अब तक आपने पढ़ा..
राहुल के मम्मी पापा गौरव के घर आते है … गौरव को अनुराधा का ऐसे सबसे मिलना कुछ ठीक नहीं लगता…
अब आगे…
गौरव ऑफिस जाने के लिए रेडी होकर नीचे आता है…. सबके साथ नाश्ता करता है ….अनुराधा भी उसके साथ जाने के लिए रेडी होती है…. गौरव को table पर से उठते हुए देख कर…. डेविड गाड़ी निकालने चला जाता है…..
गौरव दीनदयाल जी और शांति जी से मिल कर बाहर जाता तो अनुराधा भी उसके पीछे जाती है
डेविड गौरव के लिए गाड़ी का दरवाज़ा खोलता है और अनुराधा डेविड के साथ आगे वाली सीट पर बैठ जाती है |
डेविड थोड़ा सा सामने वाला mirror ठीक करता है तो उसमें गौरव दिखने लगता है..
अनुराधा भी mirror की तरफ देख रही थी……डेविड गाड़ी स्टार्ट करता है और उसे सड़क पर दौड़ा देता है…
थोड़ी दूर जाकर traffic signal पर जब गाड़ी रुकती है तो गौरव और अनुराधा दोनों ही mirror में देख रहे थे…. गौरव अनुराधा को देख कर मुस्कुराता है…. अनुराधा अपनी आँखे नीची करके बाहर देखने लगती है |
थोड़ी दूर जाने पर गौरव डेविड को गाड़ी रोकने के लिए बोलता है |
“क्या हुआ सर…. कुछ काम है आपको? “
“हाँ.. अनुराधा जी क्या आप मेरे लिए पानी ले आयेंगी… वो देखिये शॉप “
‘लेकिन सर…. पानी”
“डेविड… मैंने कुछ कहा क्या तुमसे “
नहीं सर …उसकी आवाज़ धीमी हो गयी थी |
“जी मैं ले आती हूँ “कह कर अनुराधा गाड़ी से उतर गयी..
गौरव अनुराधा को जाते हुए देख रहा था… जैसे ही वो शॉप में गयी गौरव मुस्कुराया और डेविड से बोला….
चलो …..
“लेकिन सर मैडम “
गौरव ने mirror में से उसको देखा…. डेविड ने गाड़ी आगे बढ़ा दी…
अनुराधा जब पानी की bottle ले कर बाहर आयी तो उसने देखा गाड़ी नही है…
उसने अपना फोन निकला और डेविड को फोन लगाया….
डेविड drive कर रहा था तो उसने फोन speaker पर कर दिया
हैलो ….
डेविड आप कहाँ है मुझे गाड़ी कहीं दिखायी नही दे नही ?
डेविड कुछ बोलता उस से पहले गौरव ने कहा – “मिस अनुराधा वो राहुल का फोन आया था कुछ urgent था इसलिए मुझे निकालना पड़ा….आप आए जाएं… आपको ऑफिस तो पता है ना? “
जी सर …
गुड… कह कर गौरव ने डेविड को फोन cut करने के लिए बोला |
अनुराधा कुछ तो समझ गयी थी…. उसने cab बुक की और गौरव के ऑफिस पहुँच गयी… |
गौरव लिफ्ट का इंतज़ार कर रहा था… तभी अनुराधा भागते हुए वहाँ पहुँची…. गौरव ने एक नज़र उसको देखा और बोला
गुड…. आई एम इम्प्रेसेड…
अनुराधा ने मन में ही कहा — पता है मुझे ये सब आपने जान बूझ कर किया है …. और गौरव की तरफ देख कर मुस्कुरा दी |
गौरव ने अपने केबिन में पहुँच कर रीना को बुलाया और कहा –
“रीना ये मिस अनुराधा है किसी के साथ इनको भेजो और ऑफिस की पूरी सेक्योरिटी के बारे में बताओ |
जी सर
आप जाएं और सब चेक कर लें फिर मुझे बताएं |
अनुराधा ने जी कहा और रीना के साथ बाहर चली गयी |
कुछ देर में सब चेक करके अनुराधा और रीना गौरव के केबिन में वापस आ गयी….. राहुल भी उसी के केबिन में था..
गौरव ने रीना सी पूछा ” सब ठीक से चेक कर लिया आपने कहीं कोई प्रॉब्लम तो नही है.. “
“नहीं सर सारा सेक्योरिटी सिस्टम सही है और बहुत बढ़िया है “
‘धन्यवाद गौरव ने मुस्कुराते हुए कहा….
