अभी तक आपने कहानी “नाजायज रिश्ता” में पढ़ा कि रिया की सहेलियां पिक्चर देखने जा रही हैं….लेकिन विभू के ऑफिस में पार्टी होने की वजह से रिया उनके साथ जाने से मना कर देती है…जिस वजह से उसकी सहेलियां उससे नाराज हो जाती हैं….रिया विभू के साथ पार्टी में आ चुकी है…होटल बहुत ही बड़ा है….रिया इतने बड़े होटेल में आकर बहुत खुश है….वह अपनी बेटी को स्तनपान करा के बाहर आई …..तभी उसकी सामने से आ रहे लड़के से नजरें टकराई….
उसे देख रिया घबरा गयी गई… रिया उस लड़के से नज़रें चुराकर आगे की ओर जाने लगी ….
अभी भी वो लड़का रिया के पीछे आ रहा था ….
वह बोला …
हे रिया ….रुको तो सही…सुनो….
अब आगे…
रिया उसी जगह ठहर गई ….
क्या बात है …
जल्दी बोलो …
इतनी जल्दी क्या है तुम्हे रिया..??
क्या इतने सालों बाद मुझे देखकर तुम खुश नहीं हुई… ??
ओह… ये क्या … तुम्हारी मांग में सिन्दूर….??
यस… आई एम मैरिड नाउ सुबोध ….
रिया गुस्से में बोली….
तुम ऐसी नाराजगी से क्यों बोल रही है ??
रिया …
क्या तुम सब कुछ भूल गई ??
कुछ नहीं भूली हूं…
लेकिन तुम मुझसे बात क्यों करना चाहते हो ??
इतने सालों बाद तुम्हें देखा तो क्या बात करने का भी हक नहीं बनता मेरा…..
नहीं …
बिल्कुल नहीं….
अब मैं शादीशुदा हूं….
मुझसे दूर रहो …
मैं तुम्हारी जिंदगी में दखल नहीं दे रहा….
एक दोस्त के नाते क्या तुम मुझे हाय हेलो भी नहीं कर सकती….
नहीं …
बोला ना …
बिल्कुल नहीं….
तुम्हारा ये ज़िद्दीपन ही हम दोनों के जुदा होने की वजह बना रिया….
सुबोध बोला..
जस्ट गो टू हेल…
इतना बोल रिया तेज कदमों से आगे की ओर बढ़ गई …
विभू के पास आकर बैठ गई ….
उसकी सांसे तेज चल रही थी…जैसे उसका कोई चोर पकड़ा जाने वाला हो….
रिया के चेहरे पर पसीना था …
विभू बोला ….
अरे इतनी चिल्ड एसी में भी तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो रही हो ….??
पसीना तो मुझे आता है …
कोई दिक्कत है क्या रिया….??
जी…
नहीं नही….
बस वो गुड़िया को लेकर के जब तेज कदमों से आ रही थी…
इसी वजह से बस…
ठीक है …
विभू ने दिया को पानी दिया…
रिया पानी पीकर बैठी हुई थी….
अब उसका मन पार्टी में बिल्कुल नहीं लग रहा था ….
विभू अपने सभी ऑफिस के लोगों से रिया को मिला रहा था…
रिया हाथ जोड़कर सबका अभिवादन कर रही थी….
सभी रिया की तारीफ कर रहे थे …
और उसे बहुत ही खूबसूरत और प्यारा कह रहे थे ….
अभी भी रिया चारों तरफ नजर दौड़ा रही थी …
कि कहीं वो लड़का उसे देख तो नहीं रहा….
रिया बोली…
पार्टी हो गई हो तो चले जी…
अरे अभी कैसे रिया ??
खाना तो खा लो….
घर जाकर तुम्हें ही बनाना पड़ेगा …
ठीक है जी…
चलिए जल्दी से खा लेते हैं …
गुड़िया को भी नींद आ रही है….
ठीक है रिया …
रिया और विभू खाना खाने के लिए आए हैं …
तभी विभू के पीछे से वो लड़का आता है …
हेलो सर …
बोलता है…..
जी …
हेलो…
आप कौन???
विभू बोला….
जी शायद आप मुझे नहीं पहचानते ….
लेकिन आप रिया के हस्बैंड है…
इस नाते मैं आपको पहचानता हूं …
जी …आप रिया को कैसे जानते हैं ….
रिया को तो मैँ बहुत सालों से जानता हूं….
वह मेरे साथ ही कॉलेज में पढ़ी है ….
ओह…अच्छा तो आप लोग कॉलेज फ्रेंड है….
जी हां…
रिया ने आपको बताया नहीं मेरे बारे में…??
वो लड़का बोला ….
नहीं नहीं …
रिया ने तो नहीं बताया ….
रिया उस लड़के को बहुत ही गुस्से की नजरों से देख रही थी….
रिया क्या नाम है इनका ??
तुमने तो परिचय नहीं कराया….
जी…
ये सुबोध है ….
कोलेज में मेरे साथ में ही पढ़ा है ….
उससे पहले भी हमारे मोहल्ले में ही रेंट पर रहते थे….
अरे क्या रिया …
तुम मेरी बेइज्जती कर रही हो ……
कुछ ही साल तो रेंट पर रहे थे…
फिर खुद का ही घर ले लिया थे पापा ने….
