नाजायज रिश्ता (भाग -10)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि आपने कहानी “नाजायज रिश्ता “में अभी तक पढ़ा कि रिया गर्भवती है….रिया और विभू  दोनों ही अपने आने वाले बच्चों को लेकर बहुत खुश हैं…..

रिया की सास  रिया की देखभाल के लिए उनकी नौकरी वाली जगह पर  आ गई हैँ…..अगली ही सुबह सभी लोग सो रहे हैं ….

तभी अचानक से उनके घर की डोर बेल बजती है….

एक आदमी चिल्लाता हुआ बोलता है कि पास वाली दुकान के लड़के अंकित को पुलिस पकड़ के ले जा रही है….

पुलिस ने आपको भी बुलाया है….उनकी मां ने बताया है कि वह आपको  भी सामान देने आया करता था…..

जल्दी चलिए …..

यह सुन विभू  घबराता हुआ बाहर आता है ….

अब आगे …..

अंदर रिया  भी जल्दी से बिस्तर से उठ घबरा जाती है …..

अपने कपड़े ठीक कर और बाल ठीक कर वह भी दुपट्टा डालकर बाहर आ रही  है…..

रुक बहू…..

मैं भी आये रही  हूं….

आखिर का हो गयो…..

कछु  समझ ना  आ रहा…..

रिया की सासू मां भी जल्दी-जल्दी तेज कदमों से रिया के साथ आती हैं….

बाहर बहुत ही भीड़ लगी हुई है …..

बीच में से रास्ता बनाते हुए रिया और उसकी सास दुकान के पास आती हैं….

कई पुलिस के लोग खड़े हुए हैं …..

अंकित के चेहरे पर रुमाल बंधा  हुआ है…..

यह देख रिया घबरा जाती जाती है ….

अंकित रिया की ओर देखता है ….

रिया अंकित की आँखें देख थोड़ा पीछे की ओर खिसक जाती है…..

क्या हुआ बहू??

तू पीछे काये कूँ हो रही है…..

घबराये क्यों रही है ….

तेरी सास है ना …..

चल आगे….

रिया की  सास  रिया  को आगे की ओर कर देती है…..

विभू वहां पर चिंतित सा खड़ा हुआ है….

क्या हुआ लला…??

पुलिस ने तोये  काहे को बुलाया है…..??

पता नहीं माँ….

पूछ तो रहा हूँ…..

अंकित की मां बोलती है….

मेरा बेटा इस आदमी की पत्नी  को भी सामान देने जाया करता था ….

और कई घरों में जाता था….

विभू  पुलिस से पूछता है ….

आखिर मैटर  क्या है सर  ??

आपने मुझे क्यों बुलाया है??

सर ….आई एम गेटिंग लेट टू माय ऑफिस …

प्लीज फिनिश इट….

सर अब जब मैटर बिल्कुल क्लियर  हो जाएगा ….

तभी आप सब जा सकते हैं…..

यह लड़का अंकित जो है….

इसके ऊपर कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है…..

कई औरतों ने और लड़कियों ने मिलकर इस  पर इल्जाम लगाया है ….

कि यह उन्हें फंसा कर उनसे पैसा मांगता था….

क्या आपकी बीवी से भी मांगे थे ??

जबकि इन सबसे ऐसा कोई  उसका संबंध नहीं है ….

और इस लड़के के फोन पर आपकी पत्नी रिया के भी कई कॉल है ….

तो हमने इसीलिए आपको बुलाया है…

कि आपकी पत्नी से इसका क्या संबंध है??

हां आती तो थी ….ये  मटकती  हुई लड़की….

और आकर के मेरे बेटे से बातें करती रहती थी ….

मैं सोचती रहती कि यह सामान लेने आई है ….

या बात करने ….

अब आप ही बताएं साहब….

जवान लड़का है मेरा ….

इस तरह औरतें इसको सुंदर समझ कर बातें करेंगी  तो कोई भी लड़का फिसल जाएगा…..

और रही बात पैसों की…

तो मैं नहीं मानती ये  सब…..

अंकित की माँ बोली….

मेरे बेटे को गिरफ्तार मत करना….