राहुल ने कहा -” चलें मीटिंग के लिए देर हो रही है “
“हाँ चलो ” गौरव ने अनुराधा की तरफ देखते हुए कहा
“मिस अनुराधा क्या आप ये सब files ठीक कर देंगी.. वो क्या है ना कि मैं किसी पर भरोसा नही करता… वैसे रीना कर देती लेकिन वो मेरे साथ जा रही है….. और हाँ थोड़ी सी dusting भी कर दीजियेगा…”
अनुराधा, रीना और राहुल तीनो ने एकसाथ उसकी तरफ देखा…..
रीना कुछ बोलने ही वाली थी कि…. गौरव ने कहा… “चले आप दोनों वरना मीटिंग के लिए लेट हो जायेंगे “
राहुल और रीना चेहरे पर हैरानी के भाव लिए हुए गौरव के पीछे जाने लगे
उनके जाने के बाद अनुराधा ने कहा – “मुझे पता चल रहा है कि ये सर क्या करने की कोशिश कर रहे हैं …. खैर order है करना तो होगा ही और वो टेबल पर रखी हुयी files ठीक करने लगी |
लगभग तीन घंटे बाद गौरव अपने केबिन में वापस आया तो अनुराधा उसके केबिन के बाहर ही बैठी हुयी थी … उसे देख कर वो खड़ी हो गयी…. रीना भी उसके साथ थी….. गौरव अंदर चला गया और रीना वही बाहर अपनी desk पर बैठ गयी…. उसने अनुराधा से पूछा ” कुछ खाया आपने ? “
नहीं – अनुराधा ने छोटा सा जवाब दिया
मैं कुछ मंगवा देती हूँ क्या लेंगी आप?
तभी रीना की टेबल पर रखा हुआ फोन बजा रीना ने बात की और ओके सर बोल कर फोन रख दिया….
उसने अनुराधा की तरफ देख कर कहा…. आपको सर बुला रहे हैं…
अनुराधा ने हाँ कहा और गौरव के केबिन में चली गयी
जी सर आपने बुलाया
हाँ… वो आप मेरी एक हेल्प करेंगी?
जी बताएं..
मुझे कॉफी चाहिए…. कैपेचीनो… नीचे ग्राउंड फ्लोर पर एक कैफे है…. क्या आप ला देंगी?
रीना को कुछ पेपर्स रेडी करने है और मैं किसी पर भरोसा नहीं करता आपको तो पता ही है तो…
Ok सर…
और हाँ वो ठंडी नहीं हो जाए मुझे ठंडी कॉफी पसंद नहीं …
जी..
कह कर अनुराधा बाहर चली गयी
थोड़ी देर के बाद अनुराधा कॉफी ले कर आयी तो रीना उसे देख कर बोली… “आपको कॉफी पीनी थी तो आप मुझे बोला देतीं ना मैं ऑर्डर कर देती आपको लेने जाने की क्या ज़रूरत थी “
” अरे मेरे लिए नही …ये सर के लिए है “
“सर के लिए…. वो तो कॉफी नहीं पीते चाय पीते हैं और दोपहर में तो जूस पीते हैं… वो मैंने उन्हें दे दिया… “
अनुराधा को बहुत तेज़ गुस्सा आया लेकिन वो कुछ नहीं बोली… और मुस्कुराकर बोली “कोई बात नहीं क्या पता उनका मन हो… मैं पूछ लेती हूँ.. और knock करके अंदर चली गयी
गौरव कंप्यूटर पर कुछ देख रहा था…
सर आपकी कॉफी… अनुराधा ने कहा
थैंक यू…. वैसे मेरा मन नहीं हैं…. आपको पसंद है तो आप ले ले गौरव न कह कर सोफे की तरफ इशारा किया
Ok सर
और वो वहीं सोफे पर बैठ कर कॉफी पीने लगी …. एक सिप ले कर वो बोली nice बहुत ही बढ़िया कॉफी है… थैंक्स सर
गौरव ने उसकी तरफ देखा और फिर अपने काम में लग गया |
अनुराधा कॉफी पी कर बाहर रीना के पास आ कर बैठ गयी.. उसे फिलहाल तो कुछ काम नहीं था वो अपना मोबाइल देख रही थी..
शाम को घर जाने का time हुआ तो राहुल गुनगुनाता हुआ गौरव के केबिन की तरफ आ रहा था….
ये शाम मस्तानी मदहोश किये जाए
उसने अनुराधा को देखा बाहर बैठे हुए तो रुक गया और उसके पास जा कर गाने लगा…
मुझे डोर कोई खीचें
तेरी ओर लिए जाए ..
