देख निधि.. जब लड़के वाले आए तो उनके सामने चुपचाप बैठी रहना, ज्यादा खिलखिलाना मत, जितना पूछे उतना ही जवाब देना, गर्दन नीचे ही रखना और अपने यह फालतू के शौक बैडमिंटन, बास्केटबॉल इनके बारे में मत बताना! अगर पूछे तो कह देना मुझे तो सिलाई कढ़ाई और खाना बनाने का शौक है! और हां ज्यादा अपनी पढ़ाई का बखान मत करना, उन्हें एक घरेलू संस्कारी बहू की जरूरत है ना की तेज या स्मार्ट लड़की की! एक बार यह रिश्ता हो गया तो फिर देखना तेरे तो भाग्य खुल जाएंगे! सोने के झूले मैं झूलेगी. !
राज करेगी राज !कितना अच्छा लड़का है निहाल.. कितनी बड़ी फैक्ट्री है कारोबार है, अपने पापा का पूरा बिजनेस वही संभालता है,उसका एक पांव भारत में रहता है और दूसरा विदेश में! बस तू उनके सामने जो पूछे उनकी हां में हां मिला देना , फिर देखना कैसे मना करेंगे इस रिश्ते से और वैसे भी मेरी बेटी लाखों में एक है! इतनी सुंदर है कि उसके आगे तो सारे गुण भी फीके ही पड़ जाते हैं!
और हां उनके सामने अच्छी सी सिल्क की साड़ी पहन कर ही जाना! मैं चाहती हूं वे लोग पहली बार में ही तुझे पसंद कर ले और और निधि को अच्छी तरह समझा कर निधि की मां मेहमानों के आवभगत की तैयारी में लग गई! निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के लिए किसी भी अमीर खानदान से रिश्ता आना बहुत सौभाग्य की बात है, निधि की सुंदरता की वजह से ही रिश्ता आया था, और निधि की मां चाहती थी कि किसी भी कीमत पर यह रिश्ता हो जाए! जबकि निधि चाहती थी कि पहले उसकी पढ़ाई पूरी हो जाए और वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाए उसके बाद ही मां उसके रिश्ते की बात करें,
“क्या शारीरिक सुंदरता ही सब कुछ होती है” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi
किंतु उसकी मां चाहती है कि पहले उसकी शादी हो जाए और फिर उसके बाद वह जो पढ़ाई करना चाहे करती रहे! किंतु वह जानती है की जरूरी नहीं है कि हर ससुराल वाले अपनी बहू को आगे पढ़ने का मौका दें! किंतु अपनी मां के आगे निधि की एक न चली! खैर…शाम होते ही निहाल जो की देखने में बहुत ही स्मार्ट और हैंडसम था, का पूरा परिवार जिसमें उसके पापा मम्मी दीदी और जीजा जी… सभी निधि को देखने आए, सभी ने निधि से कुछ सवाल जवाब करें, जिनका निधि ने पूरी ईमानदारी के साथ उत्तर दिए! थोड़ी देर बाद निहाल की मम्मी बोली…
निधि बेटा.. थोड़ा सा चल कर दिखाना, दीदी बोली.. निधि कोई गाना गाकर सुनाना, निधि यह करके दिखाना, निधि वह करके दिखाना, किसी ने भी उसके शौक या रुचि के बारे में नहीं पूछा, ना ही उसकी पढ़ाई संबंधी भविष्य योजना के बारे में किसी ने कोई दिलचस्पी दिखाई! निधि कहना चाहती थी अभी मुझे बहुत पढ़ाई करनी है और मुझे r a.s की तैयारी करनी है क्योंकि r.a.s. बनना मेरा सपना है, किंतु जैसे ही वह कुछ बोलने को होती निधि की मां आंखें दिखा कर उसे चुप कर देती! निधि के पापा की तो घर में वैसे ही कुछ नहीं चलती थी!
एक दो बार निधि के पापा ने कुछ कहना भी चाहा किंतु उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया गया! जैसे तैसे करके निहाल के घर वालों को निधि पसंद आ गई और 8 दिन बाद सगाई का मुहूर्त निकलवाया गया! एक दिन निहाल ने फोन करके निधि को एक कैफे में मिलने को बुलाया और कहा.. उस समय सारे घरवालों के सामने तुमसे मेरी कोई बात नहीं हो पाई थी! मैं चाहता हूं सगाई से पहले एक बार तुम मुझसे आकर मिलो और अपने दिल की सारी बातें कहो! निधि यह सुनकर निहाल के विचारों पर गर्व करने लगी,
कितना सुलझे हुए व्यक्तित्व वाला लड़का है निहाल! कैसे झट से समझ गया कि मैं उससे कुछ कहना चाहती हूं! मैं निहाल से मिलकर उसे अपने सपने के बारे में सब बता दूंगी और मुझे पता है निहाल कभी भी मेरे सपने को पूरा करने से मना नहीं करेंगे! निहाल ने उसे 4:00 बजे कैफे में बुलाया था, किंतु निधि ट्रैफिक का सोचकर 3:00 बजे ही घर से निकल गई और 3:30 बजे कैफे पहुंच गई! निधि ने आज बहुत ही सुंदर पीले रंग का सलवार सूट पहना था और हल्का सा मेकअप करने के बाद तो वह बहुत ही सुंदर लग रही थी!