चुप करो अम्मा….

तुम्हारे बेटे के खिलाफ बहुत से मुकदमे हैं …..

किन-किन को चुप कराओगी ….

जितनी औरतें खड़ी है …

सब मिलकर के महिला आयोग की तरफ से आई हैं …..

हां तो ….

रिया जी….

जरा आप आगे आकर  बताइए….

आप अंकित को कैसे जानती हैं ??

और आप  इतना फोन क्यों करती थी इसे??

कई बार आपने भी इन्हें कॉल किया है ….

रिया घबरा जाती है….

उसके चेहरे पर  पसीना आ गया है …..

विभू ने कहा….

जी…

मेरी मिसेज की तबीयत ठीक नहीं है….

सामान घर में खत्म हो जाता है….

मैं नहीं रहता ….

तो हो सकता उसी के लिए इन्होंने फोन किया हो है….

है ना रिया  ??

तुमने इसीलिए फोन किया है ना ??

तभी अंकित चिल्लाया….

नहीं नहीं ….

भाभी जी….तो मुझसे प्यार भरी बातें करती थी ….

और बोलती थी कि जब यह चले जाया करे ….

तो तुम आज जाया करो….

मेरा मन नहीं लगता घर पर….

शट अप ….

ऐसा मैंने तुमसे कब कहा ??

झूठा इल्जाम लगाते हो….

नहीं-नहीं रिया….

तुम्हें सफाई देने की जरूरत नहीं ….

मैं जानता हूं की ये लड़का झूठ बोल रहा है….

विभू  का  अपने प्रति इतना विश्वास देख रिया विभू को देखती  ही रह जाती है…..

उसकी सास भी अपनी बहू का बीच बचाव  करते हुए बोलती  हैं…..

मेरी बहू गंगा सी  पवित्र है….

इसके ऊपर कोई इल्जाम लगाएगा ना छोरे  तो यही चप्पल उठाकर तोये अभी मारती  हूं…..

बड़ों आयो मेरी बहू पर इल्जाम लगाने वाला …..

सौ चूहे खाकर बिल्ली  हज को गई ….

घाट घाट का पानी पिया इस छोरे ने….

मेरी बहू को आये  अभी दो महीना भी ना  हुआ….

और ऐसे बोल रहा है …..

विभू बोलता है….

सर कोई गलतफहमी है….

इन्होंने सामान के लिए ही फोन किया होगा….

आप इन्हें ले जाइए….

ये  एक ही बार  सामान देने आया हैं हमारे घर पर ….

चाहे तो आप कैमरे  में डिटेल चेक कर सकते हैं …..

और रिया क्या तुमने भी कभी इसको पैसे दिए हैं ??

विभू  रिया से पूछता है ….

नहीं नहीं जी….

वो तो बस सामान के ही दिए थे….

जो इन्होंने लाया था….

अंकित कुछ और बोलता….

उससे पहले ही पुलिस घसीटती हुई उसे गाड़ी में बैठा लेती है….

और गाड़ी चल देती है…..

पीछे से अंकित की मां चिल्लाती  रह जाती है…..

साहब  माफ कर दो….

छोटा है अभी ….

आगे से ऐसी कोई गलती नहीं करेगा ….

जो भी पैसा है मैं चुका दूंगी….

मेरे घर का अकेला चिराग है….

ऐसे मत करो  मेरे साथ…..

रिया  की सास को अंकित की मां पर दया आ जाती है ….

वह उन्हे पकड़ लेती हैं….

अरे पड़ोसन….

घबराओ नाये…..

अब जब औलाद ही कुपुत्र निकल जाए तो तुम ही क्या कर सकती हो…..

अच्छा हुआ समय से पता चल गया ….

थोड़े बखत  बाद आ जाएगा….

और आगे से अपने छोरे को समझा कर रखना….

ऐसी हरकत ना करें ….

कोई समस्या होये  तो हमें बता देना….

हम पास में ही रहते हैं….

हम सब पड़ोसी हैं….

अंकित की माँ रिया की सास को नम आँखों से देखती है …..

विभू रिया को सहारा देते हुए घर ले आता है….

