असली रिश्ता
“संध्या भाभी, आज फिर वही पुरानी सूती साड़ी? अरे त्योहार पर तो कुछ नया पहन लिया करो। मैं देखो ना, आपकी पसंद का साड़ी और भैया के लिए, कुर्ता लेकर आई थी । रीमा ने अपने चिर-परिचित चुलबुले अंदाज़ में बात शुरू की, लेकिन उसका स्वर में छिपा तंज संध्या भाभी को सुनाई दे गया। … Read more