नाजायज रिश्ता (भाग -8)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि अभी तक आपने कहानी “नाजायज रिश्ता ” में पढ़ा कि रिया का आकर्षण पास की दुकान वाले लड़के अंकित से बढ़ रहा है….. जिसका प्रभाव उसकी शादीशुदा जिंदगी पर भी पड़ रहा है….वह अपने पति विभू  से खींची खींची सी रह रही है…..

तभी अगली सुबह जब रिया उठती है….तो उसे उल्टियां आती है…. चक्कर आते हैं ….विभू तुरंत उसे होस्पिटल लेकर के आता है….जहां डॉक्टरनी कहती है ….कि एक खुशखबरी है ……

अब आगे……

जी मैम….कैसी  खुशखबरी??

विभू  पूछता है…..

जी आपकी वाइफ रियाजी गर्भवती हैं…..

आपके घर में एक नन्हा मेहमान आने वाला है …..

अब रिया का खास ख्याल रखिए…..

इन्हें मानसिक दबाव न रहे…..

यह खुश रहें…..

तो  तो ये  एक  स्वस्थ बच्चे को जन्म दे पायेंगी…..

सच में मैम….

यह तो आपने बहुत ही अच्छी बात बतायी…..

आई एम सो हैप्पी…..

मैं पूरा ख्याल रखूंगा इनका…..

आप बेफिक्र रहिए…..

और जो भी दवाइयां हो लिखकर दे दीजिए …..

ठीक है मैं आपको दवाइयां लिख देती हूँ…..

आप काउंटर से ले लीजिएगा …..

विभू  काउंटर से दवाई लेकर रिया के साथ बाहर आ जाता है……

रिया विभू  के पीछे बाइक पर बैठी हुई है…..

और कुछ नहीं बोलती  है…..

रिया  कुछ बोलो तो सही ……

आज हमारे जीवन का इतना बड़ा दिन है….

क्या तुम्हें खुशी नहीं ???

जी किस बात की खुशी?

रिया तुम  मां बनने वाली हो …..जो एक औरत के जीवन का सबसे खुशनुमा पल होता है …..

और मैं एक पिता …..

हम पर एक जिम्मेदारी भी आने वाली है …..

ज़िससे  हमारा रिश्ता पहले से भी ज्यादा मजबूत होने वाला है……

जी….घर चलिए….

अभी मेरा कुछ बात करने का मन नहीं …..

विभू उदास हो जाता है …..

दोनों घर आते हैं…..

रिया  सोफे पर बैठी है …..

वह विभू का हाथ अपने हाथों में लेकर बोलती है…..

सुनिए जी ……

आपसे एक बात कहूं  ??

बुरा तो नहीं मानेंगे…..

हां ….कहो रिया…..

तुम्हारी बात का बुरा क्यों मानूंगा…..

तुम जो चाहे मुझसे कह सकती हो ……

जी मुझे यह बच्चा अभी नहीं चाहिए…..

अभी उम्र ही क्या है मेरी …..

21 साल….

अभी मुझे अपना जीवन जीना है……

अभी से बच्चे की जिम्मेदारी मैं नहीं ले सकती…..

ओह रिया …..

मुझे तो लगा कि तुम इस बात से बहुत खुश होगी…..

लेकिन अगर तुम नहीं चाहती ….

तो यह फैसला पूरा तुम्हारे ऊपर छोड़ता हूं मैँ…..

तुम जैसा चाहो वैसा कर सकती हो…..

लेकिन एक बच्चे को दुनिया में आने से पहले ही खत्म कर देना यह समझदारी नहीं है……

जहां तक मैं समझता हूं…..

बाकी तुम स्वतंत्र हो …..

अच्छा रिया …..

ये दवाइयां रखी हैं ……

और बाकी तुम अपना ख्याल रखना…..

कोई दिक्कत हो तो मुझे तुरंत फोन कर देना ……

मैं आ जाऊंगा……

अब मैं चलूं रिया ??

ठीक है जी…..

जाईये….

