वो सुनहरे दिन – नीरजा कृष्णा
आज मधुरिमा को बाहर का भी बहुत काम था और ऐन वक्त पर मेड भी धोखा दे गई थी। बेचारी परेशान होकर जल्दी जल्दी काम निपटाने की कोशिश कर रही थी। वो बहू की अफ़रातफ़री समझ भी रही थीं और महसूस भी कर रही थीं। वो पूजा समाप्त कर उसके पास आईं और सब्ज़ी वगैरह … Read more