Moral Stories in Hindi : जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि शुभ्रा और उमेश की 16 तारीख को सगाई हैँ…. दोनों का प्यार समय के साथ बढ़ता जा रहा हैँ… दादा जी भी अस्पताल से घर आ गए हैँ… उमेश घर के लिए निकलने वाला हैँ… उसके दोस्त उसे मेंस पारलर लेकर आयें हुए हैँ…. तभी वहां उमेश फेशियल करा रहा हैँ…. उसका फ़ोन उसके दोस्त विवेक के हाथ में हैँ…. तभी विवेक उसके फ़ोन पर शुभ्रा की फोटो देख चौंकता हैँ….वह उमेश से पूछता हैँ… यार ये क्या भाभी हैँ…. उमेश विवेक की तरफ देख बोलता हैँ… हाँ… क्यूँ क्या हुआ?? विवेक बोलता हैँ… यार ये तो…..
अब आगे…
यार ये तो मैने कहीं देखी हैँ…. अभी जल्दी ही कहीं देखी हैँ… याद नहीं आ रहा कहां…..
दिमाग पर जोर डाल विवेक… कहां देखा हैँ तूने भाभी को….. राहुल बोलता हैँ…
विवेक की बात सुन उमेश बोलता हैँ… शुभ्रा यहां से कितनी दूर रहती हैँ… तू दूसरे स्टेट का हैँ…. एक जैसे दिखने वाले सात लोग होते हैँ दुनिया में…. तुझे ऐसी ही भ्रम हुआ होगा…. वो फिर फेशियल कराने में व्यस्त हो जाता हैँ….
हां याद आया…. उमेश भाई बुरा मत मानना ….मैने इनकी फोटो काल गर्ल वाली साईट पर देखी हैँ…. अभी कुछ दिन से शो
हो रही हैँ….
क्यूँ मजाक कर रहा हैँ यार भाई से… मजाक की भी एक हद होती हैँ…. उमेश पर क्या बीत रही होगी… कल सगाई हैँ भाई की इस लड़की से… कुछ तो सोच….. राहुल विवेक पर गुस्सा होता हुआ बोला….
यार मुझे भी अपने दोस्त की फिक्र हैँ… तभी बताया…. देखो मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ… दिखाता हूँ….. विवेक अपने फ़ोन पर शुभ्रा की गंदे कपड़ों में फोटो दिखाता हैँ… ज़िसे देख उमेश अपना सर पकड़ लेता हैँ…. विवेक के फ़ोन को पटकने ही वाला होता हैँ कि राहुल रोक लेता हैँ…
ये बता… ये तो वायरल हो गयी हैँ… तू किस किसको रोकेगा देखने से अब …. कितने फ़ोन तोड़ेगा …. राहुल उमेश के कंधे पर हाथ रखता हुआ बोला….
सबके फ़ोन तोड़ दूँगा ….. कोई मेरी शुभ्रा को ऐसे नहीं देख सकता… मुझे विश्वास हैँ ये शुभ्रा ने नहीं किया हैँ…. वो कर ही नहीं सकती ऐसा काम… उसे पता चल गया तो वो खुद को ही खत्म कर लेगी…. ये किसी ने भद्दा मजाक किया हैँ मेरी शुभ्रा के साथ…. उमेश फूटफूट कर रोने लगता हैँ…..
उमेश…. मैं सब समझ गया… उस दिन तुझे उस कामिनी मैडम ने शराब पिलायी थी उन्होने ही शुभ्रा भाभी से फ़ोन पर बात की थी… तेरे फ़ोन की स्क्रीन पर भी यहीं फोटो लगी हैँ भाभी की जो विवेक ने दिखायी…. ये उस कमीनी कामिनी का ही काम हैँ…. तो देर किस बात की…. चल आज इस कामिनी को ही देखते हैँ…. सब दोस्तों ने उमेश का हौसला बढ़ाय़ा….
राहुल ने उमेश को गले से लगा लिया…
सबसे पहले पुलिस स्टेशन चलते हैं …. पहले एफ आई आर लिखवाते हैँ…. उमेश का दोस्त विक्रम बोला….
ये ठीक रहेगा चलो… सभी लोग चलने लगते हैँ… तभी शुभ्रा का फ़ोन आता है उमेश के फ़ोन पर ….
