नई टीशर्ट – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

लालू की दिल्ली में एक फैक्टरी में नई नई नौकरी लगी तो बीबी बच्चों को छोड़कर दिल्ली चला गया। आज लालू की छुट्टी थी कुछ दोस्तों के साथ चांदनी चौक घूमने चला गया वहां कपड़ों की सेल लगी हुई थी। लालू को एक टीशर्ट पसंद आ गई जो सौ रुपए की थी मगर थी थोड़ी डैशिंग थी जैसी की नए नए लौंडे लफाडे पहनकर घूमते हैं।

लालू ने टी शर्ट खरीद ली और दोपहर को ही सारे दोस्त बापिस अपने अपने कमरों में बापिस आ गए। अब लालू को खलबली मची थी कि कब वो टीशर्ट पहनकर खुद को देखे और अपनी बीबी को दिखाए। कमरे में आकर फटाफट लालू ने कपड़े उतारे और टी शर्ट पहन ली बाथरूम में जाकर अच्छे से हाथ मुहं धोया क्रीम बगैरह लगाई थोड़ा कंघी बगैरह करके बैठ गया फ़ोन लेकर।मन ही मन सोच रहा था कि ये टीशर्ट बीबी देखेगी तो बहुत खुश हो जाएगी कि उसका पति भी किसी हीरो से कम नही है।

अपनी मुस्कान को छुपाते हुए लालू ने बीबी को वीडियो कॉल लगा ली । बीबी ने कॉल उठाई और नमस्ते बोलकर लालू का हाल चाल पूछा। लालू मुसकराते हुए बोला मैं तो एकदम ठीक हूँ फ़ोन बेड पे रखकर खड़ा हो गया और कहने लगा देखो मैं तो एकदम फिट हूँ। असल मे खड़ा होकर वो टीशर्ट बीबी को दिखाना चाहता था। बीबी की नजर टीशर्ट पर पड़ी तो फट से बोली अरे आज दाढ़ी बाड़ी बनाकर इतना चमक दमक के नई टीशर्ट डालकर बैठो हो किससे मिलने जा रहे हो कोई बाहर है या पड़ोसन है जिसे ये सब दिखा रहे हो?

लालू शर्माते हुए बोला अरे नही मिलने किस से जाना है वो तो आज छुट्टी थी तो थोड़ा ऐसे ही.. आगे से बीबी तपाक से बोली ये थोड़ा है? छुट्टी थी तो क्या ऐसे ही? मेरे सामने तो कभी ऐसे बनकर नही रहते यहां तो न दाढ़ी बनाते हो न चार चार दिन नहाते हो और एक ही कपड़े हफ्ता हफ्ता पहनते हो और वहाँ जाकर दूसरी औरतों को दिखाने के

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लिए ये सब कर रहे हो। इसीलिए आजकल फ़ोन कम करते हो मुझे तो पहले ही शक हो रहा था। मैंने कितने दिन पहले एक साड़ी मांगी थी तब तो बोले पैसे नही हैं अभी तो अब पैसा कहां से आ गया अपने फैशन में कमी नही रहनी चाहिए बीबी चाहे एक ही सूट में रहे मगर खुद दूसरों को दिखाने के लिए पैसे बर्बाद करो तो ठीक है।

लालू अब बात टालते हुए बोला और माँ बाबा कैसे हैं?

आगे से बीबी बोली हाँ मां बाबा की ही फिक्र है तुम्हे कभी बीबी बच्चों का हाल भी पूछा है कि वो कैसे रहते हैं हमेशा मां बाबा करते हो बीबी तो जहर लगती है न अब और लगे भी क्यों न शहर में तो जीन्स टीशर्ट वाली देखने को मिल जाती हैं जिन्हें देखने के लिए ये टीशर्ट खरीदकर लाए हो। कोई बात नही सब ठीक हैं फिक्र मत करो अपनी जिंदगी के मजे लो हमारा क्या है हमे तो ऐसे ही घुट घुटकर मरना है सारी उम्र। सोचा था बच्चे को साईकल लेकर दूंगी पड़ोस के सभी बच्चों के पास साईकल है तो बो भी जिद्द करता है मगर यहां बाप के फैशन पूरे हों तब तो औलाद का सोचेगा न। 

लालू अब निराश से होकर बोला कि इस महीने सैलेरी आएगी तो जो भी होंगे भेज दूंगा मुन्ने को साईकल ले देना।

आगे से फिर बही स्वर.. नही है जरूरत हमे किसी चीज की बच्चे की फिक्र करना छोड़ो अपना देखो। उनपर खर्च करो जिनके लिए ये टीशर्ट लाए हो। देखती हूँ कबतक वो तुम्हारा साथ देंगी कितने दिन तक तुम्हे खिलाएंगी वो आखिर बापिस यहीं आना पड़ेगा कोई नही रखेगी बुढ़ापे में मेरे सिवा। कल को जब बिस्तर पर पड़ोगे तो मैं ही दवा पानी दूंगी वो सिर्फ तब तक हैं जबतक तुम्हारे पास पैसा है जिस दिन पैसा खत्म खेल खत्म सब छोड़ जाएंगी। फिर आना मेरे पास तब दूंगी गरमा गरम परांठा बनाकर। जैसे मुझे तड़पाते हो मुझसे भी ज्यादा उम्मीद मत रखना मेरा भी वक्त आएगा तब पूछूँगी की अब बताओ कहाँ गईं वो जिनको टी शर्ट पहन पहनकर दिखाते थे।

लालू का मन कर रहा था कि वो अपना सिर दीवार में मार ले मगर फिर से हिम्मत करते हुए बोला अरे यार कभी तो प्यार से बात कर लिया करो थोड़ा सा टाइम मिलता है छुट्टी के दिन वो भी तुम झगड़े में खत्म कर दोगी?

हां हाँ अब टाइम कहाँ है आपके पास अब तो टाइम दे रखा होगा आगे किसी को मिलने का अब हमारे लिए टाइम कहाँ से होगा जाओ मिल आओ जाकर जिससे मिलने जा रहे हो वो इंतज़ार कर रही होगी न हमारा क्या है तुम तो सोच ही रहे होंगे कि कब फ़ोन काटे और कब तुम जाओ मैं तो कुत्ती हूँ जो भौंक रही हूं मेरी सुन कौन रहा है

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तुम्हारा दिमाग तो उसी में होगा जिसको मिलने जाना है और जाकर ये टीशर्ट दिखानी है। आज के बाद उसी से बात करना हमारी फिक्र मत करना और न ही कॉल करने की जरूरत है। इससे अच्छा मैं मर ही जाऊं और बच्चे को भी जहर दे दूं कम से कम तुम्हे आज़ादी तो मिल जाए आराम से तो रह सको तुम मैं क्यों तुम दोनों के बीच कबाब में हड्डी बनूं। लालू हेलो हेलो करता रह गया और बीबी ने फोन काटकर स्विच ऑफ कर दिया।

अब लालू सिर पर हाथ रखकर बैठ गया उसकी सारी खुशी गम में बदल चुकी थी वो बैठे बैठे यही सोच रहा था कि मैंने ये टी शर्ट खरीदकर गलती कर दी या बीबी को दिखाकर?

              अमित रत्ता

      अम्ब ऊना हिमाचल प्रदेश

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