एक गांव में एक ग्वाला रहता था उसके पास दो गाय थी और उनके इस दूध बेचकर वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था सुबह रोजाना दूध निकालता और उसे शहर ले जाकर बेचता था। एक दिन वह दूध बेचकर वापस घर की तरफ आ रहा था तो रास्ते में उसे एक बनिए की दुकान मिली। बनिया ने ग्वाला से बोला कि तुम कब तक दरवाजे दरवाजे दूध भेजते रहोगे तुम ऐसा क्यों नहीं करते हो इस गाय के दूध से घी निकालो और वह मुझे भेज दिया करो।
किसान को भी बनिए की यह बात पसंद आई और उस दिन के बाद से वह दूध बेचने के बजाय घी निकाल कर बेचना शुरू कर दिया। यह सिलसिला कई महीनों से तक चलता रहा अब किसान भी अपने घर का सारा सामान उस बनिए की दुकान से ही खरीदने लगा।
बनिया अपने दुकान पर दो तरह की बाट रख रखा था। जब उसे कोई सामान बेचना होता था तो वह कम किलोग्राम वाले बात का प्रयोग करता था और जब उसे खरीदना होता था तो जो बिल्कुल ही 1 किलो का बाट होता था उसी का प्रयोग करता था।
एक दिन जब ग्वाला की पत्नी ने घी तौलने के लिए जैसे ही तराजू निकाली। उनका बाट कहीं पर मिल नहीं रहा था। वह ग्वाला से बोली अब कैसे घी को तौला जाएगा बाट तो मिल नहीं रहा है। ग्वाला ने अपनी पत्नी से बोला कि इसमें परेशान होने वाली क्या बात है कल ही तो मैं बनिए की दुकान से 1 किलो चीनी खरीद कर लाया हूं तुम तराजू पर एक तरफ 1 किलो चीनी रख दो और दूसरी तरफ घी रख दो बराबर हो जाएगा।
ग्वाला की पत्नी ने बोला हां यह सही कह रहे हो। ऐसे ही तौल कर ग्वाला घी को बनिए की दुकान पर लेकर चला गया। बनिया की तो आदत थी कि जब वह किसी से सामान खरीदना था तो ओरिजिनल वाले बाट से खरीदता था।
जब उसनेघी को तराजू पर रखा तो देखता है कि घी तो 200 ग्राम कम है। बनिया अब ग्वाले को डांटने लगा।
बोला कि तुम्हें क्या लगा कि मुझे पता नहीं चलेगा तुम कम तौल कर लाओगे तो। ग्वाला ने बनिया को जवाब दिया हमने तो उतना ही लाया है जितना आपने दिया है। बनिया बोला क्या दिया है।
आपसे कल जो मैंने चीनी खरीद कर ले गया था तो मेरा आज बाट मेरा मिल नहीं रहा था तो मैंने सोचा कि क्यों ना जो आपने मुझे चीनी दिया है तराजू पर एक तरफ वह रख देता हूं और दूसरी तरफ घी रख देता हूं हिसाब किताब बराबर। अब बनिया कुछ भी नहीं बोल पाया चुपचाप घी को रख लिया।
दोस्तों इस कहानी से यही सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी से धोखाधड़ी नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह तो बिल्कुल सच है कि आप जिस के साथ जैसा करते हो आपको रिटर्न में 1 दिन वैसा ही मिलता है इसीलिए आप हमेशा सच के रास्ते पर चलें और लोगों की भला करें।