Moral Stories in Hindi : छोटू … कॉफी मिलेगी भाई……
जैसे ही मैं उस होटल में आकर बैठा और कॉफी मंगाने के लिए छोटू को बुलाया ही था कि ..
वे सभी दस लड़के एक साथ आ धमके थे …रईसी तेवर थे सबके ….गले में सोने की चेन हाथों में सोने के कड़े और फैशनेबल महंगे कपड़े विलायती परफ्यूम …..!
अबे ऐ छोटू इधर आ जल्दी…. मेरी अनदेखी करते हुए उन लड़कों की आवाज गूंज उठी…
पहले हमारा ऑर्डर सुन और लेकर आ ….उद्दंड आवाज मुझे अंदर तक खौला गई .. लेकिन ऑर्डर तो पहले मैने दिया है….मैने उन लड़कों की तरफ अक्रोशित नजर डालते हुए तुरंत जाते हुए छोटू को अपनी काफी के लिए रोकना चाहा … !!
साब आप टेंशन मत लीजिए मैं अब्भी आता हूं….
जी साब जी भैया आ गया बोलिए क्या ऑर्डर है कांधे पर गमछा लटकाए पुरानी सी रंग उड़ी लेकिन साफ सुथरी कमीज पहने और चेहरे पर भरपूर मुस्कान लिए छोटू उनकी टेबल पर हाजिर हो गया था ।
सुन … ऐसा कर ..पहले दस बड़ा पाव ले आ फटाफट फिर आगे का ऑर्डर बताते हैं जा भाग के ले आ… दंभ भरी हंसी के साथ अपनी तरफ आती उन लोगों की उपहास पूर्ण दृष्टि मुझे फिर आक्रोशित कर गई थी।
छोटू नजरो से मुझे शांत करता …हंसता मुस्कुराता तेजी से ऑर्डर लाने चला गया था।
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बड़ी ही दक्षता से दस बड़ा पाव एक साथ अपने सधे हाथों में उठाए आ गया और फुर्ती से सभी के सामने प्लेट सजा दी चम्मच लगा दिए और पानी के गिलास भरने लग गया और जाने कब मेरी कॉफी भी मेरे सामने रख गया था..!!
आज छोटू का जन्मदिन था … मन ही मन कल्पना करके खुश हो रहा था ग्राहक बढ़िया अमीर दिख रहे हैं खुश हो गए तो टिप भी अच्छी दे देंगे .. और मैनेजर भी कमाई अच्छी होने से डिनर में आज खीर जरूर खिला देगा।
छोटा था तो मां हमेशा उसके जन्मदिन में मीठे में खीर ही बनाती थी और अपने हाथ से खिलाया करती थी… क्या स्वाद खीर बनाती थी मेरी अम्मा …!! छोटू के मुंह में अम्मा की खीर का स्वाद और दिल में अम्मा की तस्वीर दोनों एक साथ आ गए थे…!
ए छोटू … अबे …जा जल्दी अब खीर ले आ दस जगह और फिर बिल ले आना…. तेज आवाज से उसकी तंद्रा भंग हो गई… देखा तो मैनेजर खा जाने वाली नजरों से उसे घूर रहा था…. ।
जी साब जी भैया कहता दौड़ते हुए गया और थोड़ी ही देर में सबकी खीर अपने दक्ष हाथों में थामे आ गया …!
सबकी खीर की प्लेट लगाते मन ही मन खुश हो रहा था…!
ए छोटू प्लेट ठीक से रख ….कहां खोया है तीखे स्वर से अचानक उसके हाथ हिल गए और पूरी खीर उस लड़के के ऊपर गिर गई।
झटके से कुर्सी पलट कर वह लड़का गुर्राते हुए खड़ा हो गया और एक भरपूर तमाचा छोटू के गाल पर पड़ा.. जानता है कितनी महंगी शर्ट है यह जिसे तूने बर्बाद कर दिया…!
सोरी सॉरी साब मिष्टेक हो गया मैं अब्भि आपकी शर्ट साफ कर देता हूं … और दूसरी खीर की प्लेट ले आता हूं… तेज तमाचे की बिलबिलाहट की उपेक्षा करते हुए छोटू शीघ्रता से कह उठा।
लेकिन तब तक तो बाकी लड़के उठ खड़े हुए और मैनेजर के साथ तू तू मैं मैं करने लग गए
कैसे कैसे वेटर रखे हो आप यहां तमीज ही नही है काम करने की ग्राहक दिखाई नही पड़ता क्या!! ऐसे होटल में आएंगे ही नही …..हम लोगो में से कोई भी ये खीर नहीं खायेगा समझे ये लो बड़ा पाव के पैसे … रुपए मैनेजर के सामने पटकते हुए उन लोगो ने ताव से कहा ….
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साब…. लेकिन सिर्फ एक प्लेट खीर ही तो गिरी थी बाकी आप सबने तो खीर खा ही ली उसका पैसा तो दे दीजिए… छोटू जोर जोर से कहता उनके रास्ते में आ गया..!
