नाजायज रिश्ता (भाग -14)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि आपने कहानी “नाजायज रिश्ता “में अभी तक पढ़ा कि रिया अपनी सहेली सुरभि की बताई हुई जॉब  करने लगी है…आज उसका पहला दिन था…वह घर वापस आ गयी  है ….और बहुत ही खुश है ….विभू और रिया बैठकर बात कर रहे हैं ….रिया  कहती है जी मुझे आपको एक बात बतानी है ….

विभू भी बोलता है रिया   मुझे भी तुमसे एक बात करनी है….

अब आगे ….

हां जी ….

आप ही कहिए पहले…

वो ना रिया कल मेरे ऑफिस में मेरे सीनियर सर हैं….

उनकी मैरिज एनिवर्सरी है….

तो पार्टी है …

हम दोनों को बुलाया है …

गाड़ी सभी को लेने के लिए आएगी घर पर ही….

तुम तैयार रहना …

अगर कोई चीज ना हो तो बता देना…

मैं ले आऊंगा…

विभू  बोला….

थोड़ी देर तो रिया खुश हुई …

फिर अगले ही पल अपनी सहेली की बात उसे याद आई ….

कि कल पिक्चर देखने का प्लान बना है….

रिया ने विभू से कहा…

जी …

वो तो आपकी पार्टी है ना …

मुझे वहां कैसा लगेगा …

आप पार्टी में चले जाईयेगा….

मैं नहीं जाऊंगी…

वैसे भी मेरी फ्रेंड सुरभि और बाकी लोग कल पिक्चर देखने का प्लान बना रहे हैं….

आप कहें तो चली जाऊँ??

विभू रिया को देख रहा था ….

रिया वैसे ही तुम्हारी जॉब  9 घंटे की है….

उसके बाद 3 घंटे की पिक्चर ….

गुड़िया परेशान हो जाएगी ….

अगर हम पार्टी में जाएंगे…

तो वहां तो गुड़िया को लेकर के जाएंगे ना …

जी…..

क्रच वाली मैडम  से मेरी बात हो गई थी ….

वो बोल रही थी कि मैं रख लूंगी……

दो-तीन घंटे और….

अगर आप मना करे तो नहीं जाऊंगी ….

रिया उदास होकर बोली….

देख लो रिया…

अगर तुम्हारा मन है तो चली जाओ …

वैसे तो मेरा मन था …

कि तुम मेरे साथ पार्टी में ही चलती….

सभी लोग अपनी पत्नी के साथ आएंगे वहां….

मैं भी अपनी खूबसूरत पत्नी से सभी को मिलवाना चाहता हूं ….

जी …

ठीक है…

मैं सुरभि से बात कर आपको बताऊंगी…..

रिया बोली….

अगले दिन सुबह रिया  फिर से अपनी ऑफिस की ओर निकल पड़ी ….

आज सभी लड़कियां बहुत ही बन ठन कर  आई थी…

सभी को पिक्चर देखने जो जाना था ….

अंदर आते ही सुरभि और उसकी फ्रेंड्स ने रिया  को घेर लिया

….

अरे रिया…

आज तो हमने ड्रेस कोड रखा था ना येलो कलर….

तुम येलो कलर क्यों नहीं पहन कर के आई….

आज हम सबको मूवी देखने चलना है ना ???

सर से भी बात हो गई है …

आज यहां से आधे घंटे  पहले ही छोड़ देंगे….

नहीं…

आप लोग जाइए …

मैं नहीं जाऊंगी ….

आज मेरे हस्बैंड के ऑफिस की तरफ से पार्टी है….

मुझे वहां जाना है….

अरे क्या रिया….

दोस्तों के साथ भी इंजॉय करना चाहिए….

तू तो टिपिकल हॉउस वाइफ  हो गई है….

तुझे तो घर पर ही रहना  चाहिए था…

जब जॉब  करने निकले हो तो लाइफ को खुलकर जीना चाहिए…..

सुरभि बोली…

उसकी बात को काटते हुए रिया बोली…

मैं इस तरह की नहीं…

मुझे अपने  पति की बात को काटना अच्छा नहीं लगता….

मुझे आज उनके साथ पार्टी में जाना है ….

सुरभि और बाकी सहेलियां रिया को मुंह बनाती हुई चली गई….

रिया ने जल्दी-जल्दी अपना काम खत्म किया …

आज रिया का मन बुझा हुआ था….

क्योंकि कोई भी उसके पास लंच करने नहीं आया….