डोर संभाल कर खींचना कहीं टूट ना जाए.. गौरव ने बाहर आते हुए कहा..
राहुल ने कहा.. नहीं टूटेगी
चलें….
हाँ…
चलिए अनुराधा जी ….राहुल ने कहा
दोनों पार्किंग में आ गए…. डेविड ने गाड़ी निकली और दोनों घर की तरफ जाने लगे |
रास्ते में गौरव ने डेविड से कहा जिम ले चलो
Ok सर …
थोड़ी देर में गाड़ी जिम के सामने खड़ी थी.. गौरव के साथ – साथ अनुराधा और डेविड भी उतर कर नीचे आ गए अनुराधा चारों तरफ देख रही थी और डेविड भी |
तीनो जिम के अंदर गए जिम के onwer ने गौरव का welcome किया….गौरव ने चेंज किया और वार्मअप करने लगा …अनुराधा और डेविड चारों तरफ देख रहे थे…. जिम काफ़ी बड़ा था लेकिन ज़्यादा लोग थे नही…. एक तरफ रिंग था और दूसरी तरफ exersice machines लगी हुई थी…. अनुराधा को ये सब देख कर अच्छा लग रहा था | सब तरफ देखने के बाद… वो जिम में लगी हुई machines को देख रही थी…
गौरव उसे ही देख रहा था…. उसने कुछ सोचा और owner को बुलाया उस से कुछ कहा… थोड़ी देर में owner अपने हाथ में एक बैग ले कर आया….
गौरव ने अनुराधा को बुलाया और बैग देते बोला “वार्मअप करना चाहेंगी आप.”.. मन तो अनुराधा का भी कर रहा था क्योंकि वो दिन भर से बैठी हुयी थी
उसने वो बैग लिया और चेंज करने चली गयी
थोड़ी देर में अनुराधा चेंज कर के आ गयी… गौरव के साथ वो भी वार्मअप करने लगी और कुछ exersice भी
थोड़ी देर में गौरव उसको अंदर वाले रूम में ले आया जहाँ private रिंग था….. अनुराधा ने देखा तो पूछा – “यहाँ क्यों..?
गौरव रिंग के अंदर गया और अनुराधा को ऊपर आने को बोला…. अनुराधा रिंग के अंदर आ गयी
गौरव ने बोला – देखे ज़रा आप कितना ट्रेनेड हैं?
अनुराधा मुस्कुराई और बोली सर आप मुझे परखने के लिए यहाँ लाए है?
हाँ ऐसा ही समझ लें आप कमिशनर ने जो आपके बारे में कहा है वो सही भी है या नही ?
अनुराधा ने कहा ….रहने दें ना सर और रिंग से बाहर जाने के लिए कदम बढ़ाया
उसके इतना कहते ही गौरव ने पीछे से उसकी गर्दन पर हाथ रखा और उसे कस दिया ….
‘जब आप मुझसे नहीं लड़ सकती तो किसी ने मुझ पर attack किया तब क्या करेंगी? “
अनुराधा को गौरव की इस हरकत की उमीद नही थी उसने लंबी सांस भरी अपनी हाथों की मुट्ठी बनाई और मन में बोला sorry मैंने आपको मना किया लेकिन… अब कुछ नही हो सकता..
अनुराधा ने अपना एक पैर उसके पैर पर मारा अपने गौरव के कसे हुए हाथ को अपने हाथ से छुड़ाया और उसे मोड़ कर गौरव को नीचे गिरा दिया….. गौरव नीचे लेट गया… अनुराधा ने उसके मुड़े हुए हाथ को कस के पकड़ते हुए एक पैर उसके सीने पर रखा और उसे लॉक कर दिया… गौरव ने कोशिश की अपने को आज़ाद करने की लेकिन वो हो नही पाया…. उसने
गिवअप किया तो अनुराधा ने अपनी पकड़ ढीली की… उसके ऐसा करते ही ही गौरव ने उसे पलट दिया और उसके ऊपर आ गया दोनों एक दूसरे के ऊपर थे और उनकी सांसे बहुत तेज चल रही थी…. गौरव मुस्कुराया और उसकी नज़रे अनुराधा की नज़रों से मिल गयी….. वो उसे देखे जा रहा था…. अनुराधा भी उसे देखे जा रही थी |
आशा करती हूँ कहानी का ये भाग आपको पसंद आया होगा…जल्दी ही फिर मिलूँगी |
भाग – 7 का लिंक
भाग – 5 का लिंक
धन्यवाद
स्वरचित
कल्पनिक कहानी
अनु माथुर
©®