इंस्टाग्राम पर रूपा को एक मैसेज आता है
“आप बहुत खूबसूरत है रूपा जी “
रूपा तुरंत इंस्पेक्टर विक्रम और रेखा को अपने घर पर बुला लेती है।
“विक्रम जीजू यह देखिए उसका मैसेज आ गया”
विक्रम : रूपा रुक जाओ ,वेट करो ,अभी आगे वह कुछ और लिखेगा।
तभी दूसरा मैसेज आता है
” रूपा जी आपने मैसेज पढ़ तो लिया पर आप जवाब क्यों नहीं दे रही !!
विक्रम : रूपा अब लिखो मैं तुमको बिना देखे तुम पर कैसे विश्वास करूं!!
उधर से जवाब आता है
” अरे आपने नहीं देखा तो क्या हुआ मैं तो आपको रोज देखता हूं ,”
रूपा :विक्रम जीजू यह तो बिल्कुल गिरा हुआ बदमाश लग रहा है ।
विक्रम :रूपा वेट करो अभी यह कुछ और लिखेगा !
तभी फिर मैसेज आता है
“रूपा जी आप जैसी खूबसूरत लड़की के लिए खूबसूरत फूल भेज रहा हूं “
तभी रूपा के घर की कॉल बेल बजती है ।रूपा ,विक्रम, रेखा सारे चौक जाते हैं। रूपा दरवाजा खोलने जाती है। स्पेक्टर विक्रम और रेखा दरवाजे के अगल-बगल छुपकर खड़े हो जाते हैं ।डिलीवरी ब्वॉय गुलाब के फूलों का गुच्छा लेकर आया था । जैसे ही वह फूल रूपा को देता है इंस्पेक्टर विक्रम तुरंत बाहर निकलते हैं और उससे पूछते हैं कि यह फूल किसने भेजे हैं। वह लड़का पुलिस को देखकर घबरा जाता है ।वह कहता है उसे नहीं पता वह तो सिर्फ एक डिलीवरी बॉय है ।इंस्पेक्टर विक्रम उसके पीछे जाते हैं। रेखा रूपा कमरे के अंदर आती हैं ।
इंस्टाग्राम पर मैसेज आ चुका था ।
“फूल अच्छे लगे ?”
रेखा और रूपा दोनों के माथे पर पसीना आ जाता है ।क्या वह आदमी यहीं कहीं पास में है? क्या वह सब देख रहा है? अगर उसने इंस्पेक्टर विक्रम को देख लिया तो सारे प्लान पर पानी फिर जाएगा ।
रूपा मैसेज लिखती है
“जब तक मैं तुमको देख नहीं लेती मैं तुमसे दोस्ती नहीं कर सकती “
उधर इंस्पेक्टर विक्रम अंदर आते हैं ।वह रूपा से कहते हैं कि पुलिस उस डिलीवरी बॉय के पीछे गई है जहां से फूल भेजे गए हैं ।वहां से शायद उस आदमी का पता चल सके। इधर वह लड़का जो इंस्टाग्राम पर है इसका नाम उसने रोहन बताया है। वह एक तस्वीर भेजता है ।तस्वीर उसके हाथों की है। रेखा तस्वीर देखकर बहुत चौक जाती है। उस तस्वीर में जो हाथ था उसकी छोटी उंगली का नाखून बहुत लंबा था और उस पर गोल्डन नेल पॉलिश लगी थी ।
रेखा कहती है
“यह वही है ,यह वही दरिंदा है। उस लड़की ने मुझे बताया था। वह लड़की जो अस्पताल में है ।समीर जी !!यह समीर जी हैं ।
इंस्पेक्टर विक्रम कहते हैं
“समीर जी एक बहुत बड़ी हस्ती हैं। उन पर इस तरह से हम इल्जाम नहीं लगा सकते लेकिन अगर तुमको उन पर शक है तो हम उसका पीछा जरूर कर सकते हैं ।जब तक हमें पुख्ता सबूत नहीं मिल जाते ,हम उन्हें रंगे हाथों ना पकड़ ले तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं।
रेखा फिर कहती है
“यह जरूर समीर जी ही हैं ,उनकी उंगली का नाखून ऐसे ही लंबा था। उसने देखा था। उस दिन स्टेज पर लेकिन अगले दिन जब समीर जी उससे मिलने घर पर आए उस दिन उनकी उंगली का वह लंबा नाखून कटा हुआ था और उस पर नेल पेंट भी नहीं रखा था। उसे पूरा शक है कि समीर जी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं।