हां जी….
कुछ सालों के बाद इन लोगों ने अपना घर ले लिया था….
तो आप हमारी शादी में क्यों नहीं आए…???
आपको तो नहीं देखा…..
विभू बोला…
जी….
वो तो आप रिया से पूछिए…
वो ही अच्छे से बता सकती है ….
रिया के पास कुछ जवाब नहीं था ……
थोड़ी देर तो चुप रही वो…
अगले ही पल बोली..
जी…सुबोध बाहर जॉब करने चले गए थे….
इस वजह से हमारी शादी में नहीं आ पाए….
इनके मम्मी पापा भी इनके साथ चले गये…
अच्छा-अच्छा ….
ठीक है …
जी …
अगर आप इसी शहर में है तो आइयेगा कभी हमारे घर पर….
मुलाकात होगी…
विभू बोला …..
जी …
जरूर सर…
आपने इनवाइट किया है …
तो जरूर आऊंगा…
और आप लोग भी आइएगा…
मैं भी यही ऑफिस के पास में ही रहता हूं ……
क्या आप मेरे ऑफिस में काम करते हैं ??
जी …
अभी ही 2 महीने पहले ही ज्वाइन किया है …
नीचे वाली जो फर्स्ट फ्लोर है …
उसमें मैँ आया हूं ….
नाइस टू मीट यू….
अब तो हमारी दोस्ती और अच्छी हो जाएगी
…….
चलिए इसी बहाने अनजाने शहर में कोई तो अपना मिला….
विभू बोला…
हां जी….
जरूर….
सुबोध अभी भी रिया को ही देख रहा था….
रिया घबराई हुई थी….
जी…चले….???
अब अपने दोस्त से मिली हो बात नहीं करोगी ….??
जी…
गुड़िया रो रही है ….
उसे नींद आ रही है….
ठीक है रिया…
चलते हैं ….
जी सुबोध…चलते है हम…फिर मुलाकत होगी ऑफिस में……
विभू ने सुबोध से हाथ मिलाया ….
विभू और रिया आ गये….
रिया को सालों पहले के किस्से याद आने लगे….
वो सोने का नाटक कर रही थी….
विभू उसके पास आया ….
क्या हुआ रिया ??
तुम बार-बार करवट बदल रही हो …
कोई बात है क्या मन में ??
उलझन हो तो बताओ??
जी…..
नहीं-नहीं बस …..
ऐसे ही ….
विभू ने रिया को अपनी बाहों में भर लिया…..
रिया विभू की बाहों में आकर खुद को बहुत ही सुरक्षित महसूस कर रही थी ….
और जल्द ही उसे गहरी नींद आ गयी….
अगले दिन सुबह विभू ऑफिस चला गया….
रिया अपने घर के कामों में लगी हुई थी….
तभी विभू का फोन आया …
सुनो रिया ….
तुमसे एक बात पूछनी थी ….??
जी कहिये ??
रिया को लगा कhinसुबोध के बारे में तो नहीं पूछेगा विभू….
वो जो कल लड़का मिला था ना तुम्हारा कॉलेज फ्रेंड…
हां …सुबोध…
वो नंबर मांग रहा था आज तुम्हारा. …
क्या मैं उसे दे दूं …??
जी…..
रहने दीजिए….
क्या करना पुरानी दोस्ती थी…
खत्म हो गई उसी जगह …
अच्छा ….
ठीक है….
तुम मना करती हो तो ना कर देता हूँ…
वैसे क्या तुम्हारी कोई उससे अनबन है??
जी …
नहीं-नहीं ….
बस ऐसे ही……
अब नए दोस्त नई जगह पर बनेंगे….
पुराने दोस्तों से ज्यादा वास्ता नहीं रखना …..
रिया बोली….
ये तो मुझे तुम्हारा अच्छा दोस्त लगा….
और सुरभि से तुम अभी तक दोस्ती रखी हुई हो ……
विभू मजाकिया लहजे में बोला ….
जी …
आप फिर मुझे गुस्सा दिला रहे हैं …
नहीं नहीं …
अब नहीं …
कुछ नहीं बोलूंगा…
ठीक है …
तो मना कर दे रहा…
कुछ बहाना कर दूंगा….
ठीक है जी….
प्लीज ….
उसको नंबर मत दीजिएगा…..
रिया बोली ….
आई लव यू रिया….
विभू बोला…
रिया ने बिना कुछ बोले ही फ़ोन रख दिया …..
लेकिन थोड़ी ही देर में रिया के फेसबुक पर मैसेंजर पर एक मैसेज आया….
हेलो रिया….
सुबोध हियर….
तुम्हारा सब कुछ…..
सुबोध का मैसेज था……
और उसने कुछ दो-चार फोटो शेयर की …
जिसे देख रिया घबरा गयी….
उसने नेक्स्ट मैसेज टाइप किया….
हे प्लीज …
गिव मी योर नंबर….
आज रिया ऑफिस नहीं गई थी….
क्योंकि वीकेंड ऑफ़ था ….
अब रिया का मन घबराया हुआ था….
उसने फोन लगाया….
हेलो …
सुबोध…
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नाजायज रिश्ता (भाग -16)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi
तब तक के लिए जय श्री राधे…..
मीनाक्षी सिंह…
आगरा