हालांकि उसे लग रहा था की लड़कियों को थोड़ा सा देरी से आना चाहिए ,निहाल क्या सोचेगा उसके बारे में..? इसमें कितना उतावलापन है मिलने का, पर अब क्या करूं. कहां जाऊं ..!वह थोड़ा सा वहां बने हुए छोटे से पार्क में आ गई जहां उसने देखा, निहाल अपने दोस्त से फोन पर बात कर रहा था और कह रहा था अरे यार… क्या करूं, पापा की जिद्द की वजह से यहां आना पड़ा, लड़की भले ही देखने में सुंदर है लेकिन बिल्कुल भी मेरे टाइप की नहीं है ,
पर कोई बात नहीं पापा मम्मी को ऐसे ही बहू चाहिए थी, तो वह अपनी इस बहू के साथ यहां इंडिया रह लेंगे, मैं तो वैसे भी यहां कम रहता हूं, और मेरे तो डबल मजे हैं,वहां मेरे साथ में सेलिना रहेगी और यहां निधि! अगर मैंने पापा को सेलिना के बारे में बता दिया तो पापा मुझे अपने प्रॉपर्टी से बेदखल कर देंगे, अंतःजैसा हो रहा है वैसा ही चलने देते हैं, और यह कहकर निहाल जोर-जोर से हंसते-हंसते जैसे ही घुमा.. देखा सामने निधि खड़ी थी और उसने उसकी सारी बातें सुन ली थी,
हौले हौले घुलती कड़वाहट – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
और गुस्से से उसे घूर रही थी! निहाल ने अपनी खूब सफाई देने की कोशिश की किंतु निधि तो उसको अच्छे से देख चुकी थी, समझ चुकी थी! निहाल ने उसको सॉरी बोला और कहा, अरे… जैसा तुम समझ रही वैसा कुछ भी नहीं है, मैं तो अपने दोस्तों से ऐसे ही मजाक कर रहा था, मुझे तो तुम बहुत पसंद हो! तब निधि ने निहाल से पूछा… क्या यह सच है कि आप पहले से शादीशुदा हैं, तो फिर आप मेरी जिंदगी खराब करने के लिए क्यों तैयार हैं, मैंने आपका क्या बिगाड़ा है, आप अपनी पत्नी के बारे में अपने परिवार वालों को बता क्यों नहीं देते !
आपने अपने घर वालों के साथ-साथ मुझे भी धोखे में रखा! किंतु भगवान भी कितना दयालु है उसने मुझे आप जैसे इंसान के चंगुल में फंसने से पहले ही बचा लिया! और हां.. मुझे नफरत है आप जैसे लोगों से जो अपने घर वालों को धोखा देते हैं! तुम जैसे लड़के, लड़कियों को सिर्फ खिलौना मानते हो, अच्छा रहा मैं यहां समय से पहले आ गई और तुम्हारी असलियत मेरे सामने आ गई, और मैं तुमसे यह रिश्ता अभी तोड़ती हूं, और सही भी है…
मेरी मां की आंखों के आगे से भी धनवान घर में सुखी रहने का पर्दा हटना चाहिए, क्योंकि उनकी नजरों में सिर्फ पैसे वाले घरों में ही लड़कियां सुखी रहती हैं! आज मुझे तुमसे रिश्ता ठुकरा कर कोई दुख नहीं हो रहा है, बल्कि मुझे तो इस बात की खुशी है कि समय रहते ही तुम्हारे बारे में पता चल गया और मैं तुमसे बच गई और उसने घर आकर सारी बातें अपनी मां को बताइ, उसकी मां भी उसकी बातें सुनकर दंग रह गई !
तब उन्होंने निधि से कहा.. बेटा.. में बहुत गलत थी कि पैसे वालों घरों में ही खुशियां मिलती हैं, अब मैं खुद तुझे कहती हूं कि जब तक तू अपने पैरों पर ना खड़ी हो जाए तब तक तुझे किसी और बारे में सोचने की जरूरत नहीं है, तेरी जिंदगी का फैसला तू स्वयं करेगी! तू स्वयं इतनी काबिल है कि तुझे कोई रिजेक्ट कर ही नहीं सकता, अपने दम पर फैसला लेने का हक रखती है, अब मैं समझ गई पैसों से शौक पूरे होते हैं खुशियां नहीं!
हेमलता गुप्ता
#बेटियां 6th जन्मोत्सव प्रतियोगिता