तभी कॉल बेल दोबारा बजती है ।जितेंद्र आया है। वह बहुत घबराया हुआ था। वह रेखा को अपने फोन पर एक पोस्ट दिखाता है। वह बताता है कि उसे मालूम पड़ा कि कुछ लोगों ने एक ग्रुप बना रखा है और जो भी लोग उस ग्रुप में सदस्य हैं सभी ने अपनी छोटी उंगली के नाखून को लंबा करके उस पर गोल्डन नेल पॉलिश लगा रखी है।यह एक दूसरे से संपर्क बनाने का उनका एक तरीका है। रेखा यह सुनकर चौक जाती है।
” तो क्या इसका मतलब ऐसे कई लोग होंगे “
जितेंद्र कहता है हां उसने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट देखी। एक खास कैफे में जाने वाले लोग ऐसा कर रहे हैं ।जो भी उस कैफे में सदस्य हैं उन सब लोगों ने अपनी छोटी उंगली का नाखून बढ़ाया है और गोल्डन नेल पॉलिश लगाई है क्योंकि उस कैफे का नाम ही” द गोल्डन कैफे” है ।यह एक दूसरे के प्रति उनका लगाव दर्शाता है कि वे सब एक ही जगह से कॉफी पीने जाते हैं । मैं अभी गोल्डन कैफे हो कर आ रहा हूं ।वहां पर लगभग 640 सदस्य हैं उसमें से 320 औरतें हैं बाकि पुरुष ।सभी तो अपने नाखूनों पर गोल्डन पॉलिश नहीं लगाते लेकिन कुछ लोग ऐसा करते भी हैं ।मैं वहां से उन सारे पुरुष मेंबर्स की लिस्ट लेकर आया हूं ।
जितेंद्र लिस्ट विक्रम को देता है। इंस्पेक्टर विक्रम जितेंद्र की बहुत तारीफ करते वह कहते हैं उसने बहुत ही नायाब काम किया है। इस तरफ पुलिस का ध्यान कभी भी नहीं जाता। उधर इंस्पेक्टर विक्रम की पुलिस की टीम फ्लोरिस्ट से होकर आई है जहां से वह फूल रूपा को भेजे गए थे ।यह सारे मिलकर उस लिस्ट के नाम में से उस नाम को मिलाने लगते हैं जिसने फूल भिजवाए थे। काफी देर की मशक्कत के बाद एक नाम मैच करता है ।नाम होता है H.N यानी किसी के नाम का शॉर्ट फॉर्म है लेकिन इसका पूरा नाम क्या है ??वह लोग नहीं जानते ।
रेखा अचानक से कहती है इसका मतलब वह समीर जी नहीं थे उसे उसका दिल तो कह रहा था कि समीर जी इस तरह की हैवानियत भरी हरकत नहीं कर सकते लेकिन हो सकता है समीर जी इस एच एन नाम के आदमी को जानते हो?? हो सकता है वह उनका दोस्त हो क्योंकि वह भी उसी कैफे में जाते हैं जहां वह इंसान जाता है। वह जितेंद्र से कहती है कि हमें तुरंत समीर जी से संपर्क करना चाहिए। वह उनकी इस मामले में काफी मदद कर सकते हैं लेकिन समीर जी से संपर्क करना इतना आसान नहीं था। एक जाने-माने नेता थे और अक्सर रैलियों में और मीटिंग में बिजी रहते थे ।जितेंद्र उनको व्हाट्सएप पर मैसेज करता है और मिलने के लिए अपॉइंटमेंट लेता है ।वह सामने मिलकर ही उनसे बात करना चाहता था जिससे उनके चेहरे का भाव भी देख सकें।
इधर इंस्टाग्राम पर मैसेज आता है उसी रोहन नाम की आईडी से।
“फूल कैसे लगे रूपा!!”
रूपा यह मैसेज पढ़कर और भयभीत हो जाती है ।क्या वह इंसान उनके घर के पास ही था और अब उन पर नजर रख रहा था ??क्या रूपा की जान को खतरा था ??
तब तक मैं इंस्टाग्राम पर फिर से मैसेज आता है।
” अब तो मिलोगी ना मुझसे बताओ ??आज रात को !!मैं तुम्हें एड्रेस भेज दूंगा”
इंस्पेक्टर विक्रम रूपा को इशारा करते हैं कि वहां में उत्तर दें। आज उस हैवान का अंतिम दिन होगा। पुलिस उसे रंगे हाथ पकड़ लेगी लेकिन इंस्पेक्टर विक्रम नहीं जानते थे कि यह सब इतना आसान नहीं है ।वह कातिल इन सब से एक कदम आगे चल रहा था और इसकी खबर किसी को भी नहीं थी
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गरिमा जैन