इस शर्ट की ड्राई वॉश भी तो करवानी पड़ेगी हमें..छोटू को धक्का देते वे लड़के बाहर निकल अपनी अपनी बाइक में फुर्र हो गए थे।
ध्यान कहां रहता है तेरा छोटू .. नुकसान करवा दिया और ग्राहकों को नाराज भी कर दिया तूने मन तो यही कर रहा है इसी वक्त तुझे होटल से निकाल फेंकू…..क्रोधित मैनेजर छोटू पर पिल पड़ा।
माफ कर दो साब आगे से ध्यान रखूंगा .. छोटू रिरिया उठा था।
ठीक है आज का तेरा डिनर रद्द और इन सबकी खीर का पैसा तेरी पगार से कटेगा… समझा… कहता मैनेजर चला गया था।
मैं इतनी देर से चुपचाप सब देख रहा था लेकिन छोटू के साथ हो रहे अन्याय को सहन नहीं कर पा रहा था..!
मैंने छोटू को इशारा कर अपने पास बुलाया ।
सुनो छोटू तुम्हारी कोई गलती नही वे लड़के खीर भी खा लिए और तुम्हे तमाचा भी लगा दिए और बिना पैसे दिए चले गए …!
…..यह तो सरासर उन ग्राहकों की मनमानी है गलती है तुम खामियाजा क्यों भुगतोगे… चलो मैं तुम्हारे साथ चलता हूं अभी मैनेजर से बात करता हूं अरे ऐसे कैसे तुमसे वसूलेगा कोई दादागिरी है क्या ..!! मैं पुलिस में रिपोर्ट कर दूंगा समझता क्या है छोटे लड़के का नाजायज लाभ उठा रहा है…
अरे अरे साब इत्ता गुस्सा ना करिए वह भी मेरे जैसे छोटू के लिए… बैठिए आप बैठिए छोटू ने मुझे बीच में ही टोकते हुए तुरंत कुर्सी पर वापिस बिठाते हुए हंसते हुए कहा तो मुझे आश्चर्य के साथ दुख भी हुआ ।
हद है छोटू तुम्हारे साथ इतनी ज्यादती हो रही है और तुम इतनी जल्दी सब कुछ भूल कर हंस रहे हो….मेरा दिमाग खराब हो चुका था।
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हां साब तो क्या करूं ये मैनेजर ही मेरा माई बाप है और ये होटल की नौकरी ही मेरी जिंदगी….आप टेंशन ना लीजिए वैसे भी मुझे आदत हो गई है इस सबकी … वो तो आज मेरा जन्मदिन है और खीर देख कर अम्मा की याद में खो गया बस वहीं गलती हो गई…..अब इसमें मैनेजर बिचारा क्या करेगा उसका नुकसान तो हो ही रहा था ना…..जैसे आप लोगो की नौकरी में ऑफिस में आपका बॉस आपके ऊपर नाराज होता है आपकी गलती पर या कई बार गलती ना होने पर खुद उसी की गलती होने पर भी आपको डांट पड़ जाती है ..आपकी पगार से पैसे काट लेता है उसके नुकसान का जिम्मेदार आपको ही ठहराता है ….बस ऐसे ही ये सब भी मेरी दिनचर्या का हिस्सा है।
अरे साब नौकरी रहे बस..!! वैसे भी साब सब ग्राहक ऐसे ऐसे सिरचढ़े नहीं होते आप जैसे अच्छे ग्राहक भी रहते हैं जिनके मन में मेरे जैसे छोटू के लिए स्नेह है सहानुभूति है…आप बिल्कुल टेंशन ना लीजिए और अपनी काफी पीजिए मेरे चक्कर में बिल्कुल ठंडी हो गई है लाइए फिर गर्म कर लाता हूं हंसते हुए छोटू ने इतनी आसानी से अपने साथ घटित ऐसे अमानवीय बर्ताव को नजरंदाज करते हुए कहा तो उन सिर चढ़े असभ्य लड़कों के लिए मेरे मन में घोर घृणा जाग उठी और साथ ही उनके माता पिता के लिए सहज सहानुभूति उत्पन्न हो गई कि टेंशन तो ऐसे लडको के मां बाप करें जो इनके सहारे अपना बुढ़ापा सुखमय काटना चाहते हैं जब अभी इनमे इंसानियत ईमानदारी और नैतिकता नहीं है तब आगे तो हरि ही जाने.!!
अरे आज तुम्हारा जन्मदिन है तब तो आज मेरी तरफ से पार्टी तुमको …हैप्पी बर्थ डे छोटू… मैंने विषयांतर करते हुए मुस्कुरा कर कहा तो छोटू खुशी से गदगद हो गया .. थांक यू… शरमाते हुए उसने कहा तब तक मैनेजर उसे जोर जोर से पुकारने लगा था।
मैंने अपने वॉलेट में जितने रुपए थे सब निकाल लिए …”छोटू ये रख लो इनसे तुम्हारी पार्टी कितनी अच्छी हो पाएगी ये तो मैं नहीं जानता हूं लेकिन मुझे आज एक सच्चे निश्छल इंसान के लिए कुछ करने की खुशी जैसा पुण्य जरूर मिल जायेगा इतना मैं जानता हूं….!इनकार करते उस नेक हंसमुख छोटू के पॉकेट में जबरदस्ती रुपए ठूंसते हुए मैने कहा और तेजी से होटल के बाहर निकल गया।
लतिका श्रीवास्तव
#आप टेंशन मत लीजिए वैसे भी मुझे आदत हो गई है