और बाकी अपनी मम्मी और माँ  से भी बात कर लेना…..

वह जैसा बताएं उसे हिसाब से निर्णय लेना…..

मेरी मानो तो इस बच्चे को दुनिया में आने दो …..

देखना यह कैसे हमारे जीवन को खुशियों से भर देगा…..

यह बोल विभू रिया के चेहरे पर थपकी देकर चला जाता है…..

रिया  बहुत ही असमंजस की स्थिति में थी…..

वह अपनी मां को फोन लगाती है….

माँ  नमस्ते…..

हां बिटिया…..

नमस्ते ….

कैसी है  मेरी लाडो ??

ठीक हूं माँ….

एक उलझन में हूं…..

इसलिए ही आपको फोन लगाया….

हां बोल री  …..

का समस्या है ??

माँ….मैं पेट से हूं ……

क्या सच में ??

हे ठाकुर जी तूने मेरी सुन ली …..

हर दिन पूजा में घंटी बजाते हुए बस यही मनाती  हूं कि तेरी झोली में एक लाला आ जायें ….

लाली क्यूँ नहीं माँ…..??

वंश तो लाला ही बढ़ावे  है….

क्या मां….तुम भी कैसी बात करती हो …..

अभी उम्र ही क्या है मेरी ….

अभी से मैं मां बन जाऊं…..

मुझे नहीं रखना ये बच्चा….

इसलिए ही सबसे पहले आपको फोन किया है…..

और अम्मा से तो कह भी  मत देना …..

अम्मा पास में बैठी स्पीकर पर सब बातें सुन रही हैं…..

ए री  लाली…..

का बात है गई ??

काये ना रखना तोये ये बालक…..

ज्यादा इतरा रही…..

बालक के लिए सभी औरतें तरस रही है दुनिया में …..

और भगवान तेरी झोली में दे रहो है ….

तब भी तू ना ले रही ….

समस्या का है ??

मोये बता ….

अम्मा ने फोन अपनी ओर  ले लिया…..

अम्मा की आवाज सुनकर रिया थोड़ा डर गई…..

अम्मा मैं आपसे भी नहीं डरती ….

सुन लो …..

अभी मेरी उम्र ही क्या है ….

मुझे अभी बच्चा नहीं करना…..

बच्चे करने के लिए जीवन पड़ा है…..

कर लूंगी आगे चलकर….

तो ये कुकर्म करने से पहले ही सोचती …..

बच्चा नहीं करना…..

देख ना रही….

दामाद जी तुझसे  कितने बड़े हैं …..

10-12 साल को फर्क है…..

का बुढ़ापे में बच्चा करोगे ……

बड़ी आयी बच्चा न करने वाली …..

चुपचाप कर ले….

ना मानी  तो  तेई सास से बात करूंगी …..

तभी फोन रिया  की मां ने ले लिया….

अम्मा का बीपी बढ़ गया था…..

वह दूसरे कमरे में जाकर रिया से बात करने लगी…..

बिटिया …..

अम्मा सही कह रही हैं …..

आजकल बच्चा होने में बड़ी समस्या आती है ….

और तो और दामाद जी की उम्र तो जान ही रही है ….

तुझसे  कितने बड़े हैं …..

आगे चलकर बच्चे नहीं हुए तो क्या करोगे…..

तो मां क्या  बच्चे होना ही शादी का मतलब होता है…..

नहीं हुए बच्चे तो क्या हुआ…..

गोद ले लेंगे ….

लेकिन मुझे नहीं करना…..

अभी बेटा क्यों नासमझी कर रही है…..

माँ अभी मैं बिल्कुल लड़की सी हूं …..

अम्मा बन जाऊंगी अभी से …..

बच्चे की जिम्मेदारी,,पूरा जीवन उसी में मेरा गुजर जाएगा…..

आपको देखा है…..

आप अपना जीवन ठीक से हम लोगों की वजह से गुजार  नहीं पाई…..

ना पापा के साथ कहीं घूम पायी….

मैं अपना जीवन इस तरह का नहीं करना चाहती मां…..