उमेश उठाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा हैँ….
भाई बात कर ले… भाभी को कुछ बताना मत पर .. बिना बात के उनके घर के ख़ुशी के माहोल में विघ्न पड़ जायेगा….
उमेश थोड़ी दूर जा शुभ्रा का फ़ोन उठाता हैँ…
इससे पहले वो कुछ बोलता शुभ्रा ही बोल देती हैँ… सुनिये जी… मेरे हाथों में आपके नाम की मेहंदी लग रही हैँ…. आप क्या कर रहे हैँ…. कितने बजे निकलेंगे…. आप अकेले आ रहे हैँ य़ा दोस्त भी आ रहे हैँ आपके??
आप उदास हैँ??
तुम्हे कैसे पता मैं उदास हूँ….उमेश धीरे से बोला…
क्यूँकि इतनी देर तो आप मुझे बोलने ही नहीं देते…. कितनी बार मेरी शुभ्रा बोल देते…. आपके मुंह से अपना नाम सुनना बहुत ही अच्छा लगता हैँ….. जी बताईये…. कोई बात हैँ…. मुझसे मत छुपाईये . …. मेरा दिल बैठा जा रहा हैँ… कोई बात तो हैँ… मेरे उमेश जी कभी ऐसे उदास होते नहीं… हमेशा चहकते रहते हैँ….
कुछ नहीं शुभ्रा…. बस थोड़ा थकान हो गयी हैँ… आज काम ज्यादा था यूनिट में… शाम को निकलना भी हैँ घर के लिए…. सभी दोस्त आ रहे हैँ साथ… सबने तत्काल में बुकिंग करा ली हैँ टिकेट की…. दोस्त की सगाई हो यार ना आयें ऐसा हो सकता हैँ… तुम्हारी भी तो खास सहेलियां आई होंगी…. .उमेश शुभ्रा के मन का भ्रम दूर करते हुए उसका मूड बदलने की कोशिश करता हैँ….
जी… ये मेरी बेस्ट फ्रेंड ही मुझे मेहंदी लगा रही हैँ…. आपसे बात करना चाहती हैँ…..बहुत देर से कह रही हैँ जीजू से बात करा दे शुभ्रा…. हम नहीं चुराकर भाग रहे उन्हे … मुझे लगा आप कहीं बिजी ना हो इसलिये अब फ़ोन लगाया….
शुभ्रा अपनी फ्रेंड से बोलना मैं थोड़े टाइम बाद बात करूँ तो चलेगा…. क्यूँकि अभी यूनिट के ज़रूरी काम से जा रहा हूँ…. आज भी मुझे तुम्हारी दुआओं की ज़रूरत हैँ….
जी आप जाईये…. आपके यहां ऐसे कौन से काम आन पड़ते हैँ…. जिसके लिए आपको इतनी टेंशन हो ज़ाती हैँ… ठीक हैँ आप जाओ… जिस काम से जा रहे हैँ…. आपकी शुभ्रा भगवान से दुआ करेगी उसमें भी आप विजयी होकर आयें…
यह बोल उमेश फ़ोन काट देता हैँ… आज शुभ्रा का मन भी बेचैंन हैँ… उमेश कभी अपनी तरफ से फ़ोन नहीं काटते जब तक शुभ्रा ना काट दें इंतजार करते रहते हैँ… ना ही आज एक बार भी प्यार भरी बातें की… यह सोच उदास मन से शुभ्रा फिर मेहंदी लगवाने में व्यस्त हो ज़ाती हैँ….
सभी दोस्त फुल स्पीड में बाइक बढ़ा थाने आतें हैँ…. थाने वाले आर्मी के लड़कों को जानते हैँ…. तुरंत एफआईआर लिखते हैँ…. थाने से ही साईबर क्राईम में भी रिपोर्ट करवा देते हैँ…. एस आई सर बोलते हैँ… ये अच्छी बात हैँ आप लोग समय से आ गए… इसे अपलोड किये अभी दो ही दिन हुए हैँ… यूआरएल अभी वायरल नहीं हुआ हैँ… जिस मोबाइल नम्बर से फोटो वायरल हुई हैँ वो ईमेल आई डी से कन्नेक्टेड हैँ…. मोबाइल आपरेटर वालों को फ़ोन लगा गणपत….
