प्रश्न चिन्ह – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

    रघुवा ने अत्यंत चिंतित मन से धीरे-धीरे चलते हुए स्कूल के प्रांगण से बरामदे में प्रवेश किया। इससे पहले वह केवल एक बार अपने पुत्र को  दाखिल करवाने ही तो स्कूल के अंदर आया था।  कितनी रौनक थी उस दिन यहां ! साफ-सुथरा स्कूल देखकर उसका अपना मन भी कितना खुश हो गया था कि … Read more

“इसे समझो ना रेशम का तार,राखी का मतलब है प्यार”-सुनीता मौर्या “सुप्रिया :Moral Stories in Hindi

ये बंधन सिर्फ कच्चे धागो का नही , प्यार और जिम्मेदारियों का भी हैप्रिय पाठकों आपने मेरी पिछली कहानी पढ़ी “राखी का धोखा”,आप सभी सुधी पाठकों का प्यार मिला अब उसका दूसरा भाग पढ़िये, “इसे समझो ना रेशम का तार,राखी का मतलब है प्यार!”जिन लोगों ने मेरी पिछली कहानी नही पढ़ी प्लीज वो Betiyan.in पर … Read more

सच्चा बंधन – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

“मम्मी,घर से दूर रहकर एक नई बात समझ में आई है मुझे।पूछो क्या?” रागिनी की बेटी (रिया)ने पूछा।रागिनी ने भी उत्सुकता से कहा”क्या बात ?बता ना।” “मां,बहन को उसकी रक्षा का वचन देकर  कलाई पर राखी बंधवाने का चलन सदियों पुराना है।देखो ना,जिनके भाई नहीं होते,वो लड़कियां तो असुरक्षित रह जातीं हैं।कोई उनकी रक्षा का … Read more

रिश्तों की गांठ – प्रतिमा पाठक :Moral Stories in Hindi

राखी का त्यौहार आने वाला था। बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सजे हुए थे, और बहनों की भीड़ हर दुकान पर उमड़ रही थी। मगर इस रौनक से दूर, एक छोटे से गांव की स्नेहा, चुपचाप एक राखी अपने हाथों से बना रही थी। वह हर साल की तरह इस बार भी अपने भाई अतुल को … Read more

ये बंधन सिर्फ़ कच्चे धागों का नहीं है – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi

आप भी ग़ज़ब करती हैं भाभी, अंशी  ने बचपन में राखी बाँधी थी  एक बार नितिन को । ये बंधन सिर्फ़ कच्चे धागों का नहीं है । इससे विश्वास, संकल्प और मान- मर्यादा जुड़ी होती हैं ।  स्नेहा ! अंशी छह साल की थी जब उसके पापा का तबादला हो गया था । उसके बाद … Read more

जाहिल – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

जाहिल औरत यह क्या किया? जरा सी सब्जी मेज पर गिरते ही विवेक इतनी जोर से चिल्लाया कि सिमरन का पूरा शरीर कॉंप गया। “जाहिल” ये तमगा तो जब से विवेक से शादी हुई थी 5 साल से सुनते-सुनते इतनी आदी हो चुकी थी कि कभी-कभी तो उसे लगता कि वह सचमुच जाहिल ही है। … Read more

जाहिल – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

जाहिल हो तुम प्रीति? तुम्हें किसके सामने कैसे पेश आना चाहिए ये कब समझ में आएगा।माना की तुम्हारे मायके का कोई स्टैंडर्ड नहीं था पर शादी के इतने सालों बाद भी कुछ नहीं सीखा तुमने? प्रकाश को बहुत मज़ा आता था प्रीति को जलील करने में और प्रीति भी अब तक आदी हो गई थी … Read more

ये बंधन सिर्फ कच्चे धागों का नहीं है – रेखा सक्सेना

“माँ, इस बार जब छुट्टी पर आया हूँ, तो सोच रहा हूँ कि रिया की शादी की बात आगे बढ़ाई जाए।” रितेश ने खाने की मेज़ पर बैठते हुए कहा। माँ ने रसोई से मुस्कुराकर जवाब दिया, “बहुत अच्छा सोच रहे हो बेटा, तेरे पापा की जगह तूने हमेशा निभाई है। रिया के लिए अच्छा … Read more

तेरी पत्नी को चढ़ाकर रखा हैं तूने – स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

सुधा जी के दो बार ग्लास खटखटाने की आवाज से प्रिया को महसूस हुआ कि शायद मम्मी जी पानी मांग रही हैं !! प्रिया डायनिंग टेबल पर सुधा जी के लिए पानी लेकर पहुंची ही थी कि सुधा जी बोली – पानी लाने में इतना समय लगता हैं क्या ?? मायके से कुछ संस्कार लेकर … Read more

फैसला – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” :  Moral Stories in Hindi

अंजलि अपने भाइयों के बीच एकलौती बहन थी, इसलिए बहुत नाजों से पली थी। अंजलि दोनों भाईयों  पर जान निछावर करती थी। क्या मजाल…! कि दोनों भाइयों को  कांटा भी चुभ जाए….. वो जमीन आसमान एक कर देती थी। दोनों भाई भी अंजलि को बहुत प्यार करते थे। माता-पिता तीनों बच्चों का आपसी प्रेम देखकर … Read more

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