तू अभी बचपने  की बात कर रही है बेटा …..

आगे चलकर तुझे इस चीज का पछतावा होगा…..

मान ले…..

ठाकुर जी दे रहे हैं ….

उसे उनका प्रसाद समझ के रख ले…..

भले ही दूसरा बालक मत करना…..

एक कर ले…..

बाकी की आगे देखना…..

ठीक है मां …..

जैसा फैसला होगा मैं आपको बताती हूं ……

यह बोल रिया  ने फोन रख दिया …..

रिया  बहुत ही असमंजस की स्थिति में थी…..

आज ना तो  उसका कुछ खाने में मन लग रहा था….

और ना ही उसे नींद आ रही थी …..

शाम हो चली थी …..

विभू घर आया…..

विभु ने रिया का हाथ अपने हाथ में लिया…..

मां से बात हुई रिया …..??

हां जी मम्मी जी से बात नहीं की…..

लेकिन माँ से हो गई है…..

तो तुमने क्या फैसला लिया रिया ???

जी सोच रही हूं …..

एक बच्चा कर लेते हैं हम…

भले ही आगे चलकर ना करें ….

सच में रिया ??

मुझे पता था मेरी रिया बहुत समझदार है…..

वह कोई भी गलत फैसला नहीं लेगी….

मैं तुम्हारे  फैसले से बहुत खुश हूं….

तुम्हें दुनिया की  सारी खुशी दूंगा….

बस अपना ख्याल रखो….

जो तुम्हें खाने में पसंद हो….

सब लाकर के दूंगा….

तुम कहो तो माँ को यहां बुला लेता हूं….

वह तुम्हारा  पूरी तरह से ख्याल रखेंगी…..

जी नहीं नहीं ….

जब मुझे जरूरत होगी…..

तब आप माँजी को बुला लीजिएगा….

अभी तो मैं ठीक हूं….

जैसी तुम्हारी मर्जी रिया …..

मैं कल ही मां को भी यह बात बता दूँगा ….

तो जो भी जरूरी बातें होंगी वह तुम्हें समझा देंगी….

ठीक है जी…..

यह बोल विभू  ने रिया को गले से लगा लिया…..

अगली सुबह डोर बेल बजी….

अंगड़ाई लेते हुए विभू ने दरवाजा खोला…

सामने पास वाली दुकान का लड़का अंकित खड़ा था…..

जी आप कौन  ??

जी वो पास वाली दुकान का लड़का अंकित हूँ मैँ…

वो जो किराना की दुकान है वहीं ….

मैं सामान लेकर के आया था….

भाभी जी ने कहा था…..

रिया सुनो तो सही….

यह देखो कोई आया है…..

रिया सकपका कर उठी…..

उसने अपनी गाउन  ठीक की ….

अंकित को देखकर रिया के चेहरे पर 12:00 बज गए….

भाभी जी यह सामान आपने बोला था ना लाने के लिए ….

आप  फ्रेश हो लीजिए….

लेट हो रहे होंगे……

मैं देखती हूं इन्हें…..

विभू  अंदर चला गया….

क्यों आए हो इस समय ??

मैंने कब कहा था तुमसे सामान लाने के लिए ???

रिया दांत पीसकर बोली…..

वो भाभी जी दो-तीन दिन से आपको नहीं देखा तो मन नहीं लग रहा था…..

सोचा सामान के बहाने ही सही आपको देख आऊं….

कैसी है भाभी जी आप ??

दुकान पर ही नहीं आ रही हैं…..

थोड़ा सा तुमसे बात क्या कर ली प्यार से….

तुम तो बिल्कुल पीछे ही पड़ गए….

मुझे नहीं चाहिए कोई सामान …..

जरूरत  होगी तो मेरे हस्बैंड लाकर के दे देंगे …..

समझे ….

यह बोल रिया दरवाजा बंद करने लगी….

तभी अंकित ने जबरदस्ती दरवाजा खोल दिया….

भाभी जी जिस तरह से आप मुझसे बात कर रही हैं ….

