निभते है रिश्ते जब जुड़े हो दिल से – अनुपमा

अरे इस लड़की का दिमाग खराब हो गया है , लड़का पसंद है इसे इतना अच्छा काम और घर बार है फिर भी इन महारानी को अभी शादी नहीं करनी है … थक गयी हूं मैं तो इसे समझाते समझाते … 

अरे कोई मेरी सुन भी रहा है इस घर मैं , अलका जी सुबह सुबह से यूं ही बडबडा रही थी और ऋतु उनके सामने से ही ऑफिस के लिए निकल गयी । ऋतु को यूं जाते देख अलका जी का पारा और चढ़ गया और वो और खरी खरी सुनाने लगी अपने पति को ..

सर पर चढ़ा कर रखा है , कितना मना किया था क्या जरूरत थी नौकरी करवाने की , अरे जितनी जल्दी हो लड़कियों के हाथ पीले कर देने चाहिए , हम भी गंगा नहाए पर नही इन्हे तो उससे नौकरी करवानी थी ,, देख लो अब निकल गई है हाथ से … 

सुबह सुबह घर मैं क्लेश देख कर शर्मा जी ने उन्हे शांत कराने के लिए बोल दिया की अच्छा शाम को आयेगी तो बात करूंगा उससे , और इशारे से अपनी बहु को गर्मागर्म पकोड़े बनाने को बोला जिससे अलका का पारा थोड़ा ठंडा हो जाए ।

ऋतु जब शाम को घर आई तो शर्मा जी ने उससे बात करनी चाही पर ऋतु ने मौका ही नही दिया , उसने आते ही ऐलान कर दिया की उसे शादी से कोई दिक्कत नही है , जो सबको पसंद होगा वो उससे ही शादी कर लेगी पर पहले वो खुद का घर लेना चाहती है , उसके बाद ही शादी करेगी !!!! 

अलका जी ने ये सुना तो उन्होंने शोर सा मचा दिया ,ये क्या नया फितूर है इस लड़की की इसे खुद का घर लेने की जरूरत ही क्या है । इतने पैसे वालों का इकलौता लड़का है , पहले से ही उनके पास चार घर है अब क्या वो इसके लिए घर मैं रहेंगे , तब ये महारानी शादी करेगी ,बहुत मनमानी कर ली अब नही चलने दूंगी इसकी ,या तो इसकी शादी होगी या मेरी अर्थी उठेगी इस घर से ।

शर्मा जी ऋतु से कहते है ऐसा क्या हुआ बेटा पहले तो तुमने कभी नही कहा की तुम्हे ऐसा भी कुछ करना है …

पहले मुझे कहा पता था पापा सासे ऐसे भी बोल सकती है !

उस दिन मम्मी ने भाभी से कहा ,अपनी अपने बाप के घर चलाया करो !

और मुझसे भी तो कहती रहती है जो करना अपने ससुराल जाके करना …

मेरी सास भी इनके जैसे हुई तो..

भाभी की तरह वही बातें मुझे भी सुननी होगी अपने बाप के यहां जाकर अपनी चलाया करो…!

आखिर एक लडकी का अपना घर कौनसा होता है मायका या ससुराल ?

कोई नही ? आप लोगो के हिसाब से तो कोई भी नही न ?

इसलिए अपना घर तो चाहिए मुझे चाहे कुछ भी हो जाए जहां मैं अपने मन का कर सकू !!

अलका जी को उम्मीद नहीं थी की ऋतु कुछ ऐसा कह देगी जिसे सुनकर उनकी इस तरह बोलती बंद हो जाएगी ,और शर्मा जी बस उसे अवाक देखते ही रह गए , पर अलका जी ने अपनी बहु को बुलाया  और कहा बेटी ये घर तुम्हारा ही है यहां तुम वो सबकुछ कर सकती हो जो चाहती हो , पहन और खा सकती हो अपने मन का , अपनी मर्जी से जी सकती हो बस जिस तरह बेटी अपने मां बाप का मान सम्मान का ख्याल रखती है तुम भी वैसे ही इस घर का और हमारा ख्याल रखना और हमें माफ कर देना ,और उसे अपने गले लगा लिया , साथ ही ऋतु को भी !!!!!

#दिल_का_रिश्ता

अनुपमा

 

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