एक दिन विमला अपनी बेटी पूनम से मिलने उसकी ससुराल गई तो उसने देखा पूनम अपनी सास रेखा से किसी बात पर झगड़ा कर रही थी रेखा को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वह काफी बीमार हो विमला ने जब पूनम से झगड़े का कारण पूछा तो पूनम गुस्से में बोली “कह रही है मेरे लिए खिचड़ी बनाओ कभी कहती है मेरे लिए दलिया बनाओ मैं तो परेशान हो गई हूं
इनकी फरमाइशों से मैं अपने बच्चों की सेवा करूं या इनकी सेवा करूं खुद बनाकर नहीं खा सकती” बेटी की बात सुनकर विमला का चेहरा उतर गया था कुछ ऐसी ही गलती वे बहुत पहले अपने जीवन में कर चुकी थी जिसके कारण उन्हें बहुत दुख झेलना पड़ा था सरकारी नौकरी करने वाले मनोज के साथ सात फेरे लेकर जब वह ससुराल गई तो वह खुद को सौभाग्यवती समझ कर बेहद खुश हो रही थी उस वक्त उसकी खुशी दुगुनि हो
गई थी जब शादी के ६साल के अंदर ही वह दो बेटों और एक बेटी पूनम की मां बन गई थी अपनी खुशी में वह यह भी भूल गई थी कि उसके पति को एक सफल इंसान बनाने में उसकी सास दुर्गा का बहुत योगदान था। दुर्गा बेहद सीधी साधी और मेहनती औरत थी जो सारे घर की सफाई बर्तन कपड़े खुद धोती थी
वह विमला को इतना प्यार करती थी कि उसने उसके आते ही अपने घर की चाबी यह सोचकर उसके हाथ में ही सौंप दी थी कि बुढ़ापे में दो रोटी खाकर आराम से जीवन का सफर व्यतीत करूंगी।
लेकिन घर की चाबी मिलने के बाद विमला में अपने सौभाग्यवती होने का बेहद गुरुर आ गया था जिसके कारण वह अपने पति और बच्चों के लिए खाना बनाकर उन्हें खिला देती परंतु, जब दुर्गा अपने खाने के लिए रोटी मांगती तो वह उन्हें रोटी देने से साफ इनकार कर देती तब भूख लगने पर वह पड़ोसियों के घर जाकर बैठ जाती थी और उनसे रोटी मांग कर किसी तरह अपना पेट भर लेती थी।
एक दिन विमला के रोटी ना देने पर जब दुर्गा ने अपनी पड़ोसन राधा से खाना मांगा तो राधा उनसे यह पूछ बैठी” तुम्हारी बहु तुम्हें खाना नहीं देती”तब विमला दुखी स्वर में बोली”मेरी बहू मुझे खाना देने से साफ इनकार कर देती है”विमला की बात सुनकर राधा तुरंत पूनम के पास पहुंच गई और उससे बोली”तू अपनी सास को खाना भी नहीं दे सकती लानत है तुझ पर जिसने तुझे अपना बेटा और घर बार सभी सौंप दिया तू उसे दो वक्त की रोटी भी नहीं दे सकती। “
राधा की बात सुनकर विमला बेहद गुस्से में अपनी सास से बोली”सारे गांव में मेरी चुगली करती फिरती है आज के बाद मैं तुम्हें ऐसा सबक सिखाऊंगी कि तुम कभी भी किसी से मेरी चुगली नहीं करोगी फिर उसने एक थप्पड़ अपनी सास के गाल पर मार दिया।
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थप्पड़ लगते ही उसकी सास बुरी तरह से रोते हुए विमला को बददुआ देने लगी थी तभी अचानक दिल का दौरा पड़ने के कारण वो हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गई थी उस वक्त दुनिया को दिखाने के लिए विमला दहाड़े मार मार कर रोने लगी थी।
लेकिन ऊपर वाला सबके साथ न्याय करता है एक दिन जब मनोज ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था तभी दिल का दौरा पडने के कारण अचानक उसकी मृत्यु हो गई थी तब विमला दुख से निढाल होकर पति की मृत देह से लिपटकर रोने लगी थी तब पड़ोसियों ने उसे बड़ी मुश्किल से संभाला था।
पति के जाने के बाद विमला पर आर्थिक संकट आ गया था जिसे दूर करने के लिए वह एक कंपनी में नौकरी करके अपने बच्चों की परवरिश करने लगी थी तीनो बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करने लगी थी। उसका बड़ा बेटा राघव 12वीं कक्षा पास करने के बाद डॉक्टर बनने के लिए नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा था परीक्षा वाले दिन वह तैयार होकर घर से जाने लगा तो रास्ते में एक गाड़ी ने उसे
ऐसी टक्कर मारी की वहीं पर उसके प्राण निकल गए तब जवान बेटे की मौत का समाचार पाकर विमला बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी थी तब राधा और उसके परिजनों ने उसको सहारा दिया जिसके फल स्वरुप विमला होश में तो आ गई थी परंतु,
जब गांव के लोग दबे स्वर में उसकी सास के प्रति उसके द्वारा किए हुए व्यवहार को याद करते हुए उसके बारे में कुछ कहते तो उसका बेहद सौभाग्यवती होने का गुरुर खत्म हो गया था और सास के प्रति अपने द्वारा किए हुए व्यवहार पर खेद महसूस होने लगा था ।
वह नहीं चाहती थी कि उसके जैसी गलती उसकी बेटी भी करें यही सोच कर वह बेटी को समझाने के लिए एक दिन वह अपनी बेटी के ससुराल पहुंच गई थी जहां सास के प्रति बेटी का व्यवहार देखकर विमला उसे समझाते हुए बोली”बेटी यदि तुझे हमेशा के लिए सौभाग्यवती बने रहना है
तो अपनी सास की सेवा कर उसकी जो इच्छा हो वही बनाकर खिला क्योंकि सास की दुआओं में बहुत ताकत होती है जब वह खुश होती है तो घर खुशहाली से भर जाता है और दुखी होती है तो हमेशा के लिए सौभाग्य खत्म हो जाता है चल अपनी सास से माफी मांग और जो उनका मन कर रहा है वही बनाकर उन्हें खिला।”
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विमला की बात सुनकर पूनम शर्मिंदा हो गई थी सास से माफी मांग कर जब उसने उन्हें उनकी पसंद का खाना बना कर दिया तो उन्होंने पूनम को सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देते हुए गले से लगा दिया था तब सास बहू को गले मिलते देख विमला के चेहरे पर मुस्कान आ गई थी।
#सौभाग्यवती
लेखिका : बीना शर्मा