मैं सज़ा दूंगी – सुषमा यादव
,,, ,, कुछ समय की बात है,, मेरे घर में एक महिला खाना बनाने आती थी,, उसकी सबसे बड़ी खासियत ये थी कि वह अपनी बेटी को तो प्रायवेट स्कूल में पढ़ाती थी, और सब गांव वालों की सोच के विपरीत अपने एकलौते बेटे को मेरे सरकारी स्कूल में पढ़ाती थी,,, मैं उससे कहती, तो … Read more