसके पापा ने बहुत मना किया पर..

इस कहानी को भी पढ़ें:

मिठास – रश्मि स्थापक

                          निशी ने एक बेटे को जनम दिया.. डिस्चार्ज हो कर घर आई… बच्चे को मां का दूध जरूरी होता है ये बात राहुल की मां निशी को समझाती पर फिगर खराब होने की बात कह निशी साफ इंकार कर देती… अब सास बहू में #तकरार #होने लगे… बच्चा भूख से रोता तो राहुल की मां बॉटल से डिब्बे का दूध पिला देती… एक महीना बीतते बीतते निशी सास को वापस लौटने पर बेबस कर दिया..

                      बच्चा रोते रहता निशी अपने काम में व्यस्त रहती… राहुल ने एक बुजुर्ग महिला को काम पर रखा… जो बच्चे को तेल लगाने नहलाने से लेकर पूरी देखभाल कर सके.…मां के प्यार दुलार में पला बच्चा और पगार लेकर पालने वाली में बहुत अंतर हो जाता है… बच्चा कुपोषित लगता.. हमेशा रोते रहता…

कितनी बार आस पड़ोस वाले बच्चे के बेतहासा रोने की आवाज सुन दरवाजे के पास चले जाते… पता चलता बाहर से दरवाजा बंद है और अंदर बच्चा रोए जा रहा है… राहुल से शिकायत करते तो अपना सिर पीट लेता.…सुन्दरता और प्यार का खुमार धीरे धीरे राहुल के ऊपर से उतर रहा था…. निशी को प्यार से डांट कर हर तरीके से समझाया पर वही ढाक के तीन पात.…आपसी #तकरार #बढ़ता हीं जा रहा था..

            निशी के फालोवर्स  बढ़ रहे थे लाइक कमेंट भी खूब आ रहे थे पर पति और बच्चे से दूर होती जा रही थी… मुहल्ले के शादी ब्याह या जन्मदिन में जाती तो लड़कियां और महिलाएं उसके साथ सेल्फी लेने को लालायित रहती… लड़कियां रील्स बनाने के ट्रिक पूछती… कुछ उसके साथ परछाई सी रहती पता नही किसी रील में वो भी शायद दिख जाए… खैर…

            और आज फिर निशी दरवाजा खोल कर रोड लगी बड़ी सी गाड़ी के पास रील्स बनाने में लगी थी, भोजपुरी का सस्ता सा गाना बज रहा था.. मुहल्ले के छिछोरे लालचाई कामुक नजरों से निशी के अधनंगे शरीर को घूर रहे थे….

                  बच्चा सोया था.…उठा तो खुला दरवाजा देख मां मां करता सीढ़ी की ओर चला गया, संतुलन बिगड़ने से गिरते हुए नीचे आ गया.…हॉस्पिटल ले जाते ले जाते देर हो चुकी थी…

               #स्वलिखित सर्वाधिकार सुरक्षित #

 

     Veena singh

1 thought on “तकरार – वीणा सिंह : Moral stories in hindi”

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!