घर आकर रिया को पानी देता है ….

तुम्हारे चेहरे पर इतना पसीना ….

तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो रिया ??

सच को आँच नहीं….

मुझे तुम पर पूरा पूरा विश्वास है….

मेरी रिया कोई गलत काम कर ही नहीं सकती ….

जी ….आपको मुझ पर इतना विश्वास है….

सच में आप बहुत अच्छे हो….

यह बोल रिया  विभू  को कस के गले लगा लेती है….

उसकी  आंखों से आंसुओं की धारा अनवरत बह  चली  है …..

सास  भी बेटे बहु के  प्यार को  देख उनकी बलायें  लेने लगती है….

चलो बहुत हो गया प्रेम ….

अब बहू पेट से है ….

ज्यादा प्यार व्यार सही ना …

अब तुम लोगों के बीच में  दूरी तो मैं ही ला पाऊंगी….

अच्छा हुआ समय से आये  गई …

ना आती तो जे सय़ाने  बालक नासामझी कर  बैठते….

यह बोल रिया और विभू  मुस्कुरा दिए….

सास ने  खाना बना दिया….

विभू अपना खाने का थैला लेकर के ऑफिस की ओर चल दिया….

रिया भी आज गेट पर काफी देर तक खड़ी रही ……

और विभू  को दूर तक जाते हुए देखती रही …..

थोड़ी ही देर में नहा कर पूजा करके रिया  भगवान के सामने खड़ी थी….

और अपनी गलतियों की माफी मांग रही थी….

हे भगवान ….

आप मुझसे क्या अनर्थ कराने जा रहे थे….

समय से आपने सुन ली….

आगे से ऐसा कोई गलत काम नहीं करूंगी….

दिन बहुत अच्छे गुजर रहे थे…..

रिया को चौथा महीना लग चुका था …..

रिया का उसकी  सास और विभू  खूब ख्याल रखते थे ….

साथ में कई बार घूमने भी चले जाते थे दोनों….

अच्छे खुशनुमा पल गुजर रहे थे ….

9 महीने पूरे होने को आए….

रिया को अचानक से दर्द उठे….

रिया की  सास  घबरा गई …

विभू  भी ऑफिस के काम से शहर से बाहर गया हुआ था …..

उन्हें कुछ समझ ना आया….

बाहर सड़क पर गई ….

एक ऑटो वाले को बुलाया ….

और रिया को ऑटो में बैठाया….

तभी उसके दर्द और बढ़ने लगे थे….

रिय़ा की सास ने भैया का  सहारा लिया….

उसके बाल खोल दिए …..

का कर रही अम्मा…

काहे भूतनी बना रही हो बहू को…

तू चुप कर भईया….

बहू तू घबरा नहीं….

सब सही हो जाएगा….

मुरली मनोहर है ना ….

वह सब सही कर देगा …

तू बस हिम्मत बांध के राख  ….

और हां डॉक्टरनी  कितनी भी कहे …

ऑपरेशन की हामी  मत भरना….

देखना तेरे नॉर्मल ही बच्चा हो जाएगा ….

समझी….

डॉक्टरनी  डराएगी जरूर…

घबराने की जरूरत नाये हैं बहू ….

रिया को कुछ समझ नहीं आ रहा था…

वो  तो बस बहुत दर्द में थी ….

अच्छा भाई 1 मिनट रुको…

नेक देर में आई ….

अब का अम्मा. . .

ओटो वाला बोला….

रिया की  सास  जल्दी से दूध में घी मिलाकर के ले आई….

रिया कि नॉर्मल डिलीवरी हो जाए इसके लिए …

उसे जबरदस्ती पिला दिया…

दोनों लोग अस्पताल आ चुके थे ….

विभू  को खबर कर दी गई थी….

लेकिन यह क्या रास्ते में आते हुए विभू  को……

अगला भाग

नाजायज रिश्ता (भाग -11)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अभी इस कहानी में बहुत कुछ होना है……

बस कहानी में अंत तक बन रहे ….

और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य देते हुए चले ….

आपकी लेखिका….

मीनाक्षी सिंह….

आगरा…

राधे-राधे

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