आशा और प्रभात को शादी के 8 साल हो गए थे लेकिन अभी भी उन दोनों को माता पिता बनने का सौभाग्य नहीं प्राप्त हुआ था इसके लिए उन्होंने क्या-क्या नहीं नहीं किया. भारत में ऐसा कोई भी चर्चित मंदिर नहीं है जहां पर आशा और प्रभात नहीं गए होंगे। लेकिन कहा जाता है कि समय से पहले कुछ नहीं होता है। आज नौवें साल में आशा मां बनने वाली है.
समय बिता और आशा ने एक सुंदर और प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया. धीरे-धीरे बच्ची 5 साल की हो गई और घर में इधर-उधर चलती थी तो उसकी पायल की छन छन से पूरा घर में एक मधुर ध्वनि गूंजती रहती थी.
प्रभात को कभी-कभी शराब पीने की आदत थी एक रात वह शराब पीकर बोतल में थोड़ी शराब बच गई थी तो वह टेबल के नीचे ही रख दिया । उसे याद नहीं आया कहीं और बोतल रखने का और सुबह अपने काम पर चला गया. बच्ची खेलते-खेलते बोतल को उठा ली और उसे कोल्ड ड्रिंक समझकर उसका ढक्कन खोल कर शराब पी ली. शराब पीते ही बच्ची बेहोश होकर वहीं पर गिर गई.
आशा किचन में खाना बना रही थी कुछ देर बाद उसने देखा की बच्ची की पायल की आवाज नहीं आ रही है तो वह किचन से बाहर निकली तो देखी कि उसकी बच्ची जमीन पर लेटी हुई है। जब उसे उठा रही थी तो वह कुछ बोल ही नहीं रही थी क्योंकि वह शराब पीने की वजह से बेहोश हो गई थी.
आशा पूरी तरह से डर गई थी और जल्दी से उसने प्रभात को फोन लगाया. प्रभात ने फोन पर ही कहा कि तुम इसे हॉस्पिटल लेकर पहुचों तब तक मैं उधर से ही हॉस्पिटल आता हूं.
आशा जब अपनी बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंची तो डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया तो पता चला कि बच्ची के शरीर में अल्कोहल पाया गया है और उसी के कारण उसकी मृत्यु हुई.
आशा को जब अपनी बेटी के बारे में यह पता चला कि उसकी बेटी अब नहीं रही तो वह बिल्कुल सदमे में आ गई. तब तक प्रभात हॉस्पिटल पहुंच चुका था।
प्रभात को देखते ही आशा काबू से बाहर हो गई और प्रभात के कॉलर पकड़कर वहीं पर चिल्लाने लगी तुम मेरे बेटी के हत्यारे हो तुमने मेरी बेटी को मार दिया। कितनी मन्नत से तो मैंने एक बेटी को जन्म दिया. प्रभात कुछ समझ नहीं पा रहा था कि आखिर माजरा क्या है बाद में उसे पता चला कि उसकी बेटी की मौत शराब पीने के कारण हुई है.
वह खुद भी अपने आप को जिम्मेवार समझने लगा सोचने लगा कि अगर वह रात में ही बोतल का शराब पी जाता तो आज उसकी बेटी जिंदा होती उस दिन के बाद से अपनी पत्नी को वादा किया की आज के बाद मैं जीवन में कभी शराब को पीना तो दूर देखूंगा भी नहीं.
दोस्तों आपके घरों में भी कई पुरुष शराब पीते होंगे इसलिए अगर आप ऐसा करते हैं तो आप शराब को बच्चे की पहुंच से बहुत दूर रखें और हो सके तो शराब पीना ही छोड़ दें क्योंकि शराब पीना कभी भी लाभकारी नहीं होता है वह आपकी सेहत और आपके परिवार के साथ दोनों को खराब करता है.