और मुझे अपना फोन नंबर देकर के  आई थी….

यह बात मैं अभी आपके पति को बता दूंगा …..

अगर आपने मुझसे  बात नहीं की और ठीक से मुझसे  व्यवहार नहीं किया…..

मुझे ₹10000 दे दीजिए….

नहीं तो मेरे फोन पर आपकी फोटोस है ….

यह मैं अभी सर को दिखा देता हूं…..

यह सुन रिया  सकपका  गई ….

किस तरह की फोटो ??

मैंने क्या कोई गलत काम किया है??

यह देखिए भाभी जी …..

उस लड़के अंकित ने रिया को फोटोस दिखाएं …..

जिसमें रिया जींस और शर्ट पहने कोल्ड ड्रिंक पी रही है….

और अंकित के बहुत नजदीक आ हंसकर बात कर रही है …..

बहुत ही खूबसूरत लग रही है ….

यह देख रिया घबरा गई…..

ठीक है ठीक है ….

रुको मैं लाती हूं पैसे….

लेकिन आगे से  ऐसा मत करना….

और इस फोटो को डिलीट कर देना….

ठीक है भाभी जी….

रिया अंदर गई….

चुपचाप से ₹10000 लेकर के आई….

उसने सामान का थैला ले लिया ….

और उसे रुपए दे दिए….

मुझे माफ करो ….

आगे से मेरे घर आने की जरूरत नहीं …..

भाभी जी….

अगर ऐसे  कहेगी तो आप मुझे जानती नहीं….

मेरा नाम अंकित है ….

किसी के पीछे पड़ता हूं तो उसे छोड़ता नहीं ….

रात को आपके फोन का इंतजार रहेगा….

करेंगी ना फोन??

ठीक है ठीक है….

अभी तो जाओ…..

यह बोल रिया ने दरवाजा बंद कर दिया …..

रिया घबरा गई….

उसके चेहरे पर पसीना आ गया….

क्या हुआ रिया ??

तबीयत ठीक नहीं लग रही ….

नहीं नहीं जी….

वह बस थोड़ी गर्मी ज्यादा है ना….

दवाई खा लूंगी ठीक हो जाऊंगी…..

ठीक है रिया…..

मैं चलता हूं ….

बाहर खाना खा लूंगा….

तुम अपना ख्याल रखो ….

अपने लिए कुछ बना लेना….

कहो तो ऑर्डर कर दूंगा….

नहीं नहीं जी….

मैं बना लूंगी ….

आप जाइए ….

यह बोल रिया ने दरवाजा बंद किया….

रिया की सासू मां का फोन आया….

बहू ….

कैसी हो ??

ठीक हूं मम्मी जी ….

आपको एक बात बतानी थी….

जहां तक मैं सही समझ रही हूं ….

तो मैं अम्मा बनने वाली हूं ना ??

रिया शर्मा गई…

हां मम्मी जी ….

बस अगली ही बस से तेरे पास आ रही हूं ….

अब अपनी बहू का पूरा ख्याल मुझे रखना है ….

यहां पर तो सभी लोग हैं….

विभू से कह देना….

मुझे शाम को ले ले ….

सास के आने की बात सुनकर रिया उदास हो गई….

उसने फोन रखा ….

और उस लड़के अंकित को फोन लगाया…..

 

आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा….

कहानी को गलत तरीके से ना लें….

जो समाज में घटित हो रहा है उसी को दिखाया जा रहा है….

रिया इस कंडीशन में किस तरह अपनी फैसला लेती है….

यह देखने वाला होगा….

कहानी में बने रहे ….

और मेरे साथ जुड़े रहने वाले सभी पाठक जानते हैं…..

कि मैं कभी भी कहानी में नकारात्मकता नहीं लाती हूं….

कहानी कुछ ना कुछ सीख देने वाली ही रही है…..

अगला भाग

नाजायज रिश्ता (भाग -9)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

 

आपकी लेखिका

मीनाक्षी सिंह

आगरा

राधे राधे

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