पास में ही बैठा लड़का सब हरकतें देख रहा था …..

वो रिया के पास आया ….

और चेयर आगे कर उसके पास बैठ गया….

मैम ….

एक बात कहूँ ??

हां जी कहिये ….

आपका नेचर ना मुझे बहुत ही अच्छा लगा….

आप बहुत ही सीधीसादी अच्छी लड़की हैं….

आप जैसी पत्नी की कल्पना हर लड़का करेगा….

ये  लड़कियां तो बस शहर में आकर यहां की हवा में उड़ गई है….

आप जैसी हैं वैसे ही रहियेगा….

लड़के की बात सुन रिया को थोड़ा संतोष हुआ….

वह मुस्कुरा दी….

शाम को अपनी बेटी को लेकर के रिया घर आई….

जल्दी से गुड़िया को तैयार किया….

खुद भी तैयार हुई …..

विभू  भी आज जल्दी ही आ गया था….

विभु अपनी शर्ट पैंट पहन रहा था …

ये  क्या जी आप हमेशा शर्ट पैंट पहन लेते हैं बड़े -बूढ़ो  की तरह….

थोड़ा लड़कों की तरह रहा कीजिए ….

ये मैंने आपके लिए टी- शर्ट और जींस निकाली है…..

इसे पहन कर चलिए आज पार्टी में ….

धर्मपत्नी जी….

मैंने कभी नहीं पहने हैं ऐसे कपड़े …

क्या अच्छा लगूंगा मैं इसमें??

हां जी क्यों नहीं ….

बहुत अच्छे लगेंगे …

और यह हेयर कलर निकाला है मैंने…

पहले मैं आपके बाल को कलर कर देती  हूं ….

और ये  पैक भी अपने फेस पर लगा लीजिए….

देखिएगा कितने अच्छे लगेंगे फिर….

विभू  रिया को देख हंसने लगा ….

बूढी घोड़ी लाल लगाम….

मैँ  बूढ़ा हो चला रिया…

अरे….

ऐसे कैसे….

अभी तो एक बच्चे के बाप  ही हुए हैं …

अभी से बूढ़े कैसे हो गए आप…

आप भी ना…

विभू नहा कर आया….

तैयार हुआ….

आज रिया विभू को देखती रही…

उसको आज विभू में बहुत ही परिवर्तन नजर आया….

कितने अच्छे लग रहे हैं आप…

मैंने कहा था ना आपसे ….

देखिए मिरर  के आगे….

विभू ने शीशे के आगे खुद को देखा….

वो  सच में खुद को जवान महसूस कर रहा था ….

सही बात है ….

सही बोला तुमने….

आज से मैं इसी तरह के  कपड़े पहना करूँगा….

जैसा मेरी पत्नी बोलेगी ….

जोरू का गुलाम जो हूँ….

रिया शर्मा गई ….

जल्दी ही  ऑफिस की गाड़ी आ गई ….

तीनों लोग गाड़ी में बैठकर के पार्टी में पहुँच गये…..

पार्टी बहुत ही बड़े होटल में रखी गई थी ….

अंदर आते ही रिया चारों तरफ का माहौल देख ह्क्की बक्की रह गई….

इतना बड़ा होटल उसने आज तक अपने जीवन में नहीं देखा था…..

उन्हें एक कार्ड  दिया गया….

जिस पर उनका  चेयर टेबल नंबर लिखा हुआ था…

रिया और विभू वहां जाकर के बैठ गए ….

होटेल में छोटे बच्चों को फीडिंग कराने के लिए अलग रूम था….

रिया ने वहां जाकर अपनी गुड़िया को फीडिंग कराई ….

वह बाहर आई …..

तभी सामने से आ रहे लड़के से उसकी नजर टकराई ….

उसे लड़के को देख रिया घबरा गयी….

अरे तुम ……

यहां कैसे??

वो लड़का भी रिया को देख करके बस देखता ही रहा ….

रिया यहां  तुम कैसे….

रुको तो सही…..

बस इतनी ही मुलाकात हुई ….

तभी विभू ने  रिया को आवाज़ लगाई …..

वह लड़का अभी भी रिया के पीछे ही पीछे आ रहा था….

रिया उससे नज़रें चुरा रही थी….

अगला भाग

नाजायज रिश्ता (भाग -15)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

तब तक के लिए जय श्री श्याम ….

आपकी लेखिका

मीनाक्षी सिंह

आगरा

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