राम एक युवा व्यक्ति है जो कम पढ़ा लिखा ग्रामीण है । उसी गांव में मनीषा की मौसी रहती है जहां गर्मी की छुट्टियों में वह घूमने जाती है एक दिन उसकी मुलाकात राम से होती है जो खेत में काम कर रहा होता है और मनीषा अपनी मौसी के साथ गांव घूमने निकली है । राम ने कहा मौसी कैसी हैं और हाल समाचार पूछता है । मनीषा उसके व्यक्तित्व को देखते ही रह गई । सबके प्रति राम का अपनापन सबके लिए सहयोग की भावना देखकर उसे पसंद करने लगी ।
राम अपने में मस्त रहने वाला उसे भनक तक ना लगी की कोई लड़की मन ही मन उसे पसंद करने लगी है । दोनों में दोस्ती हो गई और आपस में मिलने लगे और बातें होने लगी । एक दिन बहुत तेज बारिश होने लगी और आकाश से बिजली कड़की । मनीषा आंखें बंद कर राम के सीने से लग गई । राम हड़बड़ा गया पर वह भी मनीषा के प्यार को समझने लगा । इस तरह दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे । जब इसकी भनक मनीषा के पिता को लगी तो वह मनीषा को वापस लेने आ गए ।
मनीषा नहीं जाना चाहती थी तब न जाने का कारण उसके पिता ने जानना चाहा तो उसने राम के बारे में बताया । मनीषा के पिता बहुत नाराज हो गए और कहा कि वह हमारे बराबरी का नहीं है और उसे लेकर वापस चले जाते हैं पर मनीषा राम को याद करके रोती रहती है और बीमार पड़ जाती है और बेहोशी की हालत में भी राम का ही नाम लेती रहती है । उसे लगता है कि राम ने उससे मुँह मोड़ लिया है ।
पिताजी को अपनी गलती का एहसास होता है और वह राम को शहर बुला लेते हैं । राम को पास पाकर मनीषा ठीक होने लगती है और एक दिन पूर्ण रूप से ठीक होकर घर आ जाती है और मनीषा के पिता दोनों की शादी धूमधाम से कर देते हैं ।
अनिता मंदिलवार सपना
विषय- मुँह मोड़ना