नाजायज रिश्ता (भाग -18)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि आपने कहानी “नाजायज रिश्ता “में अभी तक पढ़ा कि विभू और रिया का आपसी प्रेम दिन पर दिन बढ़ रहा है….लेकिन सुबोध के आने से उनके जीवन में हलचल हुई है ….रिया विभू  से बहुत प्यार करती है और उसकी ईज्जत भी….लेकिन सुबोध की कुछ बातें रिया को विचलित कर देती हैं ….रिया ऑफिस से वापस ऑटो से घर आ रही है….कि तभी सुबोध का फोन आता है….रिया उस  पर गुस्सा होती है ….और उसे फोन रखने को कहती है….तभी सुबोध  कहता है …रिया  तुम्हें वो रात याद है…..

अब आगे….

क्यों सुबोध ….?

वो सब  पुरानी बातें तुम फिर से याद कर रहे हो …??

क्यों…??

याद करने का हक नहीं मुझे ….??

बोलो रिया ….

तुम्हें भी वो समय याद नहीं….

उस रात कितनी बारिश हो रही थी ….

हम लोग असाइनमेंट प्रेजेंट करके वापस आ रहे थे….

तुमने भी अपने घर पर कॉल कर दिया था….

कि आज लेट हो जाएंगे ….क्योंकि तुम्हें मेरे साथ टाइम गुजारना था….

सभी लोग धीरे-धीरे करके अपने घर की ओर चले गए …..

पर हम दोनों ही रह गए….

तभी जोरों की बारिश हो गई….

याद है रिया….

हम उस पार्क में गए थे….

कैसे घंटों  हाथों में हाथ डाले बैठे रहे रात को….

रिया के तन बदन में सुबोध की बातें सुन एक अजीब सी हलचल हो रही थी ….

तुम भी  अपनी भावनाओं में  बह रही थी रिया….

और मेरा साथ पाकर खुद को मुझ में खो  देना चाहती थी ….

रिया सुबोध  की बातें सुनकर अपने पुराने समय को याद करने लगी ….

फिर अगले ही पल कुछ सोचकर  बोली….

लेकिन सुबोध वो  मैं ही थी …

जिसने तुम्हें तुम्हारी हद याद दिलाई….

और तुम्हें खुद से दूर किया….

याद है ना अच्छे से…??

हां रिया ….

याद है ….

कैसे भूल सकता हूँ….

लेकिन  अगले ही पल जब मैंने  तुम्हारी कमर पर अपनी पकड़ मजबूत की ….तो तुम रेत की तरह  फिर से पिघल गई ….

और मेरे सीने से लग गई….

शट अप सुबोध….

जो हो गया सो  हो गया …

और तुम मुझे यह सब बातें याद मत दिलाओ….

विभू  जी को भी मैंने यह सब बातें बता दी है …

उन्हें पहले से भी पता है …

इसलिए तुम मुझे डराने  धमकाने की कोशिश मत करो ….

मैं तुम्हें डरा नहीं  रहा  ….

बस तुम्हें वह समय याद कर रहा हूं ….

कि कितना खुशनुमा समय था….

अगर आज तुम मेरे साथ होती ….तो शायद  ज्यादा खुश होती….

ऐसा कुछ नहीं है सुबोध….

रिया …

अब तुम सब भूल गई …

तुम पुरानी बातें क्यों बोल रहे हो बार-बार…??

तुम चाहते क्या हो…??

रिया तुम सच में बहुत ही अच्छी लड़की हो….

मुझे पूरा विश्वास  हो गया है तुम पर ….

तुमने अपने पुराने  अतीत को पूरी तरह से भुला दिया है….

बट मैं यही चाहता था …

कि तुम अपने आने वाले जीवन में खुश रहो….

तुम अपने मन  को अपने काबू में रखा हुआ है….

पर तुम्हे देखकर मैँ नहीं कर पा रहा हूँ ऐसा….

हे रिया…

तुमने अभी तक नहीं पूछा नहीं  एक बार भी कि क्या सुबोध  तुमने शादी की…??

मुझे क्या जरूरत है तुमसे पूछने की….

तुमने शादी की ,,नहीं की….

क्यों दोस्त होने की नाते नहीं पूछ सकती थी …..

जब से दोबारा लाइफ  में आए हो बस कुछ ना कुछ ऐसा बोल रहे हो ….

जिससे मेरी मानसिक स्थिति खराब  हो….

अच्छा रिया…

मुझे माफ कर दो….

मैं तो बस ऐसे ही बोल रहा था…

ठीक है…

पुरानी कोई भी बात नहीं करूंगा…

ओके…

अच्छा ये  बताओ तुम्हारी गुड़िया कैसी है…??

ठीक है …

और विभू  सर  तो बहुत अच्छे हैं…??

है ना …??

हां वो  तो बहुत अच्छे हैं…

क्यों तुम्हें बताना जरूरी है हर बात…??

तुम फिर इस तरह से क्यों बोल रही हो रिया…

मैँ ही बता देता हूं…

मेरी भी शादी हो गई है रिया रोशनी के साथ…

और दो प्यारे प्यारे बच्चे हैं मेरे…

बधाई हो  सुबोध…

जानकर खुशी हुई …

प्लीज अपनी   मैरिड लाइफ हैप्पिली जियो…

और मुझे भी जीने दो…

हां …

क्यों नहीं …

रिया  मैं बहुत खुश हूं अपनी फैमिली के साथ …

रिया को थोड़ा जलन  महसूस हुई …

जब सुबोध ने ऐसा बोला तो….

और तुम्हारी वाइफ कैसी है …??

बहुत अच्छी है रिया…

इतना ख्याल रखती है हम सबका…

क्या बताऊं…

तुम जैसी चाहते थे वैसे ही मिली ना ….

घर का कामकाज करने वाली….

तुम्हारी सेवा करने वाली….

तुम्हारे पैर दबाने वाली….

हां बिल्कुल…

वैसी  ही है रिया….

घर जाता हूं हाथ में पानी मिलता है….

हर काम समय पर करती है…

और मुझे प्यार भी बहुत करती है …

यह तो बहुत खुशी की बात है ….

अच्छा मैँ  फोन रखती हूं….

मेरा घर आ गया है….

और प्लीज अब  मुझे फोन मत करना…

क्यों बार-बार रिया  ऐसा बोलती हो…

रिया सुनो….

कल मेरे बेटे का बर्थडे है …

क्या तुम आओगी मेरे घर…??

नहीं …

बिल्कुल नहीं…

इनविटेशन दिया है विभू सर को भी …

उन्हीं के साथ आना…

ठीक है…

देखती हूं…

यहां बोल रिया ने फोन रख दिया…

वो  घर आई…

घर पर विभू  पहले से ही मौजूद था…

उसके चेहरे पर पसीने की बूंदे थी  और वो हांफ  रहा था…

आपको क्या हुआ…??

रिया घबरा गयी…

रिया  प्लीज डॉक्टर को फोन कर दो ….

मेरी तबीयत ठीक नहीं लग रही ….

रिया ने रोते हुए  फोन किया…

तुरंत एंबुलेंस को बुलाया …

दोनों लोग हॉस्पिटल आ चुके थे …

रिया को कुछ समझ नहीं आया उसने सुबोध को फ़ोन कर उसे आने को कहा…

रिया ने डॉक्टर से पूछा …

क्या हुआ है सर इन्हे…??

मैम  प्लीज अंदर आईये…

आपसे कुछ बात करनी है….

अगला भाग

नाजायज रिश्ता (भाग -19)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

तब तक के लिए जय श्री राधे….

मीनाक्षी सिंह

आगरा

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!