एस आई सिपाही से बोलते हैँ…
तुरंत नंबर का पता चल जाता हैँ कि किस फ़ोन से, किसके नंबर से फोटो अपलोड की गयी हैँ शुभ्रा की…. पता चलने पर तुरंत एस आई कुछ स्टाफ के साथ जीप में बैठते हैँ… उमेश और उसके दोस्तों को भी पीछे पीछे आने को बोलते हैँ. …
उमेश और राहुल को पूरा शक हैँ कि गाड़ी कामिनी मैडम के घर पर ही रुकेगी … और यहीं हुआ भी … कामिनी मैडम के घर की डोर बेल लगातार बजती हैँ….
मेड दरवाजा खोलती हैँ…
कामिनी मैडम मिडी पहने हाथ में कोफी पकड़े कोफी का आनन्द ले रही हैँ..
इतने सारे पुलिस वालों और साथ में पुलिस लेडीज़ स्टाफ को देख पीछे से उमेश और उसके दोस्तों को आता देख कामिनी मैडम के चेहरे का रंग ही उड़ गया हैँ….
हाउ डेयर यू तो एंटर इन माई होम लाइक दिस ….. जस्ट गो अवे …
कामिनी मैडम चिल्लाकर बोलती हैँ….
मैडम आपकी अंग्रेजी तो हम जेल में ही निकालेंगे अब … बहुत कोफी पी ली घर की… .. चलिये अब जेल की चाय पिलाते हैँ… एक लेडी पुलिस कामिनी मैडम के हाथों को पकड़ते हुए बोली….
मैने किया क्या हैँ…. आप लोग मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते… सबको सस्पेंड करवा दूँगी… समझे. . .मुझे जानते नहीं तुम लोग…कामिनी मैडम चेहरे पर आयें अपने बालों को झटका देते हुए बोली…
सस्पेंड तो अब तू होगी मैडम अपनी नौकरी से…..इनका फ़ोन तो लेना…. लेडी पुलिस कामिनो मैडम का फ़ोन छीनती हैँ…
पासवर्ड बता इसका…
कामिनी मैडम नहीं बताती…. उनके चेहरे के आगे फ़ोन को ला फेस रिकोग्नाईजेशन से कामिनी का फ़ोन खुल जाता हैँ… उनकी फ़ोन गैलरी से शुभ्रा की असली फोटो और एडिटेड फोटो का प्रूफ भी … कामिनी मैडम की घिनौनी हरकत सामने आ ज़ाती हैँ….
उमेश और राहुल अंदर से गुस्से से तिलमिला रहे हैँ… वो कामिनी मैडम को थप्पड़ मारने के लिए आगे बढ़ते हैँ… तभी एस आई रोक लेता हैँ उन्हे … ये हमारा काम हैँ आपका नहीं… आप लोग जा सकते हैँ…. सब कुछ डीलीट कर दिया गया हैँ इसके फ़ोन से…. बाकी हम देख लेंगे….
जी सर… थैंक यू … आपसे एक और रिक्वेस्ट हैँ…. प्लीज किसी मीडिया वाले को मत बताइयेगा… नहीं तो कल ही अखबार में आ जायेगी ये खबर…. उमेश का दोस्त विवेक बोला…
किसी लड़की की इज्जत हमारी भी इज्जत हैँ… बेफिकर रहिये… बात यहीं रफा दफा हो गयी हैँ…
थैंक यू सो मच सर… उमेश आँखों में आंसू भरे एस आई से बोलता हैँ…
जा सगाई एंजोय कर अपनी…. कैसा रुआंसा चेहरा बना लिया हैँ …. हमारे लिए भी मिठाई लेकर आना… एस आई उमेश की पीठ पर हाथ मारकर बोलते हैँ…
जी ज़रूर सर….
सभी लोग बाहर आतें हैँ…. कामिनी मैडम का चैंप्टर हमेशा के लिए खत्म हो गया हैँ….
उमेश सभी दोस्तों को गले से लगा लेता हैँ….
बस बहुत हो गया रोना धोना तेरा… चल अब बैग पैक करें … शाम को निकलना भी तो हैँ… आखिर अपने ज़िगरी दोस्त को सगाई हैँ… खूब नाचना जो हैँ…. सभी लोग यूनिट आतें हैँ….
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आगरा
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